महाकुंभ में 26 जनवरी को होगी धर्म संसद:प्रयागराज में अखाड़ों के संत सनातन बोर्ड बनाने का प्रस्ताव करेंगे तैयार
प्रयागराज में 13 जनवरी से त्रिवेणी के तट पर लगने जा रहे महाकुंभ की तैयारियां प्रशासन के साथ ही संतों और अखाड़ों की तरफ से तेजी से की जा रही हैं। अखाड़ों की ओर से भूमि पूजन का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में शुक्रवार की शाम अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी की तरफ से 26 जनवरी 2025 को धर्म संसद के आयोजन की घोषणा कर दी गई। धर्म संसद में वक्फ बोर्ड की तर्ज पर ही सनातन बोर्ड बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। जिससे मठ, मंदिरों को सुरक्षित किया जा सके। विभिन्न अखाड़ों की तरफ से दिया गया है पत्र धर्म संसद के आयोजन को लेकर विभिन्न अखाड़ों के महांडलेश्वर की तरफ से अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष को पत्र देकर धर्म संसद के आयोजन की मांग की गई है। अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है मठ और मंदिर जन सामान्य की सेवा करते हैं। यह लोगों की आस्था का केंद्र बिंदु हैं। ऐसे में इनकी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। पिछले कुछ समय से मंदिरों को लेकर हुए विवाद के बाद अलग-अलग अखाड़ों के संतों ने सनातन बोर्ड की स्थापना करने की मांग करते हुए पत्र सौंपा है। संतों की मांग को देखते हुए अखाड़ा परिषद की तरफ से महाकुंभ में धर्म संसद बुलाने का निर्णय लिया गया है। जहां संत सनातन बोर्ड की स्थापना और उसके प्रस्ताव पर मंथन करके उसे तैयार करेंगे। प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा धर्म संसद से पास प्रस्ताव परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि धर्म संसद में सनातन बोर्ड बनाने के प्रस्ताव को तैयार करने के बाद उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा। प्रस्ताव तैयार करने में सभी संतों की बात और राय सुनी जाएगी। सनातन बोर्ड में अखाड़ों के प्रतिनिधि सदस्य होंगे। जिससे देश भर के मंदिरों, मठ और उनकी संपत्ति भविष्य में भी रक्षा की जा सके।
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