फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट करेगा अस्पतालों का फायर ऑडिट:आगरा में 482 अस्पताल रजिस्टर्ड, 200 से ज्यादा के पास फायर एनओसी

झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड के बाद आगरा के अस्पतालों को लेकर स्वास्थ्य विभाग एलर्ट हो गया है। प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण चल रहा है, इसके बाद सरकारी अस्पतालों में भी निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए टीमें बनाई जाएंगी। 50 बेड से कम कैपेसिटी वाले अस्पतालों में फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट से ही फायर ऑडिट कराया जाएगा। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से 482 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। जिसमं से 200 से ज्यादा अस्पतालों के पास फायर एनओसी है। बाकी बचे अस्पतालों का निरीक्षण कराया जाएगा। पहले चरण में उन अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा, जिनके एनआईसीयू, आईसीयू फर्स्ट फ्लोर या बेसमेंट में हैं। इस निरीक्षण में फायर ब्रिगेड डिपार्टमें साथ रहेगा। फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट उपकरण और उनकी क्रियाशीलता को चेक करेंगे। अगले तीन दिन में सरकारी अस्पतालों का भी निरीक्षण होगा। इसके लिए अलग से टीम बनाई जाएगी। जो सीएचसी, लेडी लायल अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल का निरीक्षण करेगी। नहीं है ऑडिट के लिए एजेंसी सीएमओ ने बताया कि जनपद में फायर ऑडिट के लिए एजेंसी नहीं है। इसीलिए 50 बेड से कम कैपेसिटी वाले अस्पतालों की फायर ऑडिट फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट से कराई जाएगी। 50 बेड से ज्यादा कैपेसिटी अस्पतालों के लिए फायर एनओसी अनिवार्य है। उसके बिना रजिस्ट्रेशन नहीं मिलेगा। अगर नहीं है एनओसी तो रजिस्ट्रेशन कैंसिल हो जाएगा। उससे पहले उन्हें समय दिया जाएगा, जिसमें मानक पूरे कर सकें। 13 से ज्यादा अस्पतालों का हुआ निरीक्षण स्वास्थ्य विभाग ने पिछले दो दिनों में 13 से ज्यादा अस्पतालों का निरीक्षण किया। जिसमें से लगभग सभी में कमियां मिली हैं। एक-दो अस्पतालों में ही मानक पूरे मिले। टीम ने रिपोर्ट बनाकर सीएमओ को सौंप दी है। अगले तीन दिन में सभी सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण करने की योजना है।

Nov 22, 2024 - 06:25
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फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट करेगा अस्पतालों का फायर ऑडिट:आगरा में 482 अस्पताल रजिस्टर्ड, 200 से ज्यादा के पास फायर एनओसी
झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड के बाद आगरा के अस्पतालों को लेकर स्वास्थ्य विभाग एलर्ट हो गया है। प्राइवेट अस्पतालों का निरीक्षण चल रहा है, इसके बाद सरकारी अस्पतालों में भी निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए टीमें बनाई जाएंगी। 50 बेड से कम कैपेसिटी वाले अस्पतालों में फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट से ही फायर ऑडिट कराया जाएगा। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से 482 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। जिसमं से 200 से ज्यादा अस्पतालों के पास फायर एनओसी है। बाकी बचे अस्पतालों का निरीक्षण कराया जाएगा। पहले चरण में उन अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा, जिनके एनआईसीयू, आईसीयू फर्स्ट फ्लोर या बेसमेंट में हैं। इस निरीक्षण में फायर ब्रिगेड डिपार्टमें साथ रहेगा। फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट उपकरण और उनकी क्रियाशीलता को चेक करेंगे। अगले तीन दिन में सरकारी अस्पतालों का भी निरीक्षण होगा। इसके लिए अलग से टीम बनाई जाएगी। जो सीएचसी, लेडी लायल अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल का निरीक्षण करेगी। नहीं है ऑडिट के लिए एजेंसी सीएमओ ने बताया कि जनपद में फायर ऑडिट के लिए एजेंसी नहीं है। इसीलिए 50 बेड से कम कैपेसिटी वाले अस्पतालों की फायर ऑडिट फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट से कराई जाएगी। 50 बेड से ज्यादा कैपेसिटी अस्पतालों के लिए फायर एनओसी अनिवार्य है। उसके बिना रजिस्ट्रेशन नहीं मिलेगा। अगर नहीं है एनओसी तो रजिस्ट्रेशन कैंसिल हो जाएगा। उससे पहले उन्हें समय दिया जाएगा, जिसमें मानक पूरे कर सकें। 13 से ज्यादा अस्पतालों का हुआ निरीक्षण स्वास्थ्य विभाग ने पिछले दो दिनों में 13 से ज्यादा अस्पतालों का निरीक्षण किया। जिसमें से लगभग सभी में कमियां मिली हैं। एक-दो अस्पतालों में ही मानक पूरे मिले। टीम ने रिपोर्ट बनाकर सीएमओ को सौंप दी है। अगले तीन दिन में सभी सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण करने की योजना है।

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