मेरठ में ESI अस्पताल का भूमि पूजन:योगी बोले- 2017 तक यूपी में सिर्फ 17 मेडिकल कॉलेज थे, अब 64 जिलों में बन रहा
मेरठ के कंकरखेड़ा के मार्शल पिच पर 100 बेड के ESI अस्पताल का आज भूमि पूजन हो रहा है। लगभग 148 करोड़ की लागत से 5.8 एकड़ में बनने वाले इस अस्पताल पर काम जल्द शुरू हो जाएगा। CM योगी भूमि-पूजन के लिए पहुंच गए हैं। PM मोदी वर्चुअली अस्पताल का शिलान्यास करेंगे। योगी ने कहा- आज स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। 1947 से लेकर 2017 तक उत्तर प्रदेश में केवल 17 मेडिकल कॉलेज बन पाए थे। आज 75 में से 64 जिले ऐसे हैं, जिनमें मेडिकल कॉलेज या तो बन रहा, या बन चुका है। आज यूपी में 2 एम्स हैं। मैंने दिल्ली एम्स से आग्रह किया कि हम जमीन देंगे, आप गाजियाबाद में अपनी एक यूनिट बना दीजिए। जिससे गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और बुलंदशहर के लोगों को सुविधा मिल सके। इस पर सहमति बन रही है। योगी ने कहा- देश के अंदर सबसे ज्यादा गरीबों को आवास देने वाला राज्य यूपी बना है। 56 लाख से अधिक लोगों को आवास दिया जा चुका है। ये 2017 से पहले मात्र एक कल्पना थी। 2 करोड़ 62 लाख परिवारों को एक-एक शौचालय दिया जा चुका है। 1.86 करोड़ परिवारों को उज्जवला कनेक्शन PM ने फ्री दिया है। राज्य सरकार दिवाली और होली में एक-एक फ्री सिलेंडर दे रही है। योगी ने कहा- बाबा औघड़नाथ की कृपा से मेरठ तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। स्पोर्ट्स आइटम में देश-दुनिया की जरूरतों को मेरठ पूरा कर रहा है। मेजर ध्यानचंद के नाम पर देश का पहला स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेरठ में बन रहा है। स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी वर्ल्ड क्लास खिलाड़ियों को तलाशने और तराशने का काम करेगा। 5 एकड़ में बनेगा यह अस्पताल 5 एकड़ में 100 बेड अस्पताल बनाया जाएगा। अस्पताल बनने से मेरठ और आसपास के जिलों के लगभग 2.85 लाख बीमित कामगारों तथा उनके आश्रित जनों को चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। देश के 661 जिलों उत्तर प्रदेश में 59 जिलों में योजना लागू है। हाल में ही कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने उत्तर प्रदेश के लिए नोएडा एवं वाराणसी में मेडिकल कॉलेज संचालित करने का निर्णय लिया है। इसमें इलाज की सुविधा के साथ ही बीमितों के बच्चों को मेडिकल कालेजों में MBBS पढाई के दाखिले में आरक्षण मिलेगा। उत्तर प्रदेश बीमितों के लिए 16 अस्पताल ,116 औषधालय तथा 115 टाईअप अस्पतालों की सुविधा दी जा रही है। योजना के तहत उत्तर प्रदेश में बीमितों एवं उनके आश्रितों सहित कुल1.14 करोड़ लाभार्थियों को बिना व्यय सीमा के संपूर्ण चिकित्सा, बीमारी की अवधि में वेतन क्षतिपूर्ति तथा रोज़गार दुर्घटना में अपंगता हितलाभ एवं कामगार की रोजगारजन्य मृत्यु पर परिवार को आजीवन प्रति माह पेंशन रूपी नकद हितलाभ प्रदान किए जा रहे हैं। 100 प्रतिशत मुफ्त इलाज दिया जाएगा मंसुख मंडविया ने सोमवार को आयोजन स्थल का जायजा लेते हुए कहा कि देश के मजदूरों की चिंता हमेशा देश के पीएम नरेंद्र मोदी जी को रही है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस 100 बेड के अस्पताल का शुभारंभ हो रहा है। जो 3 लाख लाभार्थियों को प्राइमरी और सेकेंडरी हेल्थ केयर का 100 प्रतिशत मुफ्त इलाज देगा। जो यहां के मजदूरों को भी फायदा देगा। अस्पताल में 10 रुपए की कटेगी पर्ची इएसआई अस्पताल में बीमित कर्मचारियों को निशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। केवल 10 रुपए की काउंटर पर्ची बनवाने के बाद मरीज यहां दिखा सकता है। आम जनता के लिए ओपीडी की व्यवस्था भी रहेगी। बीमित कर्मचारियों के साथ आम जनता को भी इससे लाभ मिलेगा। हवाई पट्टी से एक तरफ रुकेगा यातायात सुरक्षा के मद्देनजर आयोजन में पुलिस, पीएसी लग है। सीएम के आने जाने के दौरान एक साइड 15-15 मिनट के लिए वाहन रोके जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। साा ही 8 एएसपी, 15 डीएसपी, 30 इंस्पेक्टर, 200 एसआई, 500 कांस्टेबल और तीन कंपनी पीएसी यानि 360 जवान तैनात रहेंगे।
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