मुजफ्फरनगर में किसानों का पैदल मार्च, राकेश टिकैत शामिल:शामली के दिल्ली-देहरादून-इकोनामिक कॉरिडोर पर कट देने की मांग

गांव भाज्जू में दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर पर कट देने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में मंसूरपुर से पदयात्रा शुरू की। यह पदयात्रा 23 और 24 अक्टूबर को निकाली गई थी, जिसमें किसानों ने अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सभी सिसौली वासियों से अपील की थी कि वे अपने घर से एक ट्रैक्टर लेकर आए। बुधवार को मंसूरपुर से शुरू हुई यह पदयात्रा 24 अक्टूबर को भाज्जू कट पर पहुंचेगी, जहां पंचायत का आयोजन किया जाएगा। बुधवार रात को यात्रा शाहपुर में विश्राम करेगी। इस दौरान चौधरी राकेश टिकैत ने कहा, "इस देश में समस्याओं के समाधान की गति काफी धीमी है। किसान और आम आदमी अपनी परेशानियों को लेकर इधर-उधर दौड़ते रहते हैं। लेकिन अब किसान अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहा है। केवल एकजुटता से ही हम अपनी मांगें पूरी कर सकते हैं।" किसानों को करना पड़ता है संघर्ष उन्होंने यह भी कहा कि चाहे सरकार कोई भी हो, किसानों को अपनी हर मांग के लिए संघर्ष करना पड़ता है। मंसूरपुर से शुरू हुई इस यात्रा में भाकियू के युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा समेत सभी पदाधिकारी और किसान शामिल रहे। किसानों की इस एकजुटता ने उनकी आवाज को और अधिक प्रभावशाली बना दिया है।

Oct 23, 2024 - 15:15
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मुजफ्फरनगर में किसानों का पैदल मार्च, राकेश टिकैत शामिल:शामली के दिल्ली-देहरादून-इकोनामिक कॉरिडोर पर कट देने की मांग
गांव भाज्जू में दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर पर कट देने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में मंसूरपुर से पदयात्रा शुरू की। यह पदयात्रा 23 और 24 अक्टूबर को निकाली गई थी, जिसमें किसानों ने अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सभी सिसौली वासियों से अपील की थी कि वे अपने घर से एक ट्रैक्टर लेकर आए। बुधवार को मंसूरपुर से शुरू हुई यह पदयात्रा 24 अक्टूबर को भाज्जू कट पर पहुंचेगी, जहां पंचायत का आयोजन किया जाएगा। बुधवार रात को यात्रा शाहपुर में विश्राम करेगी। इस दौरान चौधरी राकेश टिकैत ने कहा, "इस देश में समस्याओं के समाधान की गति काफी धीमी है। किसान और आम आदमी अपनी परेशानियों को लेकर इधर-उधर दौड़ते रहते हैं। लेकिन अब किसान अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहा है। केवल एकजुटता से ही हम अपनी मांगें पूरी कर सकते हैं।" किसानों को करना पड़ता है संघर्ष उन्होंने यह भी कहा कि चाहे सरकार कोई भी हो, किसानों को अपनी हर मांग के लिए संघर्ष करना पड़ता है। मंसूरपुर से शुरू हुई इस यात्रा में भाकियू के युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा समेत सभी पदाधिकारी और किसान शामिल रहे। किसानों की इस एकजुटता ने उनकी आवाज को और अधिक प्रभावशाली बना दिया है।

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