नकल माफिया हाकम सिंह की गिरफ्तारी: UKSSSC अभ्यर्थियों से 15 लाख की मांग का मामला
रैबार डेस्क: देहरादून से बड़ी खबर है। प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाला माफिया हाकम... The post हाकम रिटर्न्स: नकल माफिया हाकम सिंह फिर से गिरफ्तार, UKSSSC अभ्यर्थियों को पास करान का झांसा देकर मांगे थे 15-15 लाख रुपए appeared first on Uttarakhand Raibar.
नकल माफिया हाकम सिंह की गिरफ्तारी: UKSSSC अभ्यर्थियों से 15 लाख की मांग का मामला
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कम शब्दों में कहें तो, प्रतियोगिता परीक्षाओं में नकल करने वाला माफिया हाकम सिंह ने एक बार फिर से अपना नापाक खेल खेला, लेकिन देहरादून पुलिस और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त कार्रवाई में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
देहरादून के पुलिस द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, हाकम सिंह ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा आयोग की परीक्षा में सफल होने के लिए अभ्यर्थियों से 12 से 15 लाख रुपये की मांग की थी। इसकी जानकारी पुलिस को परीक्षा से ठीक पहले ही हुई, जिससे उनकी सक्रियता बढ़ गई।
हाकम सिंह का नकल माफिया नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड की झारखंडीय परीक्षा के लिए 21 सितंबर 2025 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की जाने वाली है। इसी को ध्यान में रखते हुए हाकम सिंह का गैंग सक्रिय हो गया था। पुलिस इसे गंभीरता से ले रही थी और इसकी खोजबीन कर रही थी।
सूत्रों के अनुसार, देहरादून पुलिस और एसटीएफ को कुछ दिनों पहले गुप्त सूचना मिली कि हाकम सिंह जैसे गिरोह के माध्यम से अभ्यर्थियों को धोखा देने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए पंकज गौड़ नामक एक उम्मीदवार को हाकम सिंह के संपर्क में पाया। पंकज गौड़ के माध्यम से हाकम ने अभ्यर्थियों से मोटी धनराशि की मांग की थी।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
गोपनीय जांच के बाद, पुलिस ने हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गौड़ को पटेल नगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया। हाकम सिंह उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र का निवासी है और उसकी उम्र 42 वर्ष है, जबकि पंकज गौड़ की उम्र 32 वर्ष है। दोनों के खिलाफ नकल विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि हाकम सिंह और पंकज गौड़ ने अभ्यर्थियों से पैसे मांगने की योजना बनाई थी। यदि अभ्यर्थियों का चयन होने में कोई दिक्कत होती, तो वे उन्हें आने वाली परीक्षाओं में एडजस्ट कराने का झांसा देकर फिर से पैसे ऐंठने का इरादा रखते थे।
पहले भी थे विवादों में
हाकम सिंह पहले भी 2022 के वीपीडीओ भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हो चुका था। इस बार वह जमानत पर था और उसने दोबारा नकल के धंधे में कदम रखा था। उसकी गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि नकल माफियाओं का नेटवर्क कितना सक्रिय है और इसे खत्म करने के लिए अनवरत प्रयासों की आवश्यकता है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे इस तरह की गतिविधियों को खत्म करने के लिए पूरी ताकत से प्रयासरत हैं। एसटीएफ एवं देहरादून पुलिस अब इस नेटवर्क का पर्दाफाश करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
इसके अलावा, छात्र-छात्राओं को भी सख्ती से सलाह दी गई है कि ऐसे फर्जीवाड़े से बचने के लिए सतर्क रहें। परीक्षा में सफलता केवल मेहनत और लगन से ही प्राप्त की जा सकती है, न कि भ्रष्टाचार के माध्यम से।
अगले कदम के तहत, पुलिस हाकम सिंह के अन्य सहयोगियों और संभावित शिकायतकर्ताओं से जानकारी जुटाने का कार्य आगे बढ़ाएगी।
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टीम इंडिया टुडे - पार्वती कुमारी
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