फर्जी जीएसटी अधिकारी और सिपाही का मिलीभगत उजागर:एसपी ने सिपाही को किया लाइन हाजिर, फर्जी अधिकारी दरोगा का करीबी बताता है

जिले के तमकुहीराज थाने में तैनात सिपाही मनीष यादव का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह हाईवे पर जीएसटी अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने वाले गिरोह से पैसे मांगता सुना जा सकता है। ऑडियो में मनीष यादव गिरोह के सदस्यों से आठ हजार रुपये की मांग कर रहा है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने सिपाही मनीष यादव को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह ऑडियो लगभग 6 महीने पुराना बताया जा रहा है, जिसमें सिपाही मनीष यादव और गिरोह के एक सदस्य के बीच बातचीत दर्ज है। ऑडियो में मनीष यादव गिरोह के तीन सदस्यों, राजन, जय, और अजय से अभद्र भाषा में बात करते हुए आठ हजार रुपये की मांग कर रहा है। वह दारोगा से अपनी नजदीकी का हवाला देकर, थाने में अपनी बात मनवाने का दावा भी कर रहा है। इस बातचीत में गिरोह का सदस्य उसे बताता है कि जुआ खेलने वालों से 80 हजार रुपये तक की वसूली हुई है। वसूली में पुलिस और गिरोह की मिलीभगत सूत्रों के अनुसार, नेशनल हाईवे-28 पर सक्रिय फर्जी जीएसटी अधिकारी बनकर वसूली करने वाले गिरोह की गतिविधियों में कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों के समर्थन से हाईवे पर यह अवैध धंधा लंबे समय से चल रहा है। तमकुहीराज थाना क्षेत्र के आसपास इस तरह के गिरोह अभी भी सक्रिय हैं, जो पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। कुछ माह पहले ही तमकुहीराज पुलिस और साइबर सेल ने ऐसे ही एक फर्जी जीएसटी वसूली गिरोह को पकड़कर जेल भेजा था, लेकिन इस मामले के बाद भी अवैध वसूली का धंधा पूरी रफ्तार से जारी है। ऑडियो में क्या-क्या हुआ बातचीत वायरल ऑडियो क्लिप, जो 4 मिनट 54 सेकंड लंबी है, में सिपाही मनीष यादव अभद्र भाषा का उपयोग कर गिरोह के सदस्यों से पैसे मांगते सुना जा सकता है। वह गिरोह के सदस्यों को व्हाट्सएप पर अपनी लाइव लोकेशन भेजने का निर्देश देता है। बातचीत के दौरान सिपाही यह भी दावा करता है कि उसका कमरे का बगल में रहने वाला दारोगा उससे निकट संबंध रखता है और थाने में उसकी बात मानी जाती है। जांच में जुटी पुलिस एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि सिपाही मनीष यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया है और मामले की गहराई से जांच के लिए सीओ को निर्देश दिए गए हैं। पुलिस इस मामले में वसूली गिरोह के अन्य सदस्यों की भूमिका की भी जांच कर रही है। कुशीनगर जिले में इस तरह की घटनाएं पुलिस और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं, और पुलिस विभाग की छवि को भी ठेस पहुंचाती हैं।

Nov 5, 2024 - 09:25
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फर्जी जीएसटी अधिकारी और सिपाही का मिलीभगत उजागर:एसपी ने सिपाही को किया लाइन हाजिर, फर्जी अधिकारी दरोगा का करीबी बताता है
जिले के तमकुहीराज थाने में तैनात सिपाही मनीष यादव का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह हाईवे पर जीएसटी अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने वाले गिरोह से पैसे मांगता सुना जा सकता है। ऑडियो में मनीष यादव गिरोह के सदस्यों से आठ हजार रुपये की मांग कर रहा है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने सिपाही मनीष यादव को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह ऑडियो लगभग 6 महीने पुराना बताया जा रहा है, जिसमें सिपाही मनीष यादव और गिरोह के एक सदस्य के बीच बातचीत दर्ज है। ऑडियो में मनीष यादव गिरोह के तीन सदस्यों, राजन, जय, और अजय से अभद्र भाषा में बात करते हुए आठ हजार रुपये की मांग कर रहा है। वह दारोगा से अपनी नजदीकी का हवाला देकर, थाने में अपनी बात मनवाने का दावा भी कर रहा है। इस बातचीत में गिरोह का सदस्य उसे बताता है कि जुआ खेलने वालों से 80 हजार रुपये तक की वसूली हुई है। वसूली में पुलिस और गिरोह की मिलीभगत सूत्रों के अनुसार, नेशनल हाईवे-28 पर सक्रिय फर्जी जीएसटी अधिकारी बनकर वसूली करने वाले गिरोह की गतिविधियों में कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों के समर्थन से हाईवे पर यह अवैध धंधा लंबे समय से चल रहा है। तमकुहीराज थाना क्षेत्र के आसपास इस तरह के गिरोह अभी भी सक्रिय हैं, जो पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। कुछ माह पहले ही तमकुहीराज पुलिस और साइबर सेल ने ऐसे ही एक फर्जी जीएसटी वसूली गिरोह को पकड़कर जेल भेजा था, लेकिन इस मामले के बाद भी अवैध वसूली का धंधा पूरी रफ्तार से जारी है। ऑडियो में क्या-क्या हुआ बातचीत वायरल ऑडियो क्लिप, जो 4 मिनट 54 सेकंड लंबी है, में सिपाही मनीष यादव अभद्र भाषा का उपयोग कर गिरोह के सदस्यों से पैसे मांगते सुना जा सकता है। वह गिरोह के सदस्यों को व्हाट्सएप पर अपनी लाइव लोकेशन भेजने का निर्देश देता है। बातचीत के दौरान सिपाही यह भी दावा करता है कि उसका कमरे का बगल में रहने वाला दारोगा उससे निकट संबंध रखता है और थाने में उसकी बात मानी जाती है। जांच में जुटी पुलिस एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि सिपाही मनीष यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया है और मामले की गहराई से जांच के लिए सीओ को निर्देश दिए गए हैं। पुलिस इस मामले में वसूली गिरोह के अन्य सदस्यों की भूमिका की भी जांच कर रही है। कुशीनगर जिले में इस तरह की घटनाएं पुलिस और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं, और पुलिस विभाग की छवि को भी ठेस पहुंचाती हैं।

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