भास्कर एक्सप्लेनर- ट्रम्प के हाथों में आएगा न्यूक्लियर फुटबॉल:बाइडेन कैसे ट्रांसफर करेंगे सत्ता; नतीजों से पद संभालने तक क्या-क्या होगा
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत लगभग तय मानी जा रही है। नतीजों से पद संभालने तक क्या-क्या होगा, भास्कर एक्सप्लेनर में 6 जरूरी सवालों के जवाब… सवाल 1 : राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब अमेरिका में क्या होगा? जवाब : वोटिंग खत्म होते ही नतीजे आने शुरू हो गए हैं। अब तक 43 राज्यों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 27 में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और 15 में डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस को जीत मिली है। अब सभी राज्यों के इलेक्टर्स तय होंगे। यह मिलकर इलेक्टोरल कॉलेज बनाएंगे जो राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे। सवाल 2 : अगर कांग्रेस के वोट गिनने पर किसी कैंडिडेट को बहुमत नहीं मिलता तो क्या होगा? जवाब : मौजूदा रुझानों में तो ट्रम्प को बहुमत मिलता दिख रहा है। हालांकि अगर अगर 6 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस की गिनती में किसी भी कैंडिडेट को 270 इलेक्टोरल वोट नहीं मिलते है, तो प्रेसिडेंट के चुनाव की प्रक्रिया में संविधान के अमेंडमेंट 12 के अंतर्गत राष्ट्रपति का चुनाव होता है। सवाल 3 : अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में क्या होगा? जवाब : नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को वॉशिंगटन डीसी की कैपिटल बिल्डिंग में होगा। इस दिन सबसे पहले नए राष्ट्रपति अपने आवास से निकलकर चर्च जाएंगे। यह परंपरा 1933 में प्रेसिडेंट फ्रांकलिन डी रूजवेल्ट ने शुरू की थी। इसके अलावा परंपरा यह भी रही है कि कैपिटल बिल्डिंग में आने से पहले नए राष्ट्रपति, व्हाइट हाउस मौजूदा राष्ट्रपति से मिलने जाते हैं। यहां दोनों के बीच औपचारिक संवाद होता है। हालांकि जब जो बाइडेन राष्ट्रपति बने थे तो उनके शपथ ग्रहण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वैकेशन पर चले गए थे। ऐसे में देखना होगा कि अगर इस बार ट्रम्प राष्ट्रपति बनते हैं तो क्या जो बाइडेन उनके शपथ ग्रहण में शामिल होते हैं या नहीं। व्हाइट हाउस में पूर्व राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद, नए राष्ट्रपति कैपिटल बिल्डिंग जाएंगे। यहां कांग्रेस सदस्यों सहित कई गेस्ट राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण की प्रतीक्षा करेंगे। कैपिटल बिल्डिंग में सबसे पहले उपराष्ट्रपति शपथ लेंगे। थोड़ी देर बाद राष्ट्रपति शपथ लेंगे। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस राष्ट्रपति को शपथ दिलाएंगे। राष्ट्रपति वही एक लाइन की शपथ लेते हैं जो पहले प्रेसिडेंट जॉर्ज वॉशिंगटन ने ली थी- मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का ईमानदारी से पालन करूंगा, और अपनी सर्वोत्तम क्षमता से संयुक्त राज्य के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा। शपथ के बाद राष्ट्रपति अमेरिका की जनता को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम हो जाने के बाद नए राष्ट्रपति की प्रेसिडेंट रूम में साइनिंग सेरेमनी होगी। इस दौरान राष्ट्रपति नोमिनेशन और पद ग्रहण करने के बाद अपने पहले आदेशों को साइन करते हैं। यह परंपरा 1981 में प्रेसिडेंट रोनॉल्ड रीगन ने शुरू की थी। इसके बाद राष्ट्रपति इनॉगरल डे परेड में शामिल होंगे। कार्यक्रम के समापन के बाद नए राष्ट्रपति अपने परिवार के साथ व्हाइट