नोएडा प्राधिकरण में जूनियर इंजीनियर बर्खास्त:CEO ने सीनियर मैनेजर और मैनेजर के निलंबन के लिए शासन को भेजी पत्रावली

नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने बड़ा एक्शन लेते हुए जूनियर इंजीनियर की सेवा समाप्त कर दी है। साथ ही एक मैनेजर और सीनियर मैनेजर के निलंबन की कार्यवाही शासन स्तर से कराने के लिए निर्देश दिए है। दरअसल इन सभी ने मिलकर प्राधिकरण को वित्तीय नुकसान पहुंचाते हुए अनुचित लाभ कमाया। जिसके लिए ये कार्यवाही की गई। दरअसल अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने हाल ही में सेक्टर-142 से 144 तक नोएडा ग्रेटरनोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर रास्ते में विद्युत कार्य की जांच की। जांच में सामने आया कि जो कार्य जिस लागत से कंपनी से कराया जा रहा है। एग्रीमेंट में उस कार्य का कोई भी ले आउट प्लान शामिल ही नहीं किया गया। एग्रीमेंट के अनुसार कार्य स्थल पर कोई भी स्टोर नहीं बनाया गया। साथ ही जो भी कार्य कराए जा रहे थे। पेमेंट के लिए वास्तविक लागत से अधिक के बिल लगाए गए। जांच में सामने आया कि विद्युत कार्य के लिए जो केबल ली गई वो आवश्यकता से काफी अधिक मिली। कार्य स्थल पर प्रगति महज 40 प्रतिशत की मिली। जबकि कार्य का भुगतान 45 प्रतिशत कराया गया। ऐसे में जांच में जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उससे स्पष्ट हुआ कि अधिकारियों ने साठगाठ करके वास्तविक आवश्यकता से अधिक धनराशि भुगतान और आवश्यकता से अधिक मात्रा को दिखाया गया। बता दे ये कार्य वित्तीय वर्ष 2023-24 का है। जिसमें करीब 1 करोड़ 40 लाख की लागत से नया विद्युत केबिल बिछाना थ। इस कारण प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने जूनियर इंजीनियर (संविदा) अनेक सिंह कीर सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया। साथ ही शिव शक्ति जायसवाल मैनेजर विद्युत यांत्रिकी प्रथम और सीनियर मैनेजर प्रदीप कुमार विद्युत यांत्रिकी प्रथम के निलंबन के लिए शासन को पत्रावली भेजने के निर्देश दिए गए। सीईओ के इस आदेश के बाद से प्राधिकरण में हड़कंप का माहौल है।

Nov 27, 2024 - 19:05
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नोएडा प्राधिकरण में जूनियर इंजीनियर बर्खास्त:CEO ने सीनियर मैनेजर और मैनेजर के निलंबन के लिए शासन को भेजी पत्रावली
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने बड़ा एक्शन लेते हुए जूनियर इंजीनियर की सेवा समाप्त कर दी है। साथ ही एक मैनेजर और सीनियर मैनेजर के निलंबन की कार्यवाही शासन स्तर से कराने के लिए निर्देश दिए है। दरअसल इन सभी ने मिलकर प्राधिकरण को वित्तीय नुकसान पहुंचाते हुए अनुचित लाभ कमाया। जिसके लिए ये कार्यवाही की गई। दरअसल अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने हाल ही में सेक्टर-142 से 144 तक नोएडा ग्रेटरनोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर रास्ते में विद्युत कार्य की जांच की। जांच में सामने आया कि जो कार्य जिस लागत से कंपनी से कराया जा रहा है। एग्रीमेंट में उस कार्य का कोई भी ले आउट प्लान शामिल ही नहीं किया गया। एग्रीमेंट के अनुसार कार्य स्थल पर कोई भी स्टोर नहीं बनाया गया। साथ ही जो भी कार्य कराए जा रहे थे। पेमेंट के लिए वास्तविक लागत से अधिक के बिल लगाए गए। जांच में सामने आया कि विद्युत कार्य के लिए जो केबल ली गई वो आवश्यकता से काफी अधिक मिली। कार्य स्थल पर प्रगति महज 40 प्रतिशत की मिली। जबकि कार्य का भुगतान 45 प्रतिशत कराया गया। ऐसे में जांच में जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उससे स्पष्ट हुआ कि अधिकारियों ने साठगाठ करके वास्तविक आवश्यकता से अधिक धनराशि भुगतान और आवश्यकता से अधिक मात्रा को दिखाया गया। बता दे ये कार्य वित्तीय वर्ष 2023-24 का है। जिसमें करीब 1 करोड़ 40 लाख की लागत से नया विद्युत केबिल बिछाना थ। इस कारण प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने जूनियर इंजीनियर (संविदा) अनेक सिंह कीर सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया। साथ ही शिव शक्ति जायसवाल मैनेजर विद्युत यांत्रिकी प्रथम और सीनियर मैनेजर प्रदीप कुमार विद्युत यांत्रिकी प्रथम के निलंबन के लिए शासन को पत्रावली भेजने के निर्देश दिए गए। सीईओ के इस आदेश के बाद से प्राधिकरण में हड़कंप का माहौल है।

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