पान-मसाला कारोबारी की फैक्ट्री में 6 करोड़ की चोरी पकड़ी:वाराणसी आवास और फैक्ट्री समेत गुजरात-अहमदाबाद में CGST का छापा, तीन दिन चली जांच
वाराणसी के एक चर्चित पान मसाला कारोबारी के आवास और फैक्ट्री पर सीजीएसटी की टीम ने छापेमारी की। यूपी समेत गुजरात और अहमदाबाद में भी गोदाम पर टीम ने छापा मारा। सभी जगहों पर रजिस्टर समेत दस्तावेज कब्जे में ले लिए, माल सील कर दिया। 72 घंटे तक कारोबारी के आवास और फैक्ट्री में टीम ने पड़ताल की। जांच में टीम को छह करोड़ रुपये की हेराफेरी सामने आई है लेकिन अधिकारियों का आंकलन इससे अधिक है। हालांकि एक लैपटॉप में कई लेजर मिले हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है। वही कच्ची बिल बुक भी मिली है, जिसमें कई नाम अस्पष्ट हैं। टीम मामले की जांच कर रही है। सभी दस्तावेजों को अपने साथ रखी है। कारोबारी के आवास पर छह महीने में दूसरा छापा है। शहर के लालपुर-पांडेयपुर मार्ग स्थित पान मसाला कारोबारी का यूपी के कई शहरों और गुजरात में कारोबार है। उनकी पांडेयपुर की एक कॉलोनी निवासी पान मसाला कारोबारी की सोयेपुर में कच्चा माल तैयार करने की फैक्टरी है। सुपाड़ी, जर्दा, पान मसाला आदि का अलग-अलग कच्चा माल तैयार होता है, जो यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भेजी जाता है। हर महीने ट्रेन और निजी ट्रांसपोर्ट के जरिए करोड़ों रुपये का माल भी भेजा जा रहा था लेकिन जीएसटी की बिलिंग कम कट रही थी। जानकारी के बाद सीजीएसटी की टीम ने रेकी शुरू कराई, फैक्ट्री से लेकर सिटी स्टेशन तक कई बार माल की गिनती कराई। लोड के अनुसार माल का आंकलन किया तो बिलिंग 10-20 फीसदी ही मिली, जिसमें साफ ही करोड़ों की चोरी सामने आ गई। पान मसाला कारोबारी का माल वाराणसी सिटी स्टेशन से लोड होता था। इसमें आरपीएफ और कॉमर्शियल कर्मियों की संलिप्तता भी सामने आई है। आरपीएफ और कॉमर्शियल को बिल में गड़बड़ी की पूरी जानकारी रहती थी। अब टीम रेलकर्मियों की भूमिका की जांच भी कर रही है। छह करोड़ की बिलिंग में हेराफेरी कारोबारी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य और सूचनाओं के बाद सोमवार दोपहर सीजीएसटी की टीम ने उनके आवास और फैक्टरी पर कार्रवाई की। 5 सदस्यीय टीम ने कारोबारी के छह महीने के टर्नओवर की पड़ताल की तो करोड़ों की हेराफेरी सामने आ गई। टीम ने तीन दिन तक कर चोरी की सूचनाओं और दस्तावेजों की जांच की। कर चोरी समेत कच्चे बिल, अधूरे रिटर्न और मानकों की अनदेखी समेत कई तरह की गड़बड़ियां सामने आईं। पूछताछ में अधिकांश अधूरे बिल उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के अलावा ही गुजरात और अहमदाबाद में कच्चा माल जाने के थे। प्रारंभिक छानबीन में छह करोड़ की कर चोरी पकड़ी गई है लेकिन बिल देखकर इसके 10 करोड़ तक होने के आसार हैं। पान मसाला कारोबारी के यहां पिछले छह महीने में दूसरी बार छापा पड़ा है। आरोप है कि पान मसाला कारोबारी माल का वजन तो सही रखता है, लेकिन बिल में माल की कीमतें घटा देता है। सीजीएसटी की टीम ने बिल, कागजात, फर्म के बैंक खातों, लैपटॉप, मोबाइल आदि की गहनता से छानबीन की। परिजनों का मोबाइल जब्तकर पूछताछ, बच्चे नहीं गए स्कूल कारोबारी के आवास पर जीएसटी टीम ने सख्ती से कार्रवाई की और तीन दिन तक पूरे परिवार को एक ही कमरे में रखा। किसी को बाहर जाने नहीं दिया गया, घर में मौजूद बच्चे भी बाहर नहीं गए। वहीं परिजनों के अलावा एक रिश्तेदार को भी तीन दिन घर में रहना पड़ा। कारोबारी के परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल भी टीम ने जब्त कर लिया। एक फोन पर जरूरी बात करने के लिए दिया गया, परिवार के सदस्यों को फर्श पर ही सोना पड़ा है। सीजीएसटी के कमिश्नर रैंक के एक अधिकारी ने बताया कि चोरी का आंकड़ा और बढ़ सकता है। दस्तावेजों की जांच अभी जारी है। टीम की छापेमारी के दौरान गनर समेत अन्य कर्मचारियों को भी तीन दिन घर में रखा गया।
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