हाउस में शिफ्ट हो जाएंगे। सवाल 4: शपथ ग्रहण समारोह के बाद पूर्व राष्ट्रपति नए राष्ट्रपति को एक ब्रीफकेस देते हैं। इसमें क्या होता है? जवाब : अमेरिका के नए राष्ट्रपति को शपथ ग्रहण के बाद पूर्व राष्ट्रपति एक ब्रीफकेस सौंपते है। इसे न्यूक्लियर फुटबॉल कहते हैं। यह काले रंग का ब्रीफकेस अमेरिका के राष्ट्रपति को न्यूक्लियर बम कंट्रोल करने की शक्ति देता है। इस ब्रीफकेस में न्यूक्लियर वॉर का प्लान होता है। साथ ही यह ब्रीफकेस अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी भी स्थिति में न्यूक्लियर बम लॉन्च करने का अधिकार देता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जहां भी जाते हैं, उनके साथ एक मीलीट्री ऑफिसर इस ब्रीफकेस को साथ लेकर चलता है। किसी भी आपातकाल की स्थिति में राष्ट्रपति एटम बम लॉन्च करने का फैसला ले सकते हैं। इस ब्रीफकेस के पूरे सिस्टम के बारे में अन्य जानकारियां गोपनीय रखी गई है। सवाल 5 : अमेरिकी राष्ट्रपति कैसे शपथ लेते हैं? जवाब : अमेरिका के राष्ट्रपति आमतौर पर बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ लेते हैं। 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने परिवार की 19वीं सदी की बाइबिल पर हाथ रखकर राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इस दौरान उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने बाइबिल अपने हाथ में पकड़ी थीं। उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने दो बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ ली थी, जिसे उनके पति ने हाथ में पकड़ा था। इसमें से एक बाइबिल सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस थर्गुड मार्शल की थी और दूसरी कैलिफोर्निया में उनकी पड़ोसी की जिन्हें वे अपनी दूसरी मां मानती थी। पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने भी 1789 में बाइबिल पर हाथ रखकर ही शपथ ली थी। हालांकि नियमों के अनुसार नए राष्ट्रपति को सिर्फ शपथ लेनी होती है। इसमें किसी बाइबिल या कोई और धार्मिक पुस्तक से शपथ लेने जैसा कोई नियम नहीं है। प्रेसिडेंट जॉन क्विन्सी ने कानून की किताब की शपथ ली थी। जबकि थियोडोर रूजवेल्ट ने बिना किसी किताब पर हाथ रखे राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली थी। सवाल 6 : अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव जीतने के बाद पुराने राष्ट्रपति कैसे नए राष्ट्रपति को कुर्सी देते हैं। जवाब : अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के बाद पुराने राष्ट्रपति और नए राष्ट्रपति आपस में अपनी कुर्सियां बदलते हैं। यानी पूर्व राष्ट्रपति अपनी राष्ट्रपति की कुर्सी नए राष्ट्रपति को सौंपते हैं। यह शांति से सत्ता हस्तांतरण का संकेत होता देता है। हालांकि जो बाइडेन के शपथ ग्रहण में पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप शामिल नहीं हुए थे। इसके चलते इस प्रकार कुर्सियां नहीं बदल पाई थी। -------------- अमेरिका के चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें... मंडे मेगा स्टोरी- अमेरिका में मंगलवार को ही वोटिंग क्यों:राष्ट्रपति को कुछ हुआ तो 18 लोग कुर्सी के लिए हमेशा क्यों तैयार रहते हैं 1841 में अमेरिकी राष्ट्रपति विलियम हेनरी की पद संभालने के 32 दिन बाद ही मृत
