बहराइच हिंसा-पुलिसवालों के साथ लाठी लेकर चल रहे थे उपद्रवी:कार में तोड़फोड़ की, फिर आग लगाई; राम गोपाल को बाइक से पहुंचाया था अस्पताल

बहराइच हिंसा से जुड़े 2 नए वीडियो सामने आए हैं। एक फुटेज में राम गोपाल मिश्रा बाइक पर दिख रहा है। साथी उसे बाइक पर बैठाकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। तब वह जिंदा था। कुछ देर बाद ही राम गोपाल की मौत हो गई थी। राम गोपाल के परिजनों ने कहा, 'बेटे को गोली लगने के बाद तहसीलदार ने मदद के लिए सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं कराया था। आरोपों के बाद प्रशासन ने तहसीलदार को सस्पेंड करते हुए जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया है। दूसरा फुटेज 14 अक्टूबर का है। इसमें दिख रहा कि उपद्रवी पुलिसवालों के साथ चल रहे हैं। रास्ते में खड़ी कार में बुरी तरह से तोड़-फोड़कर आग लगा देते हैं। कार जब जलने लगती है तो आरोपी फरार हो जाते हैं। दरअसल, बहराइच में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विजर्सन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसमें राम गोपाल की हत्या हो गई थी। राम गोपाल की मौत के बाद शहर में आगजनी हुई। 50 से ज्यादा घरों में आग लगा दी गई थी। इसके चलते लोग अपने घरों को छोड़कर भाग गए थे। दोबारा लौटने पर उन्होंने घर का CCTV चेक किया तो घटना सामने आई। तस्वीरें देखिए.... अब राम गोपाल का नया फुटेज देखिए... दैनिक भास्कर से एसपी वृंदा शुक्ला के पीआरओ शिवेश शुक्ला ने बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है। जो लोग इसमें दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी अमरेंद्र सिंह ने कहा कि वीडियो हमने भी भास्कर ऐप पर देखा है। स्थानीय पुलिस इसे अपनी विवेचना में शामिल कर रही है। अब जानिए बहराइच दंगा के बारे में... बहराइच से करीब 40 किमी दूर महराजगंज बाजार में रविवार, 13 अक्टूबर की शाम 6 बजे दुर्गा प्रतिमा का जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान कुछ युवकों ने डीजे बंद करने को कहा तो विवाद हो गया। थोड़ी देर में हिंसा भड़क गई। पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। रात भर प्रदर्शन चलता रहा। अगले दिन, सोमवार सुबह लोग फिर से उग्र हो गए। हजारों की भीड़ ने अस्पताल में आग लगा दी। कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया। भीड़ देखकर पुलिस को पीछे हटना पड़ा। आसपास के 6 जिलों से फोर्स और पीएसी बुलाई गई। हिंसा प्रभावित इलाके में गुरुवार तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहां पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं। पुलिस फोर्स तैनात है। अब तक 89 आरोपी पकड़े जा चुके हैं बहराइच हिंसा में शामिल अब तक 100 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। शुक्रवार को 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। अब तक पुलिस ने हिंसा से जुड़े 14 मामले दर्ज कर लिए हैं। प्रशासन शांति व्यवस्था बहाल करने की कोशिश में जुटा हुआ है, लेकिन हालात अभी भी संवेदनशील बने हुए हैं। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... बहराइच हिंसा-भास्कर स्टिंग के बाद दोनों उपद्रवी गिरफ्तार:कबूला- घरों को जलाया, लूटपाट की; कैमरे पर कहा था- 2 घंटे पुलिसवाले हट गए थे बहराइच हिंसा पर दैनिक भास्कर ने 22 अक्टूबर को इन्वेस्टिगेशन प्रसारित किया था। इसमें 2 आरोपियों ने कैमरे पर कबूल किया था कि वे हिंसा में शामिल थे। इसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई। बुधवार को उन दोनों उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक का नाम प्रेम कुमार मिश्रा और दूसरा सबूरी मिश्रा है। दोनों ने हिंसा में लूटपाट, आगजनी, पथराव की बात पुलिस के सामने स्वीकार की है। (पढ़ें पूरी खबर)

