फरवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में ₹29,303 करोड़ का निवेश:पिछले महीने के मुकाबले 26.1% कम; सभी स्कीम्स में निवेश ₹1.47 लाख करोड़ घटा
फरवरी 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 29,303 करोड़ करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, जो जनवरी 2025 की तुलना में 26.1% कम है। जनवरी महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 39,687 करोड़ रुपए करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, सभी तरह की म्यूचुअल फंड स्कीम्स में टोटल इनफ्लो 1.47 लाख करोड़ रुपए कम हुआ है। फरवरी में कुल 40,063 करोड़ रुपए नेट इनफ्लो आया है। पिछले महीने में टोटल नेट इनफ्लो 1.88 लाख करोड़ रुपए था। जनवरी में म्यूचुअल फंड का टोटल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 7% की गिरावट के साथ 64.53 लाख करोड़ रहा। ये जनवरी में 67.25 लाख करोड़ रुपए था। लगातार 48 वें महीने विड्रॉल से ज्यादा इन्वेस्टमेंट ओपन-एंडेड इक्विटी फंडों में नेट इनफ्लो लगातार 48 वें महीने पॉजिटिव जोन में बना हुआ है, यानी लगातार 48वें महीने निकासी से ज्यादा निवेश किया गया है। थीमैटिक/सेक्टोरल और फ्लेक्सी कैप फंडों में ज्यादा निवेश किया गया है। वहीं, फरवरी में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए मंथली निवेश 26,000 करोड़ रुपए के स्तर से मामूली नीचे रहा। जनवरी में 26,400 करोड़ रुपए के मुकाबले इस महीने में SIP का कॉन्ट्रिब्यूशन 25,999 करोड़ रुपए रहा। म्यूचुअल फंड AUM क्या होता है? म्यूचुअल फंड हाउसेज की ओर से होल्ड की गई सिक्योरिटीज की करेंट मार्केट वैल्यू को एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) कहा जाता है।

फरवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में ₹29,303 करोड़ का निवेश
निवेश में कमी का कारण
फरवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश ₹29,303 करोड़ रहा, जो कि पिछले महीने की तुलना में 26.1% की कमी दर्शाता है। यह गिरावट दर्शाती है कि निवेशकों ने अपनी रणनीतियों पर विचार किया है और मौजूदा स्थिति के अनुसार निवेश के प्रवाह को समायोजित किया है। पिछले महीने में बाजार की अस्थिरता ने निवेशकों को सतर्क किया है, जिससे कई स्कीमों में कुल मिलाकर ₹1.47 लाख करोड़ का निवेश घटा है।
स्कीमों की प्रदर्शन
इस दौरान, सभी प्रकार के म्यूचुअल फंड स्कीमों में निवेश में कमी आई है। इससे स्पष्ट होता है कि अधिकांश निवेशक जोखिम कम करने के लिए अधिक संयमित दृष्टिकोण अपना रहे हैं। विभिन्न म्यूचुअल फंड योजनाओं में जो लोग पहले से निवेश कर चुके थे, उन्होंने अपनी स्थिति की समीक्षा की और कुछ ने अपने निवेश को निकालने का निर्णय लिया।
भविष्य की संभावनाएँ
हालांकि इस महीने में निवेश में कमी आई है, अगले महीनों में बाजार में सुधार की संभावनाओं को देखते हुए निवेशक फिर से प्रवेश कर सकते हैं। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे दीर्घकालिक नजरिए से निवेश करने पर जोर दें, जिससे वे संभावित बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच भी फायदा उठा सकें।
निवेश के लिए सही समय चुनना महत्वपूर्ण है। म्यूचुअल फंड पेशेवरों की सलाह का पालन करना एक अच्छा विचार हो सकता है। ऐसे समय में बाजार की निगरानी करना भी आवश्यक है, खासकर जब निवेश में बदलाव की संभावना अधिक होती है।
इस प्रकार, निवेशकों के लिए अपने निवेश को संतुलित करने और बाजार की दिशा को समझने के लिए उचित अनुसंधान और सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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