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत लगभग तय मानी जा रही है। नतीजों से पद संभालने तक क्या-क्या होगा, भास्कर एक्सप्लेनर में 6 जरूरी सवालों के जवाब… सवाल 1 : राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब अमेरिका में क्या होगा? जवाब : वोटिंग खत्म होते ही नतीजे आने शुरू हो गए हैं। अब तक 43 राज्यों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 27 में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और 15 में डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस को जीत मिली है। अब सभी राज्यों के इलेक्टर्स तय होंगे। यह मिलकर इलेक्टोरल कॉलेज बनाएंगे जो राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे। सवाल 2 : अगर कांग्रेस के वोट गिनने पर किसी कैंडिडेट को बहुमत नहीं मिलता तो क्या होगा? जवाब : मौजूदा रुझानों में तो ट्रम्प को बहुमत मिलता दिख रहा है। हालांकि अगर अगर 6 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस की गिनती में किसी भी कैंडिडेट को 270 इलेक्टोरल वोट नहीं मिलते है, तो प्रेसिडेंट के चुनाव की प्रक्रिया में संविधान के अमेंडमेंट 12 के अंतर्गत राष्ट्रपति का चुनाव होता है। सवाल 3 : अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में क्या होगा? जवाब : नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को वॉशिंगटन डीसी की कैपिटल बिल्डिंग में होगा। इस दिन सबसे पहले नए राष्ट्रपति अपने आवास से निकलकर चर्च जाएंगे। यह परंपरा 1933 में प्रेसिडेंट फ्रांकलिन डी रूजवेल्ट ने शुरू की थी। इसके अलावा परंपरा यह भी रही है कि कैपिटल बिल्डिंग में आने से पहले नए राष्ट्रपति, व्हाइट हाउस मौजूदा राष्ट्रपति से मिलने जाते हैं। यहां दोनों के बीच औपचारिक संवाद होता है। हालांकि जब जो बाइडेन राष्ट्रपति बने थे तो उनके शपथ ग्रहण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वैकेशन पर चले गए थे। ऐसे में देखना होगा कि अगर इस बार ट्रम्प राष्ट्रपति बनते हैं तो क्या जो बाइडेन उनके शपथ ग्रहण में शामिल होते हैं या नहीं। व्हाइट हाउस में पूर्व राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद, नए राष्ट्रपति कैपिटल बिल्डिंग जाएंगे। यहां कांग्रेस सदस्यों सहित कई गेस्ट राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण की प्रतीक्षा करेंगे। कैपिटल बिल्डिंग में सबसे पहले उपराष्ट्रपति शपथ लेंगे। थोड़ी देर बाद राष्ट्रपति शपथ लेंगे। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस राष्ट्रपति को शपथ दिलाएंगे। राष्ट्रपति वही एक लाइन की शपथ लेते हैं जो पहले प्रेसिडेंट जॉर्ज वॉशिंगटन ने ली थी- मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का ईमानदारी से पालन करूंगा, और अपनी सर्वोत्तम क्षमता से संयुक्त राज्य के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा। शपथ के बाद राष्ट्रपति अमेरिका की जनता को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम हो जाने के बाद नए राष्ट्रपति की प्रेसिडेंट रूम में साइनिंग सेरेमनी होगी। इस दौरान राष्ट्रपति नोमिनेशन और पद ग्रहण करने के बाद अपने पहले आदेशों को साइन करते हैं। यह परंपरा 1981 में प्रेसिडेंट रोनॉल्ड रीगन ने शुरू की थी। इसके बाद राष्ट्रपति इनॉगरल डे परेड में शामिल होंगे। कार्यक्रम के समापन के बाद नए राष्ट्रपति अपने परिवार के साथ व्हाइट हाउस में शिफ्ट हो जाएंगे। सवाल 4: शपथ ग्रहण समारोह के बाद पूर्व राष्ट्रपति नए राष्ट्रपति को एक ब्रीफकेस देते हैं। इसमें क्या होता है? जवाब : अमेरिका के नए राष्ट्रपति को शपथ ग्रहण के बाद पूर्व राष्ट्रपति एक ब्रीफकेस सौंपते है। इसे न्यूक्लियर फुटबॉल कहते हैं। यह काले रंग का ब्रीफकेस अमेरिका के राष्ट्रपति को न्यूक्लियर बम कंट्रोल करने की