यूपी में पशुओं की खराब क्वालिटी की दवा सप्लाई:पशुपालन विभाग ने कंपनी के खिलाफ लिखाया मुकदमा, दो साल लगा प्रतिबंध

यूपी के सरकारी पशु चिकित्सालयों और गौशालाओं को इनरोफ्लाक्सासिन आईपी इंजेक्शन सप्लाई करने वाली कंपनी के खिलाफ पशुपालन विभाग के डायरेक्टर ने हसनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। निदेशक डॉ. पीएन सिंह ने फारेंसिक लैब की रिपोर्ट के आधार पर मुंबई की कॉनसेप्ट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड से सप्लाई हुए इंजेक्शन को सभी केंद्रों से वापस मंगा लिया। साथ ही कंपनी को दो वर्ष के लिए प्रतिबंधित भी कर दिया है। नमूने की जांच में हुआ खुलासा पशुपालन विभाग के रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र के निदेशक डॉ. पीएन सिंह ने पुलिस को बताया कि मुंबई की कॉनसेप्ट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने अनुबंध में लिखी गई शर्तों का पालन नहीं किया। कंपनी ने 2023-24 में पशु औषधियों की एक ई-टेंडर के तहत इंजेक्शन की सप्लाई की थी। सरकारी पशु अस्पतालों में सप्लाई किया जाने वाला एंटीबायोटिक इंजेक्शन सभी जनपदों में मांग के अनुसार वितरण कर दिया गया। इसका खुलासा 31जनवरी 2024 को लखनऊ बादशाहनगर स्थित राजकीय पलीक्लीनिक औषधि वितरण भंडार से इंजेक्शन का नमूना लिया गया। मेरठ स्थित राजकीय प्रयोगशाला से 10 अप्रैल 2024 रिपोर्ट आई। जिसमें वह मानक के विपरीत निकला। जिसके चलते सभी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को उस औषधि का वितरण रोकने और शेष को वापस करने के आदेश पारित किए गए।

Nov 28, 2024 - 14:55
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यूपी में पशुओं की खराब क्वालिटी की दवा सप्लाई:पशुपालन विभाग ने कंपनी के खिलाफ लिखाया मुकदमा, दो साल लगा प्रतिबंध
यूपी के सरकारी पशु चिकित्सालयों और गौशालाओं को इनरोफ्लाक्सासिन आईपी इंजेक्शन सप्लाई करने वाली कंपनी के खिलाफ पशुपालन विभाग के डायरेक्टर ने हसनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। निदेशक डॉ. पीएन सिंह ने फारेंसिक लैब की रिपोर्ट के आधार पर मुंबई की कॉनसेप्ट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड से सप्लाई हुए इंजेक्शन को सभी केंद्रों से वापस मंगा लिया। साथ ही कंपनी को दो वर्ष के लिए प्रतिबंधित भी कर दिया है। नमूने की जांच में हुआ खुलासा पशुपालन विभाग के रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र के निदेशक डॉ. पीएन सिंह ने पुलिस को बताया कि मुंबई की कॉनसेप्ट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने अनुबंध में लिखी गई शर्तों का पालन नहीं किया। कंपनी ने 2023-24 में पशु औषधियों की एक ई-टेंडर के तहत इंजेक्शन की सप्लाई की थी। सरकारी पशु अस्पतालों में सप्लाई किया जाने वाला एंटीबायोटिक इंजेक्शन सभी जनपदों में मांग के अनुसार वितरण कर दिया गया। इसका खुलासा 31जनवरी 2024 को लखनऊ बादशाहनगर स्थित राजकीय पलीक्लीनिक औषधि वितरण भंडार से इंजेक्शन का नमूना लिया गया। मेरठ स्थित राजकीय प्रयोगशाला से 10 अप्रैल 2024 रिपोर्ट आई। जिसमें वह मानक के विपरीत निकला। जिसके चलते सभी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को उस औषधि का वितरण रोकने और शेष को वापस करने के आदेश पारित किए गए।

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