पॉलिसी रिन्युवल के नाम पर ठगी करने वाले दंपति अरेस्ट:करोड़ों का रिफंड कराने का झांसा दिया और फर्जी दस्तावेज भेजकर 41 लाख ठगे, ऑनलाइन खरीदा था ब्रेक पॉलिसी डाटा

कानपुर की क्राइम ब्रांच ने लैप्स हो चुकी पॉलिसी का रिन्युवल और करोड़ों रिफंड का झांसा देकर ठगी करने वाले बैंक कर्मी दंपति को अरेस्ट कर लिया। दंपति ने कानपुर के एक कारोबारी की कोविड के दौरान लैप्स हुई पॉलिसी को रिन्यु करके करोड़ों का रिफंड करने का झांसा दिया। इसके बाद अलग-अलग खर्चों के नाम पर खातों में 41 लाख रुपए ट्रांसफर करा दिया, लेकिन पैसा रिफंड नहीं करा सके। ठगी का पता चलने पर कारोबारी ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। क्राइमब्रांच ने जांच के दौरान दंपति को अरेस्ट करके खुलासा किया और जेल भेज दिया। फर्जी दस्तावेज भेजकर जमाया विश्वास फिर ठगे 41 लाख पुलिस ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि लाल बंगला की जेएस द एड्रेस सोसायटी में रहने वाले कारोबारी मो. इस्माइल सैय्यद ने 15 नवंबर को साइबर थाने में 41 लाख रुपए ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मोहम्मद इस्माइल ने बताया कि उनके पास 20 अक्तूबर के आसपास एक कॉल अनजान नंबर से फोन आया था। उसने बताया कि कोविड के दौरान आपकी 1 करोड़ से ज्यादा की बीमा पॉलिसी किश्तें नहीं जमा होने पर लैप्स हो गईं थी। आपकी पॉलिसी को दोबारा रिन्यु करके आपका 1.50 करोड़ का भुगतान कंपनी करा सकती है। इससे इस्माइल को लैप्स हो चुके बीमा की रकम मिलने की आस जाग उठी। शातिर ठगों ने विश्वास जमाने के लिए बीमा लोकपाल परिषद के दस्तावेज भेजकर विश्वास जमाया कि रुपए वापस मिल जाएगा। इसके बाद अलग-अलग मदों में 41 लाख रुपए यह कहकर जमा करा लिया कि रिफंडेबल है। इसके बाद भी उनकी डिमांड थम नहीं रही थी तो संदेह हुआ और उन्होंने अपने वकील से संपर्क किया और ठग की ओर से भेजे गए दस्तावेजों को देखा तब पता चला कि ठगों ने अपने झांसे में लेकर 41 लाख रुपए ठग लिया है। पुलिस ने एक सप्ताह में कर दिया खुलासा इसके बाद मो. सैय्यद इस्माइल ने 15 नवंबर को साइबर थाने में ठगी की एफआईआर दर्ज कराई। डीसीपी ने बताया कि कॉल डिटेल, बैंक अकाउंट ट्रांजेक्शन समेत अन्य साक्ष्यों के आधार पर टीम ने ठगी करने वाले मास्टर माइंड बैंक कर्मी दंपति मूल निवासी ग्राम सेमरी थाना नगरा जिला बलिया निवासी पवन कुमार को अरेस्ट किया। पवन मौजूदा समय में फ्लैट नंबर - 26 ऑक्सी होम्स जीआर गार्डन-2 थाना बिसरख ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर में रहता था। साथ ही इस काम में पार्टनर उसकी पत्नी रेनू को भी अरेस्ट कर लिया। रेनू मूल रूप से मऊ के आटोपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया।

Nov 21, 2024 - 17:20
 0  49.4k
पॉलिसी रिन्युवल के नाम पर ठगी करने वाले दंपति अरेस्ट:करोड़ों का रिफंड कराने का झांसा दिया और फर्जी दस्तावेज भेजकर 41 लाख ठगे, ऑनलाइन खरीदा था ब्रेक पॉलिसी डाटा
कानपुर की क्राइम ब्रांच ने लैप्स हो चुकी पॉलिसी का रिन्युवल और करोड़ों रिफंड का झांसा देकर ठगी करने वाले बैंक कर्मी दंपति को अरेस्ट कर लिया। दंपति ने कानपुर के एक कारोबारी की कोविड के दौरान लैप्स हुई पॉलिसी को रिन्यु करके करोड़ों का रिफंड करने का झांसा दिया। इसके बाद अलग-अलग खर्चों के नाम पर खातों में 41 लाख रुपए ट्रांसफर करा दिया, लेकिन पैसा रिफंड नहीं करा सके। ठगी का पता चलने पर कारोबारी ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। क्राइमब्रांच ने जांच के दौरान दंपति को अरेस्ट करके खुलासा किया और जेल भेज दिया। फर्जी दस्तावेज भेजकर जमाया विश्वास फिर ठगे 41 लाख पुलिस ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि लाल बंगला की जेएस द एड्रेस सोसायटी में रहने वाले कारोबारी मो. इस्माइल सैय्यद ने 15 नवंबर को साइबर थाने में 41 लाख रुपए ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मोहम्मद इस्माइल ने बताया कि उनके पास 20 अक्तूबर के आसपास एक कॉल अनजान नंबर से फोन आया था। उसने बताया कि कोविड के दौरान आपकी 1 करोड़ से ज्यादा की बीमा पॉलिसी किश्तें नहीं जमा होने पर लैप्स हो गईं थी। आपकी पॉलिसी को दोबारा रिन्यु करके आपका 1.50 करोड़ का भुगतान कंपनी करा सकती है। इससे इस्माइल को लैप्स हो चुके बीमा की रकम मिलने की आस जाग उठी। शातिर ठगों ने विश्वास जमाने के लिए बीमा लोकपाल परिषद के दस्तावेज भेजकर विश्वास जमाया कि रुपए वापस मिल जाएगा। इसके बाद अलग-अलग मदों में 41 लाख रुपए यह कहकर जमा करा लिया कि रिफंडेबल है। इसके बाद भी उनकी डिमांड थम नहीं रही थी तो संदेह हुआ और उन्होंने अपने वकील से संपर्क किया और ठग की ओर से भेजे गए दस्तावेजों को देखा तब पता चला कि ठगों ने अपने झांसे में लेकर 41 लाख रुपए ठग लिया है। पुलिस ने एक सप्ताह में कर दिया खुलासा इसके बाद मो. सैय्यद इस्माइल ने 15 नवंबर को साइबर थाने में ठगी की एफआईआर दर्ज कराई। डीसीपी ने बताया कि कॉल डिटेल, बैंक अकाउंट ट्रांजेक्शन समेत अन्य साक्ष्यों के आधार पर टीम ने ठगी करने वाले मास्टर माइंड बैंक कर्मी दंपति मूल निवासी ग्राम सेमरी थाना नगरा जिला बलिया निवासी पवन कुमार को अरेस्ट किया। पवन मौजूदा समय में फ्लैट नंबर - 26 ऑक्सी होम्स जीआर गार्डन-2 थाना बिसरख ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर में रहता था। साथ ही इस काम में पार्टनर उसकी पत्नी रेनू को भी अरेस्ट कर लिया। रेनू मूल रूप से मऊ के आटोपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow