मां-बाप को नहीं दी गई बेटे की मौत की खबर:10 साल से सैफई मेडिकल कॉलेज में तैनात थे राकेश, कन्नौज हादसे में गई जान
कन्नौज में मंगलवार रात को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में पांच लोगों की जान चली गई। इस हादसे में मृतकों में से एक राकेश कुमार बिजनौर के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के ग्राम जीवनपुर के रहने वाले थे। राकेश की मौत की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उनके मां-बाप को अभी बेटे की मौत की खबर नहीं दी गई है। मंगलवार की रात को लखनऊ से एक विवाह समारोह में शामिल होकर सैफई मेडिकल कॉलेज में तैनात छह लोग वापस इटावा लौट रहे थे। इनमें चार डॉक्टर और राकेश कुमार थे। राकेश लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थे। जैसे ही उनकी गाड़ी कन्नौज जिले के पास पहुंची, वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। राकेश कुमार पुत्र कलवा सिंह करीब 10 वर्षों से कन्नौज में कार्यरत थे। राकेश कुमार की मौत की सूचना जैसे ही उनके भाई राजकुमार को मिली वह मौके पर पहुंचे। वह मेडिकल कॉलेज में क्लर्क के पद पर तैनात हैं। इस दुखद खबर के बाद राकेश कुमार के गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने अभी राकेश कुमार की मौत की सूचना उनके माता-पिता को नहीं दी है, ताकि वे इसका सामना न करें। राकेश कुमार के परिवार में चार भाई और एक बहन हैं। सबसे बड़े भाई राजकुमार सैफई मेडिकल कॉलेज में क्लर्क हैं, जबकि राकेश कुमार छोटे भाई थे और पिछले 10 सालों से सैफई मेडिकल कॉलेज में लैब टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत थे। दोनों भाई परिवार के साथ सैफई में ही सेटल्ड थे।
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