ताजमहल-आगरा किले पर लपकोंं का आतंक:ग्राउंड रिपोर्ट: DM के निरीक्षण के 24 घंटे बाद दैनिक भास्कर ने की पड़ताल, ताज ईस्ट गेट पार्किंग से हटे तो वेस्ट गेट पहुंचे लपके
वर्ल्ड हेरीटेज साइट ताजमहल और आगरा किले की छवि को खराब करते लपकों का आतंक बरकरार है। पार्किंग में बस-कार से उतरते ही उन्हें घेर लेते हैं। सामान खरीदने के लिए उनसे जबरदस्ती करते हैं। समस्या पुरानी है लेकिन स्थिति तब गंभीर हो जाती है, जब DM के निरीक्षण के 24 घंटे बाद भी हालात नहीं बदलें। जी हां, आगरा DM अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने लपकों की शिकायतों का सच जानने के लिए शनिवार सुबह ही ताजमहल ईस्ट गेट पार्किंग का औचक निरीक्षण किया था। यहां पार्किंग कर्मचारी का व्यवहार तो गलत था ही, लपकों का भी जमघट था। लपकों ने DM को ही घेर लिया था। सामान खरीदने के लिए उनके साथ भी जबरदस्ती की थी। चूंकि मामला DM से जुड़ा था, इसलिए बाद में पुलिस ने एक लपके पकड़ लिया। सख्ती कर ताजमहल ईस्ट गेट पार्किंग और इसके आसपास से लपके खदेड़ दिए। DM के निरीक्षण के अगले दिन यानि रविवार को दैनिक भास्कर की टीम ने ताजमहल ईस्ट गेट पार्किंग के साथ ही ताजमहल वेस्ट गेट पार्किंग और आगरा किले पर लपकों के आतंक की पड़ताल की। पता चला कि ताजमहल ईस्ट गेट पार्किंग पर तो लपके नहीं थे। यहां पुलिसकर्मी तैनात थे तो लपके गायब थे। मगर, यहां से हटकर इन लपकों ने ताजमहल वेस्ट गेट और आगरा किले पर डेरा डाल दिया है। जनते हैं क्या थी यहां की स्थिति जगह: ताजमहल ईस्ट गेट पार्किंग समय: दोपहर के 3 बजे सीन: यहां इलेक्ट्रिक वाहन के लिए टूरिस्ट की लंबी लाइन लगी थी। टिकट विंडो पर भी बहुत से टूरिस्ट खड़े थे। शिल्पग्राम परिसर में टूरिस्ट ही टूरिस्ट नजर आ रहे थे। मगर, इनके बीच एक भी लपका नहीं दिखाई दिया। पार्किंग से लेकर अमर विलास बैरियर तक एक भी लपका नहीं था। DM अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने शनिवार सुबह इसी क्षेत्र में निरीक्षण किया था। जगह: ताजमहल वेस्ट गेट पार्किंग समय: दोपहर 3.30 बजे सीन: यहां पार्किंग पर आकर जैसे ही एक बस रुकी लपकों ने टूरिस्ट को घेरना शुरू कर दिया। कोई कौड़े बेच रहा था तो कोई पेठा। कोई ताजमहल का मॉडल बेच रहा था तो कोई अन्य सामान। टूरिस्ट जब तक पार्किंग से बाहर नहीं निकल जा रहा था, तब तक लपके उसे घेरे हुए थे। यहां न तो पुलिस का कोई सिपाही था और न ही पार्किंग के कर्मचारी लपकों को रोक रहे थे। जगह: आगरा किला समय: शाम 4 बजे सीन: यहां पार्किंग से लेकर स्मारक के गेट तक लपकों का आतंक है। बस या कार से उतरते ही टूरिस्ट को घेर लेते हैं। सामान खरीदने के लिए उनके साथ जबरदस्ती करते हैं। किले के एंट्री गेट पर भी लपकों का जमघट रहता है। स्मारक के अंदर से निकलने वाले टूरिस्ट को घेर लेते हैं। यहां पुलिस के सिपािहयो ंके साथ-साथ निजी सुरक्षा कंपनी एसआईएस के भी कर्मचारी मौजूद रहते हैं लेकिन लपकों को कोई रोकने-टोकने वाला नहीं। दैनिक भास्कर की टीम को देखकर जरूर एसआईएस का एक कर्मचारी लपकों को खदेड़ने लगा। संडे को उमड़ी भीड़ संडे को लगभग 34 हजार टूरिस्ट ने ताजमहल देखा। टिकट विंडो पर ही नहीं इलेक्ट्रिक वाहन के लिए भी लंबी-लंबी लाइन लग गई। संडे को ताजमहल देखने आए टूरिस्ट
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