नोएडा प्राधिकरण ने एयरपोर्ट के लिए जारी किए 486 करोड़:विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए होंगे खर्च, 37.5% की है शेयर होल्डिंग

नोएडा एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल 2025 को पहली कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। एयरपोर्ट के स्टेज-2 के फेज-1 के निर्माण में अर्जित भूमि से प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए नोएडा प्राधिकरण ने 486 करोड़ 30 लाख 96 हजार रुपए रिलीज कर दिया है। दरअसल नोएडा प्राधिकरण नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी की जायंट वेंचर कंपनी है। साथ ही इस कंपनी में सबसे बड़ा 37.5 प्रतिशत की शेयर होल्डिंग भी रखती है। ऐसे में निर्माण से लेकर विस्थापित लोगों के पुनर्वास की जिम्मेदारी भी प्राधिकरण की है। जिसके लिए शेयर होल्डिंग के अनुसार डिमांड पर प्राधिकरण पैसा रिलीज करता है। स्टेज-2 के फेज-1 अधिग्रहण से सैकड़ों की संख्या में किसान और ग्रामीण प्रभावित होंगे। उनके पुनर्वास के लिए 1296 करोड़ रुपए खर्च किए जाने है। इसमें प्राधिकरण ने अपनी हिस्सेदारी के तहत 486 करोड़ 30 लाख 96 हजार रुपए रिलीज कर दिया है। वहीं एग्रीमेंट से लेकर 30 जून तक 2024 तक प्राधिकरण 3644 करोड़ 90 लाख रुपए से ज्यादा की रकम रिलीज कर चुका है। बता दे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 25 नवंबर के ट्रायल रन शुरू होगा। इसके बाद एअरोड्रोम से अनुमति ली जाएगी। वहां से अनुमति मिलते ही 17 अप्रैल को पहले कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। पहले फेज के 80 % काम हो गया पूरा नोएडा में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट 80% बनकर तैयार हो चुका है। 17 अप्रैल 2025 को यहां से पहली कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। 2 टर्मिनल वाला यह एयरपोर्ट 6 हजार हेक्टेयर एरिया में तैयार किया जा रहा है। एयरपोर्ट पर 186 हवाई जहाज की पार्किंग होगी। 4 फेज में 2 रन-वे तैयार होंगे। यह देश का पहला एयरपोर्ट होगा, जहां मल्टी-मॉडल कार्गो हब होगा। इससे इंडस्ट्री के सामान लाना और ले जाना आसान होगा। 29 हजार करोड़ से 6 हजार हेक्टेयर में बनेगा यह एयरपोर्ट 29 हजार 650 करोड़ की लागत से 6 हजार हेक्टेयर में तैयार किया जा रहा है। पहले फेज में 10 हजार 56 करोड़ की लागत से 1334 हेक्टेयर में कंस्ट्रक्शन हुआ है। इसे बनाने में 3 हजार मजदूर लगाए गए। अथॉरिटी के मुताबिक, करीब 8 हजार करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। एयरपोर्ट 4 फेज में बनकर तैयार होगा।

Oct 29, 2024 - 06:30
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नोएडा प्राधिकरण ने एयरपोर्ट के लिए जारी किए 486 करोड़:विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए होंगे खर्च, 37.5% की है शेयर होल्डिंग
नोएडा एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल 2025 को पहली कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। एयरपोर्ट के स्टेज-2 के फेज-1 के निर्माण में अर्जित भूमि से प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए नोएडा प्राधिकरण ने 486 करोड़ 30 लाख 96 हजार रुपए रिलीज कर दिया है। दरअसल नोएडा प्राधिकरण नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी की जायंट वेंचर कंपनी है। साथ ही इस कंपनी में सबसे बड़ा 37.5 प्रतिशत की शेयर होल्डिंग भी रखती है। ऐसे में निर्माण से लेकर विस्थापित लोगों के पुनर्वास की जिम्मेदारी भी प्राधिकरण की है। जिसके लिए शेयर होल्डिंग के अनुसार डिमांड पर प्राधिकरण पैसा रिलीज करता है। स्टेज-2 के फेज-1 अधिग्रहण से सैकड़ों की संख्या में किसान और ग्रामीण प्रभावित होंगे। उनके पुनर्वास के लिए 1296 करोड़ रुपए खर्च किए जाने है। इसमें प्राधिकरण ने अपनी हिस्सेदारी के तहत 486 करोड़ 30 लाख 96 हजार रुपए रिलीज कर दिया है। वहीं एग्रीमेंट से लेकर 30 जून तक 2024 तक प्राधिकरण 3644 करोड़ 90 लाख रुपए से ज्यादा की रकम रिलीज कर चुका है। बता दे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 25 नवंबर के ट्रायल रन शुरू होगा। इसके बाद एअरोड्रोम से अनुमति ली जाएगी। वहां से अनुमति मिलते ही 17 अप्रैल को पहले कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। पहले फेज के 80 % काम हो गया पूरा नोएडा में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट 80% बनकर तैयार हो चुका है। 17 अप्रैल 2025 को यहां से पहली कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ान भरेगी। 2 टर्मिनल वाला यह एयरपोर्ट 6 हजार हेक्टेयर एरिया में तैयार किया जा रहा है। एयरपोर्ट पर 186 हवाई जहाज की पार्किंग होगी। 4 फेज में 2 रन-वे तैयार होंगे। यह देश का पहला एयरपोर्ट होगा, जहां मल्टी-मॉडल कार्गो हब होगा। इससे इंडस्ट्री के सामान लाना और ले जाना आसान होगा। 29 हजार करोड़ से 6 हजार हेक्टेयर में बनेगा यह एयरपोर्ट 29 हजार 650 करोड़ की लागत से 6 हजार हेक्टेयर में तैयार किया जा रहा है। पहले फेज में 10 हजार 56 करोड़ की लागत से 1334 हेक्टेयर में कंस्ट्रक्शन हुआ है। इसे बनाने में 3 हजार मजदूर लगाए गए। अथॉरिटी के मुताबिक, करीब 8 हजार करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। एयरपोर्ट 4 फेज में बनकर तैयार होगा।

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