नोएडा में छठ के बनाए गए 17 घाट:खरना के साथ शुरू होगा निर्जल वृत; बाजारों में जमकर की जा रही खरीदी

छठ पर्व के दूसरे दिन आज खरना है। खरना की शाम से 36 घंटे का निर्जल व्रत शुरू होगा। सेक्टर-75 स्थित अखिल भारतीय प्रवासी महासभा और श्री सूर्य देव पूजा समिति के अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने बताया कि खरना में गुड़ और दूध से बनी खीर खाई जाती है। खीर को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। जिले भर में 100 से अधिक स्थानों पर यह पर्व मनाया जा रहा है। पूजा समितियां घाट को सजाने सहित तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटीं हैं। इन सभी गंगाजल भरा जाएगा। प्रसाद ग्रहण करने के बाद श्रद्धालु गुरुवार शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उधर, जिले में छठ महापर्व को लेकर कॉलोनियों के पार्कों, हरित पट्टियों और तालाबों के तट पर घाटों को सजाने-संवारने का काम तेजी से चल रहा है। खरना का विशेष महत्व सूर्य उपासना से पूर्व महापर्व छठ में खरना का विशेष महत्व है। खरना के दिन जो प्रसाद बनता है, उसे नए मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ अथवा गन्ने के रस से खीर बनाया जाता है। स्टेडियम में जुटेंगे 1 लाख लोग सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम में सबसे बड़ा सामूहिक छठ महोत्सव होगा। यहां पर लगभग एक लाख से अधिक लोगों के पहुंचने का अनुमान है। स्टेडियम में 160 फुट लंबा और 60 फुट चौड़ा घाट बनाया गया है। यह दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ा कृत्रिम जलाशय होगा। इसे करीब 10 क्विंटल गुलाब के फूलों से सजाया जाएगा। यहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए 25 सीसीटीवी और चार ड्रोन कैमरों से निगरानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे। 17 स्थानों पर बनाए गए घाट

Nov 6, 2024 - 06:20
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नोएडा में छठ के बनाए गए 17 घाट:खरना के साथ शुरू होगा निर्जल वृत; बाजारों में जमकर की जा रही खरीदी
छठ पर्व के दूसरे दिन आज खरना है। खरना की शाम से 36 घंटे का निर्जल व्रत शुरू होगा। सेक्टर-75 स्थित अखिल भारतीय प्रवासी महासभा और श्री सूर्य देव पूजा समिति के अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने बताया कि खरना में गुड़ और दूध से बनी खीर खाई जाती है। खीर को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। जिले भर में 100 से अधिक स्थानों पर यह पर्व मनाया जा रहा है। पूजा समितियां घाट को सजाने सहित तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटीं हैं। इन सभी गंगाजल भरा जाएगा। प्रसाद ग्रहण करने के बाद श्रद्धालु गुरुवार शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उधर, जिले में छठ महापर्व को लेकर कॉलोनियों के पार्कों, हरित पट्टियों और तालाबों के तट पर घाटों को सजाने-संवारने का काम तेजी से चल रहा है। खरना का विशेष महत्व सूर्य उपासना से पूर्व महापर्व छठ में खरना का विशेष महत्व है। खरना के दिन जो प्रसाद बनता है, उसे नए मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ अथवा गन्ने के रस से खीर बनाया जाता है। स्टेडियम में जुटेंगे 1 लाख लोग सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम में सबसे बड़ा सामूहिक छठ महोत्सव होगा। यहां पर लगभग एक लाख से अधिक लोगों के पहुंचने का अनुमान है। स्टेडियम में 160 फुट लंबा और 60 फुट चौड़ा घाट बनाया गया है। यह दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ा कृत्रिम जलाशय होगा। इसे करीब 10 क्विंटल गुलाब के फूलों से सजाया जाएगा। यहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए 25 सीसीटीवी और चार ड्रोन कैमरों से निगरानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे। 17 स्थानों पर बनाए गए घाट

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