Oct 25, 2024 - 17:00
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बहराइच हिंसा-पुलिसवालों के साथ लाठी लेकर चल रहे थे उपद्रवी:कार में तोड़फोड़ की, फिर आग लगाई; राम गोपाल को बाइक से पहुंचाया था अस्पताल
बहराइच हिंसा से जुड़े 2 नए वीडियो सामने आए हैं। एक फुटेज में राम गोपाल मिश्रा बाइक पर दिख रहा है। साथी उसे बाइक पर बैठाकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। तब वह जिंदा था। कुछ देर बाद ही राम गोपाल की मौत हो गई थी। राम गोपाल के परिजनों ने कहा, 'बेटे को गोली लगने के बाद तहसीलदार ने मदद के लिए सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं कराया था। आरोपों के बाद प्रशासन ने तहसीलदार को सस्पेंड करते हुए जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया है। दूसरा फुटेज 14 अक्टूबर का है। इसमें दिख रहा कि उपद्रवी पुलिसवालों के साथ चल रहे हैं। रास्ते में खड़ी कार में बुरी तरह से तोड़-फोड़कर आग लगा देते हैं। कार जब जलने लगती है तो आरोपी फरार हो जाते हैं। दरअसल, बहराइच में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विजर्सन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसमें राम गोपाल की हत्या हो गई थी। राम गोपाल की मौत के बाद शहर में आगजनी हुई। 50 से ज्यादा घरों में आग लगा दी गई थी। इसके चलते लोग अपने घरों को छोड़कर भाग गए थे। दोबारा लौटने पर उन्होंने घर का CCTV चेक किया तो घटना सामने आई। तस्वीरें देखिए.... अब राम गोपाल का नया फुटेज देखिए... दैनिक भास्कर से एसपी वृंदा शुक्ला के पीआरओ शिवेश शुक्ला ने बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है। जो लोग इसमें दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी। डीआईजी अमरेंद्र सिंह ने कहा कि वीडियो हमने भी भास्कर ऐप पर देखा है। स्थानीय पुलिस इसे अपनी विवेचना में शामिल कर रही है। अब जानिए बहराइच दंगा के बारे में... बहराइच से करीब 40 किमी दूर महराजगंज बाजार में रविवार, 13 अक्टूबर की शाम 6 बजे दुर्गा प्रतिमा का जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान कुछ युवकों ने डीजे बंद करने को कहा तो विवाद हो गया। थोड़ी देर में हिंसा भड़क गई। पथराव-आगजनी के साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। रात भर प्रदर्शन चलता रहा। अगले दिन, सोमवार सुबह लोग फिर से उग्र हो गए। हजारों की भीड़ ने अस्पताल में आग लगा दी। कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया। भीड़ देखकर पुलिस को पीछे हटना पड़ा। आसपास के 6 जिलों से फोर्स और पीएसी बुलाई गई। हिंसा प्रभावित इलाके में गुरुवार तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहां पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं। पुलिस फोर्स तैनात है। अब तक 89 आरोपी पकड़े जा चुके हैं बहराइच हिंसा में शामिल अब तक 100 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। शुक्रवार को 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। अब तक पुलिस ने हिंसा से जुड़े 14 मामले दर्ज कर लिए हैं। प्रशासन शांति व्यवस्था बहाल करने की कोशिश में जुटा हुआ है, लेकिन हालात अभी भी संवेदनशील बने हुए हैं। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... बहराइच हिंसा-भास्कर स्टिंग के बाद दोनों उपद्रवी गिरफ्तार:कबूला- घरों को जलाया, लूटपाट की; कैमरे पर कहा था- 2 घंटे पुलिसवाले हट गए थे बहराइच हिंसा पर दैनिक भास्कर ने 22 अक्टूबर को इन्वेस्टिगेशन प्रसारित किया था। इसमें 2 आरोपियों ने कैमरे पर कबूल किया था कि वे हिंसा में शामिल थे। इसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई। बुधवार को उन दोनों उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक का नाम प्रेम कुमार मिश्रा और दूसरा सबूरी मिश्रा है। दोनों ने हिंसा में लूटपाट, आगजनी, पथराव की बात पुलिस के सामने स्वीकार की है। (पढ़ें पूरी खबर)

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