बुजुर्ग महिला को बहू ने घर से निकाला:8 साल बाद बहू पहुंची घर, बुजुर्ग महिला ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार

कानपुर देहात। शिवली कोतवाली क्षेत्र के सहतावन पुरवा गांव में एक बुजुर्ग महिला को उसकी ही बहू ने घर से बाहर निकाल दिया। 75 वर्षीय रानी देवी ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि बहू ने मारपीट कर उन्हें पुश्तैनी घर से बेघर कर दिया। रानी देवी ने बताया कि उनकी बहू पिछले आठ सालों से उनके बेटे के साथ नहीं रह रही थी और अचानक गांव लौटकर उनके घर पर कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा, "हमने सालों से इस घर को संभाला है, लेकिन अब हमें बाहर कर दिया गया है।" मजबूर होकर पुलिस अधीक्षक से गुहार बेबस बुजुर्ग महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई। रानी देवी ने कहा, "साहब, बहू न तो मेरे बेटे के साथ रहती है और न हमें चैन से जीने दे रही है। वह मारपीट करती है और मुझे बाहर रहने पर मजबूर कर दिया है।" महिला ने यह भी कहा कि वह अब अपने बेटे और बहू से सभी रिश्ते तोड़ना चाहती हैं और अकेले ही जीवन जीना चाहती हैं। लेकिन अपने ही घर में रहने का हक पाने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। पुलिस अधीक्षक का आश्वासन बुजुर्ग महिला की फरियाद पर पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लिया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, "रानी देवी के अधिकारों की रक्षा की जाएगी और उन्हें उनका घर वापस दिलाने के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच सौंप दी है। ग्रामीणों में चर्चा का विषय यह घटना गांव में चर्चा का विषय बन गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बुजुर्ग महिला के साथ हुआ व्यवहार न केवल अमानवीय है, बल्कि सामाजिक मूल्यों के खिलाफ भी है। सभी ने प्रशासन से इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने बुजुर्गों के अधिकार और उनके प्रति बढ़ती संवेदनहीनता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Nov 28, 2024 - 11:30
 0  9.1k
बुजुर्ग महिला को बहू ने घर से निकाला:8 साल बाद बहू पहुंची घर, बुजुर्ग महिला ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
कानपुर देहात। शिवली कोतवाली क्षेत्र के सहतावन पुरवा गांव में एक बुजुर्ग महिला को उसकी ही बहू ने घर से बाहर निकाल दिया। 75 वर्षीय रानी देवी ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि बहू ने मारपीट कर उन्हें पुश्तैनी घर से बेघर कर दिया। रानी देवी ने बताया कि उनकी बहू पिछले आठ सालों से उनके बेटे के साथ नहीं रह रही थी और अचानक गांव लौटकर उनके घर पर कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा, "हमने सालों से इस घर को संभाला है, लेकिन अब हमें बाहर कर दिया गया है।" मजबूर होकर पुलिस अधीक्षक से गुहार बेबस बुजुर्ग महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई। रानी देवी ने कहा, "साहब, बहू न तो मेरे बेटे के साथ रहती है और न हमें चैन से जीने दे रही है। वह मारपीट करती है और मुझे बाहर रहने पर मजबूर कर दिया है।" महिला ने यह भी कहा कि वह अब अपने बेटे और बहू से सभी रिश्ते तोड़ना चाहती हैं और अकेले ही जीवन जीना चाहती हैं। लेकिन अपने ही घर में रहने का हक पाने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। पुलिस अधीक्षक का आश्वासन बुजुर्ग महिला की फरियाद पर पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लिया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, "रानी देवी के अधिकारों की रक्षा की जाएगी और उन्हें उनका घर वापस दिलाने के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल पुलिस ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच सौंप दी है। ग्रामीणों में चर्चा का विषय यह घटना गांव में चर्चा का विषय बन गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बुजुर्ग महिला के साथ हुआ व्यवहार न केवल अमानवीय है, बल्कि सामाजिक मूल्यों के खिलाफ भी है। सभी ने प्रशासन से इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने बुजुर्गों के अधिकार और उनके प्रति बढ़ती संवेदनहीनता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow