बरेली डॉक्टर के वायरल वीडियो मामले में टीम गठित:अपना पक्ष रखने के लिए 7 दिन का समय, आयुष्मान कार्ड से इलाज को लेकर भड़का था

बरेली के नामी ग्रामी अस्पताल के डॉक्टर ने आयुष्मान भारत योजना और सरकार पर सवाल उठाते हुए अस्पताल में एक तीमारदार को हड़काया था और मरीज सहित अस्पताल से बाहर का रास्ता निकाल दिया था। जिस प्रकरण का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसी मामले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने भी संज्ञान लिया था। इसी क्रम में अस्पताल के डॉक्टर को सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह द्वारा एक नोटिस जारी हुआ है जिसमें सात दिन के अंदर डॉक्टर को अपना पक्ष रखने को कहा गया है। जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल से संबंधित दो डॉक्टरों की टीम मामले पर जांच भी करेगी। माना जा रहा है कि जांच में डॉक्टर को इस मामले में राहत भी मिल सकती है, आखिर किस हालात में डॉक्टर ने आपत्तिजनक बातें बोली थी। हालांकि अस्पताल से बाहर निकलते ही महिला ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया था। फिलहाल अब जिलाधिकारी बरेली के आदेश के बाद स्वास्थ्य महकमें ने वायरल वीडियो के आधार पर निजी अस्पताल के डॉक्टर की इस घिनौनी करतूत की जांच शुरू हो गई है। दअरसल मामला बरेली जिले के एक बड़े और नामी ग्रामी अस्पताल का है। जहां बीते एक सप्ताह पहले शाहजहांपुर जिलs के मिर्जापुर कलान थाना इलाके की रहने वाली विजय लक्ष्मी को पैरालाइज अटैक पड़ने पर परिजन इस डॉक्टर के अस्पताल में लेकर पहुंचे थे। डॉक्टर ने विजयलक्ष्मी को आईसीयू में भर्ती कर इलाज करना शुरू कर दिया। विजय लक्ष्मी के परिजनों के पास जो जमा पूंजी थी वह उन्होंने जमा कर दी और आगे का इलाज आयुष्मान कार्ड से करने को कहा। कआयुष्मान कार्ड का नाम सुनते ही डॉक्टर भड़क गया। और उसने प्रधानमंत्री की सबसे महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत पर सवाल उठाते हुए सरकार, नेताओं और अधिकारियों को खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दिया। एसीएमओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में एक नोटिस डॉक्टर को जारी किया गया है। वह और डॉक्टर लईक मिलकर मामले की जांच करेंगे। इस संबंध में सीएमओ बरेली ने जांच के लिए उन्हें निर्देशित किया है।

Nov 18, 2024 - 09:25
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बरेली डॉक्टर के वायरल वीडियो मामले में टीम गठित:अपना पक्ष रखने के लिए 7 दिन का समय, आयुष्मान कार्ड से इलाज को लेकर भड़का था
बरेली के नामी ग्रामी अस्पताल के डॉक्टर ने आयुष्मान भारत योजना और सरकार पर सवाल उठाते हुए अस्पताल में एक तीमारदार को हड़काया था और मरीज सहित अस्पताल से बाहर का रास्ता निकाल दिया था। जिस प्रकरण का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसी मामले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने भी संज्ञान लिया था। इसी क्रम में अस्पताल के डॉक्टर को सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह द्वारा एक नोटिस जारी हुआ है जिसमें सात दिन के अंदर डॉक्टर को अपना पक्ष रखने को कहा गया है। जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल से संबंधित दो डॉक्टरों की टीम मामले पर जांच भी करेगी। माना जा रहा है कि जांच में डॉक्टर को इस मामले में राहत भी मिल सकती है, आखिर किस हालात में डॉक्टर ने आपत्तिजनक बातें बोली थी। हालांकि अस्पताल से बाहर निकलते ही महिला ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया था। फिलहाल अब जिलाधिकारी बरेली के आदेश के बाद स्वास्थ्य महकमें ने वायरल वीडियो के आधार पर निजी अस्पताल के डॉक्टर की इस घिनौनी करतूत की जांच शुरू हो गई है। दअरसल मामला बरेली जिले के एक बड़े और नामी ग्रामी अस्पताल का है। जहां बीते एक सप्ताह पहले शाहजहांपुर जिलs के मिर्जापुर कलान थाना इलाके की रहने वाली विजय लक्ष्मी को पैरालाइज अटैक पड़ने पर परिजन इस डॉक्टर के अस्पताल में लेकर पहुंचे थे। डॉक्टर ने विजयलक्ष्मी को आईसीयू में भर्ती कर इलाज करना शुरू कर दिया। विजय लक्ष्मी के परिजनों के पास जो जमा पूंजी थी वह उन्होंने जमा कर दी और आगे का इलाज आयुष्मान कार्ड से करने को कहा। कआयुष्मान कार्ड का नाम सुनते ही डॉक्टर भड़क गया। और उसने प्रधानमंत्री की सबसे महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत पर सवाल उठाते हुए सरकार, नेताओं और अधिकारियों को खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दिया। एसीएमओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में एक नोटिस डॉक्टर को जारी किया गया है। वह और डॉक्टर लईक मिलकर मामले की जांच करेंगे। इस संबंध में सीएमओ बरेली ने जांच के लिए उन्हें निर्देशित किया है।

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