रात के अंधेरे में ब्लैक में बेची जा रही खाद:पुलिस ने ट्रक पकड़ा, बीच हाईवे पर खाद की कालाबाजारी
महोबा के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र में झांसी-मिर्जापुर हाईवे पर खाद की खुलेआम कालाबाजारी का मामला सामने आया है। रात के अंधेरे में ट्रक खड़ा कर सरकारी रेट से अधिक कीमत पर खाद बेची जा रही थी। किसानों और स्थानीय निवासियों की शिकायत पर नायब तहसीलदार और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खाद से लदे ट्रक को पकड़ा। 2000 रुपये में बेची जा रही थी खाद सरकारी रेट 1350 रुपये की डीएपी खाद की बोरियां 2000 रुपये में बेची जा रही थीं। अधिक मुनाफा कमाने की लालच में व्यापारी खुलेआम खाद की कालाबाजारी कर रहे थे। इस घटना से जुड़े कई लोग पुलिस को देखकर खाद की बोरियां लेकर ई-रिक्शा और कार से भाग गए। उनकी यह हरकत कैमरे में कैद हो गई। समितियों में किसानों को नहीं मिल रही खाद किसानों का कहना है कि सरकारी समितियों में घंटों लाइन में लगने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल रही। वहीं, हाईवे पर खुलेआम खाद ब्लैक में बेची जा रही है। इस कालाबाजारी के कारण गांव-गांव तक ऊंचे दामों पर खाद पहुंचाई जा रही है। पुलिस और प्रशासन का दावा मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार पंकज गौतम और पुलिस ने व्यापारी से लाइसेंस की जानकारी ली। हालांकि, रात के अंधेरे में खाद बेचने के सवाल पर व्यापारी कोई ठोस जवाब नहीं दे पाया। अधिकारियों ने कहा कि खाद से भरे ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। किसानों पर पड़ रही दोहरी मार कालाबाजारी के कारण किसानों को दोहरी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ उन्हें महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है, दूसरी तरफ समय पर खाद न मिलने के कारण उनकी फसलें पिछड़ रही हैं। नायब तहसीलदार का बयान नायब तहसीलदार ने कहा कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर कार्रवाई की गई। ट्रक में मिली खाद लाइसेंसधारी व्यापारी की बताई गई है। उसके प्रपत्रों की जांच की जा रही है। खाद की कालाबाजारी की शिकायत को लेकर विस्तृत जांच होगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। सरकार की नीति पर सवाल यूपी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के बावजूद खाद की कालाबाजारी पर रोक नहीं लग पा रही है। अधिकारियों की जांच और कार्रवाई के दावों के बावजूद किसानों को महंगे दामों पर खाद खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
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