भदोही के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में शिक्षकों की कमी:प्रशासन की लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बाधित, छात्राओं को प्राइवेट कोचिंग का सहारा

भदोही के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, महराजगंज में शिक्षकों की कमी ने वहां पढ़ रही छात्राओं के भविष्य को अंधकार में डाल दिया है। एक ओर जहां शासन शिक्षा को बढ़ावा देने का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से विद्यालय में छात्राओं की शिक्षा पर संकट के बादल छा गए हैं। वर्षों से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में लगभग दस वर्षों से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान विषय के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। इसके अलावा, पिछले पांच वर्षों से लेक्चरर का पद भी रिक्त है। ऐसे में विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है। जानकारी के अनुसार, कुछ छात्राओं ने विद्यालय में दाखिला लेने के बावजूद भी शिक्षा व्यवस्था के अभाव में प्राईवेट कोचिंग का सहारा लेना शुरू कर दिया है, ताकि वे किसी तरह से अपने पाठ्यक्रम को पूरा कर सकें। अभिभावकों पर बढ़ा आर्थिक बोझ इस स्थिति के कारण, छात्राओं के अभिभावकों को कोचिंग की फीस भरने का आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा है। जिन छात्राओं के पास पैसे की कमी है, वे शिक्षा से वंचित रह जा रही हैं। यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसके समाधान की आवश्यकता है। कार्रवाई का आश्वासन जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में विज्ञान विषय के शिक्षकों और लेक्चरर की नियुक्ति के लिए शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि निदेशालय से संस्तुति मिलने के बाद विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। इस प्रकार की कार्रवाई से छात्राओं के भविष्य को सुरक्षित करने की कोशिश की जाएगी।

Nov 3, 2024 - 11:25
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भदोही के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में शिक्षकों की कमी:प्रशासन की लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बाधित, छात्राओं को प्राइवेट कोचिंग का सहारा
भदोही के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, महराजगंज में शिक्षकों की कमी ने वहां पढ़ रही छात्राओं के भविष्य को अंधकार में डाल दिया है। एक ओर जहां शासन शिक्षा को बढ़ावा देने का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से विद्यालय में छात्राओं की शिक्षा पर संकट के बादल छा गए हैं। वर्षों से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में लगभग दस वर्षों से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान विषय के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। इसके अलावा, पिछले पांच वर्षों से लेक्चरर का पद भी रिक्त है। ऐसे में विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है। जानकारी के अनुसार, कुछ छात्राओं ने विद्यालय में दाखिला लेने के बावजूद भी शिक्षा व्यवस्था के अभाव में प्राईवेट कोचिंग का सहारा लेना शुरू कर दिया है, ताकि वे किसी तरह से अपने पाठ्यक्रम को पूरा कर सकें। अभिभावकों पर बढ़ा आर्थिक बोझ इस स्थिति के कारण, छात्राओं के अभिभावकों को कोचिंग की फीस भरने का आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा है। जिन छात्राओं के पास पैसे की कमी है, वे शिक्षा से वंचित रह जा रही हैं। यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसके समाधान की आवश्यकता है। कार्रवाई का आश्वासन जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में विज्ञान विषय के शिक्षकों और लेक्चरर की नियुक्ति के लिए शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि निदेशालय से संस्तुति मिलने के बाद विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। इस प्रकार की कार्रवाई से छात्राओं के भविष्य को सुरक्षित करने की कोशिश की जाएगी।

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