भवानीगंज में अद्भुत रामलीला की शुरुआत, सुपर्णखा की बुलेट एंट्री ने बढ़ाया उत्साह
Corbetthalchal रामनगर-श्राद्ध माह के आरंभ होते ही भवानीगंज की आदर्श रामलीला समिति ने इस वर्ष की भव्य रामलीला का उद्घाटन कर दिया रामलीला का शुभारंभ ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी…

भवानीगंज में अद्भुत रामलीला की शुरुआत, सुपर्णखा की बुलेट एंट्री ने बढ़ाया उत्साह
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - India Twoday
कम शब्दों में कहें तो, रामनगर के भवानीगंज में आदर्श रामलीला समिति ने इस वर्ष की भव्य रामलीला का शानदार उद्घाटन किया है। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक उत्साह को भी बढ़ाया है।
रामनगर में श्राद्ध माह के आगाज़ के साथ ही आदर्श रामलीला समिति ने अपने 52वें वर्ष में RAMLILA का धूमधाम से उद्घाटन किया। इस बार की रामलीला की खास बात यह है कि इसमें सुपर्णखा का अभिनव बुलेट एंट्री ड्रामा दर्शकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना। इस भव्य समारोह का उद्घाटन ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने किया।
भव्य रामलीला का उत्सव
हर साल की तरह इस वर्ष भी भवानीगंज की आदर्श रामलीला समिति ने अपने परंपरागत रमणीय रामलीला का आयोजन किया है। इस रामलीला को देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शक दूर-दूर से आए हैं। कई लोग इस त्यौहार का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक मान्यता का प्रतीक है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को भी आगे बढ़ाता है।
सुपर्णखा की अनोखी एंट्री
रामलीला में सुपर्णखा का बुलेट पर आगमन दर्शकों के लिए एक चौंकाने वाला अनुभव था। सुपर्णखा का यह आधुनिक और रोमांचक अंदाज, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके माध्यम से वर्तमान युग के साथ पुरानी परंपराओं का संयोजन करने की कोशिश की गई है। यह एंट्री रामलीला को एक नया मोड़ देने का काम करती है।
स्थानीय लोगों का उत्साह
स्थानीय समुदाय ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर सहयोग दिया है। दर्शकों में उत्साह का माहौल था और स्थानीय कलाकारों ने शानदार नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए। इस अवसर पर ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा, "हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि हम इस अद्भुत सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बन रहे हैं।"
आधुनिकता और परंपरा का संगम
सुपर्णखा का बुलेट से आगमन, एक तरह से दिखाता है कि कैसे आधुनिकता और भारतीय संस्कृति का संगम संभव है। समारोह में शामिल हुए दर्शकों ने इस नए प्रयोग की सराहना की और इसे एक सकारात्मक बदलाव माना।
भवानीगंज में हुई इस रामलीला का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। यह जगह हर साल एक आदर्श स्थल बन जाता है, जहाँ लोग एकत्र होते हैं और अपनी धार्मिक आस्था का प्रदर्शन करते हैं।
अंत में, हम यह कह सकते हैं कि यह रामलीला न केवल भव्य थी, बल्कि इसने हमारे समाज को एकता और धार्मिकता के पल से जोड़ा है। ऐसे आयोजनों का महत्व इस बात में है कि यह नई पीढ़ी को हमारी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं से जोड़ते हैं।
फिर से इस प्रकार के अद्भुत आयोजनों का इंतजार रहेगा।
अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, यहाँ क्लिक करें.
Team India Twoday, दीप्ति शर्मा
What's Your Reaction?






