दिवाली से पहले प्रतापगढ़ में 118 पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द, अवैध बिक्री पर बड़ा कदम। नकेल लगाने की पहली चेतावनी। Indiatoday हिंदी.
जिला प्रशासन ने दिवाली से पहले एक अहम कदम उठाते हुए 118 पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। यह कार्रवाई फायरसर्विस की गोपनीय जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई, जिसमें हवाईदारों द्वारा मानक से चार गुना अधिक पटाखा सामग्री डंप करने का खुलासा हुआ। इस फैसले से जिले के पटाखा विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है, और प्रशासन ने पटाखों की अवैध बिक्री पर नज़र रखने के आदेश दिए हैं। मुख्तार की मौत ने खोली प्रशासन की आंखें नगर कोतवाली के जिरियामऊ मोहल्ले में नवरात्र के दौरान हुई एक दर्दनाक घटना ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर किया। हवाईदार मुख्तार के तीन मंजिला मकान में पांच से छह क्विंटल पटाखों के विस्फोट के कारण उसकी मौत हो गई, जिससे आसपास के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। इस हादसे के बाद जिला अधिकारी संजीव रंजन ने फायरसर्विस को पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस की गहन जांच करने का आदेश दिया। जांच में पाया गया उल्लंघन जांच रिपोर्ट में यह सामने आया कि जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों, जैसे शहर, सदर, कुंडा, पट्टी, लालगंज और रानीगंज में 169 हवाईदारों में से 118 ने मानक का उल्लंघन करते हुए भारी मात्रा में पटाखे अपने घरों, गोदामों और अन्य स्थानों पर छुपाकर रखे थे। इसी आधार पर डीएम ने उनके लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। साथ ही, एसपी और सभी सीओ सर्किलों को इन निरस्त लाइसेंस वालों पर नजर रखने और अवैध पटाखा बिक्री रोकने के निर्देश दिए गए हैं। आगे की कार्रवाई फायरसर्विस की टीम अब भी बाकी 51 हवाईदारों पर नज़र रखे हुए है, जिनकी जांच जारी है। प्रशासन का यह कदम जिले में सुरक्षा और जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि दिवाली का पर्व सुरक्षित और खुशहाल तरीके से मनाया जा सके। इस प्रकार की सख्ती से प्रशासन ने यह संदेश दिया है कि सुरक्षा से संबंधित किसी भी मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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