दानिश सुसाइड-दरोगा को बहनोई ने दिए हैं पैसे:सुसाइड नोट दानिश ने लिखा;मेरे ऊपर कर्ज, मरने के बाद हो सके तो कर्ज माफ कर देना
कानपुर में दरोगा चौकी इंचार्ज व बहनोई की प्रताड़ना से तंग आकर रेल के सामने सिर रखकर खुदकुशी करने वाले दानिश के सुसाइड नोट में बड़ा खुलासा हुआ है। दैनिक भास्कर के पास दानिश का सुसाइड नोट पहुंचा। जिसमें उसने साफ लिखा है कि बहनोई सरताज ने दरोगा माजिद को पैसे दिए थे। दरोगा लगातार उसे फोन करके प्रताड़ित कर रहा था। एडीशनल सीपी कानून व्यवस्था के मुताबिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को जाजमऊ निवासी दानिश ने मॉल रोड स्थित शिव नारायण टंडन सेतु के नीचे रेलवे ट्रैक पर सिर रखकर जान दे दी थी। दानिश ने चार पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था। जिसे पुलिस ने उसके परिजनों को पढ़ाया और फिर उसे दबाने का प्रयास किया। दैनिक भास्कर के पास सबसे पहले दानिश का सुसाइड नोट हाथ लगा है। जिसमें उसने खुलकर सारी बाते लिखी। रोमन हिन्दी में लिखे इस सुसाइड नोट को लेकर पुलिस जांच कर रही है। इधर दानिश के परिवार ने दरोगा, बहन और बहनोई के खिलाफ रेलबाजार थाने में तहरीर भी दे दी है। जानिए दानिश के सुसाइड नोट में क्या लिखा है पेज 1 मेरी मौत का कारण सरताज अहमद मेरा बहनोई है। उसने मुझपे और मेरी मां पे झूठा चोरी का केस करा है। सरताज मुझे रोज धमकी दे रहा है 8 लाख दे दो, नहीं तो जेल भेज दूंगा तुम दोनों को। और अंजुम को तलाक दे दूंगा। मेरे पास कुछ नहीं है इसलिए मैं अपनी जान दे रहा हूं। पेज 2 दो लोगों का मुझपर कर्ज है मुझे माफ कर दें। मैं इससे ज्यादा मुसीबत बर्दाश्त नहीं कर सकता था। मैं अकेले इतना कुछ अकेले नहीं झेल पा रहा था। मेरे मरने के बाद हो सके तो कर्ज माफ कर देना। मेरी मां को और मेरे घरवालों को परेशान न करना। पेज 3 मैं मरना नहीं चाहता था। मुझे सरताज की वजह से जान देना पड़ा। मेरी मौत की वजह सरताज है। सरताज ने मुझे और मेरी मां को झूठे चोरी के केस में फंसा दिया है। रोज धमकी देता है 8 लाख दे दो नहीं तो जेल भिजवाएगा। जमानत नहीं होने देगा। बेगमपुरवा चौकी इंचार्ज रोज फोन करके परेशान कर रहा है। माजिद खान एसएचओ। पेज 4 सरताज ने माजिद खान को पैसा दिया है हम लोगों को फंसाने के लिए। मेरे मरने के बाद मेरी मां को बचा लेना। सरताज और अंजुम को बुलाकर समझौता करा देना। मेरे मरने के बाद मेरा तीजा चालीसा कुछ नहीं होगा। सब लोग मुझे माफ कर देना। मेरे भाइयों से कह देना अम्मी का बहुत ख्याल रखे। मैं अपनी मां से लड़ता झगड़ता था लेकिन मेरे लिए मेरी अम्मी दुनियां थी। मैं उनके बिना नहीं रह पाता था।
What's Your Reaction?