शक्ति देता है। इस ब्रीफकेस में न्यूक्लियर वॉर का प्लान होता है। साथ ही यह ब्रीफकेस अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी भी स्थिति में न्यूक्लियर बम लॉन्च करने का अधिकार देता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जहां भी जाते हैं, उनके साथ एक मीलीट्री ऑफिसर इस ब्रीफकेस को साथ लेकर चलता है। किसी भी आपातकाल की स्थिति में राष्ट्रपति एटम बम लॉन्च करने का फैसला ले सकते हैं। इस ब्रीफकेस के पूरे सिस्टम के बारे में अन्य जानकारियां गोपनीय रखी गई है। सवाल 5 : अमेरिकी राष्ट्रपति कैसे शपथ लेते हैं? जवाब : अमेरिका के राष्ट्रपति आमतौर पर बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ लेते हैं। 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने परिवार की 19वीं सदी की बाइबिल पर हाथ रखकर राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इस दौरान उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने बाइबिल अपने हाथ में पकड़ी थीं। उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने दो बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ ली थी, जिसे उनके पति ने हाथ में पकड़ा था। इसमें से एक बाइबिल सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस थर्गुड मार्शल की थी और दूसरी कैलिफोर्निया में उनकी पड़ोसी की जिन्हें वे अपनी दूसरी मां मानती थी। पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने भी 1789 में बाइबिल पर हाथ रखकर ही शपथ ली थी। हालांकि नियमों के अनुसार नए राष्ट्रपति को सिर्फ शपथ लेनी होती है। इसमें किसी बाइबिल या कोई और धार्मिक पुस्तक से शपथ लेने जैसा कोई नियम नहीं है। प्रेसिडेंट जॉन क्विन्सी ने कानून की किताब की शपथ ली थी। जबकि थियोडोर रूजवेल्ट ने बिना किसी किताब पर हाथ रखे राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली थी। सवाल 6 : अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव जीतने के बाद पुराने राष्ट्रपति कैसे नए राष्ट्रपति को कुर्सी देते हैं। जवाब : अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के बाद पुराने राष्ट्रपति और नए राष्ट्रपति आपस में अपनी कुर्सियां बदलते हैं। यानी पूर्व राष्ट्रपति अपनी राष्ट्रपति की कुर्सी नए राष्ट्रपति को सौंपते हैं। यह शांति से सत्ता हस्तांतरण का संकेत होता देता है। हालांकि जो बाइडेन के शपथ ग्रहण में पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप शामिल नहीं हुए थे। इसके चलते इस प्रकार कुर्सियां नहीं बदल पाई थी। -------------- अमेरिका के चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें... मंडे मेगा स्टोरी- अमेरिका में मंगलवार को ही वोटिंग क्यों:राष्ट्रपति को कुछ हुआ तो 18 लोग कुर्सी के लिए हमेशा क्यों तैयार रहते हैं 1841 में अमेरिकी राष्ट्रपति विलियम हेनरी की पद संभालने के 32 दिन बाद ही मृत्यु हो गई थी। इस समय अमेरिका में बहस छिड़ी कि उपराष्ट्रपति जॉन टेलर को राष्ट्रपति की पूर्ण शक्तियां मिलेंगी या नहीं, क्योंकि अमेरिकी कानून में इससे संबंधित कोई निश्चित प्रावधान नहीं था। 1865 में राष्ट्रपति अब्राहिम लिंकन की हत्या और उसके बाद जेम्स ए. गारफील्ड और विलियम मैककिनले की हत्या पर भी राष्ट्रपति के उत्तराधिकर की समस्या उठी। ऐसे में साल 1947 में प्रेसिडेंट सक्सेशन एक्ट लाया गया। अब अमेरिकी राष्ट्रपति के इस्तीफा देने, पद से हटाए जाने या मृत्यु हो जाने पर फॉलो होने वाले 18 उत्तराधिकारियों का पूरा क्रम निश्चित है। पूरी स्टोरी पढ़िए...