मेरठ में क्रेन का हुक गिरने से युवक की मौत:मवाना संगल पेपर मिल की घटना, फैक्ट्री मालिक परिवार को 27 लाख रुपए पीएफ देंगे

मेरठ के मेरठ -मवाना रोड पर मौजूद पेपर फैक्ट्री में काम करने वाला हस्तिनापुर निवासी एक युवक पेपर रोल बदलते समय क्रेन के कुंडे की चपेट खाने से गंभीर रूप से घायल हो गया। तब के मालिक ने कर्मचारियों की मदद से उसे मेरठ के फेकने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुधवार रात में उसकी मौत हो गई। मौत की जानकारी मिलने पर मृतक के परिवार वालों में कोहराम मच गया। जानकारी मिलने पर राज्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद फैक्ट्री मालिक ने मृतक के परिवार वालों को मुआवजे की घोषणा की उसके बाद मामला शांत हुआ। मवाना के मेरठ मवाना रोड पर संगल पेपर फैक्ट्री में हस्तिनापुर शकुंतला कालोनी का रहने वाला अरुणपाल पुत्र रामचंद्र पेपर फैक्ट्री में रोल बदलने का काम करता है। बुधवार को अरुण क्रेन के जरिए पेपर के रोल को लोड कर रहा था। तभी क्रेन का आगे का हुक अरुण के ऊपर गिर गया जिसमें अरुण गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाकर अरुण को मेरठ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां डॉक्टर ने उससे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक अरुण के परिवार वालों को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद अरुण के परिवार वालों में कोहराम मच गया। उसके परिवार वाले अस्पताल पहुंचे और जमकर हंगामा कर दिया। वहीं जानकारी मिलने पर हस्तिनापुर से अरुण के परिवार की महिलाओं ने फैक्ट्री के गेट पर धरना दे दिया। बवाल होने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिसके चलते मृतक के परिवार वालों में रोष व्याप्त हो गया। मृतक के परिवार वालों ने घटना की जानकारी मंत्री दिनेश खटीक को दी। उन्होंने अपने प्रतिनिधि के तौर पर मवाना ब्लॉक प्रमुख पति योगेश प्रधान को अस्पताल भेज दिया। ब्लॉक प्रमुख पति ने फैक्ट्री अधिकारियों से वार्ता के बाद मृतक अरुण के परिवार वालों को फैक्ट्री मालिक से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख ने मंत्री दिनेश खटीक की फैक्ट्री मालिक से बात कराई, इसके बाद फैक्ट्री मालिक ने मृतक अरुण के परिवार को 27 लाख रुपए पीएफ और मृतक की पत्नी के जिंदा रहने तक 12 हजार रुपए महीना देने का आश्वासन दिया। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने भी पीड़ित परिवार को 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही। तहसील से नही पहुंचा कोई अधिकारी घटना की सूचना मिलने के बाद भी तहसील स्तर का कोई अधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंचा, जिसके चलते मृतक के परिवार वालों में रोष व्याप्त है। मामला शांत होने के बाद मवाना तहसीलदार घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख पति योगेश प्रधान ने तहसीलदार को जमकर हड़काया।

Nov 28, 2024 - 09:30
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मेरठ में क्रेन का हुक गिरने से युवक की मौत:मवाना संगल पेपर मिल की घटना, फैक्ट्री मालिक परिवार को 27 लाख रुपए पीएफ देंगे
मेरठ के मेरठ -मवाना रोड पर मौजूद पेपर फैक्ट्री में काम करने वाला हस्तिनापुर निवासी एक युवक पेपर रोल बदलते समय क्रेन के कुंडे की चपेट खाने से गंभीर रूप से घायल हो गया। तब के मालिक ने कर्मचारियों की मदद से उसे मेरठ के फेकने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुधवार रात में उसकी मौत हो गई। मौत की जानकारी मिलने पर मृतक के परिवार वालों में कोहराम मच गया। जानकारी मिलने पर राज्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद फैक्ट्री मालिक ने मृतक के परिवार वालों को मुआवजे की घोषणा की उसके बाद मामला शांत हुआ। मवाना के मेरठ मवाना रोड पर संगल पेपर फैक्ट्री में हस्तिनापुर शकुंतला कालोनी का रहने वाला अरुणपाल पुत्र रामचंद्र पेपर फैक्ट्री में रोल बदलने का काम करता है। बुधवार को अरुण क्रेन के जरिए पेपर के रोल को लोड कर रहा था। तभी क्रेन का आगे का हुक अरुण के ऊपर गिर गया जिसमें अरुण गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाकर अरुण को मेरठ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां डॉक्टर ने उससे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक अरुण के परिवार वालों को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद अरुण के परिवार वालों में कोहराम मच गया। उसके परिवार वाले अस्पताल पहुंचे और जमकर हंगामा कर दिया। वहीं जानकारी मिलने पर हस्तिनापुर से अरुण के परिवार की महिलाओं ने फैक्ट्री के गेट पर धरना दे दिया। बवाल होने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिसके चलते मृतक के परिवार वालों में रोष व्याप्त हो गया। मृतक के परिवार वालों ने घटना की जानकारी मंत्री दिनेश खटीक को दी। उन्होंने अपने प्रतिनिधि के तौर पर मवाना ब्लॉक प्रमुख पति योगेश प्रधान को अस्पताल भेज दिया। ब्लॉक प्रमुख पति ने फैक्ट्री अधिकारियों से वार्ता के बाद मृतक अरुण के परिवार वालों को फैक्ट्री मालिक से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख ने मंत्री दिनेश खटीक की फैक्ट्री मालिक से बात कराई, इसके बाद फैक्ट्री मालिक ने मृतक अरुण के परिवार को 27 लाख रुपए पीएफ और मृतक की पत्नी के जिंदा रहने तक 12 हजार रुपए महीना देने का आश्वासन दिया। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने भी पीड़ित परिवार को 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही। तहसील से नही पहुंचा कोई अधिकारी घटना की सूचना मिलने के बाद भी तहसील स्तर का कोई अधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंचा, जिसके चलते मृतक के परिवार वालों में रोष व्याप्त है। मामला शांत होने के बाद मवाना तहसीलदार घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख पति योगेश प्रधान ने तहसीलदार को जमकर हड़काया।

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