रामपुर में लुहरी परियोजना प्रभावितों का प्रदर्शन:सीएम के नाम दिया ज्ञापन; बोले- समझौते के बाद भी नहीं हुआ गांव का सर्वे

शिमला के रामपुर में हिमाचल किसान सभा लुहरी परियोजना प्रभावित पंचायत के किसानों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने तहसीलदार परीक्षित को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया और मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है। किसान सभा अध्यक्ष कृष्णा राणा, प्रेम चौहान व रंजीत ने कहा कि ग्राम पंचायत देलठ, नीरथ, करंगला, बडाच के किसान पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। कई बार प्रशासन को मांग पत्र भी दिया है। मांगों को लेकर 9 मई 2024 को एक लिखित समझौता भी हुआ था। इस समझौते के अनुसार प्रशासन ने माना था कि प्रोजेक्ट के निर्माण से फसल का नुकसान हुआ है, उसका सर्वे 20 जुलाई व ब्लास्टिंग से मकानों में दरारें आई हैं। उसका मूल्यांकन 1 अगस्त तक करने पर सहमति बनी थी, लेकिन प्रशासन ने बढ़ाच व कारंगला पंचायत का अभी तक कोई सर्वे नहीं किया। उग्र आंदोलन करने की दी चेतावनी उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन के साथ बैठक में सहमति बनी, लेकिन प्रशासन द्वारा फिर भी धूल से जो फसलों का नुकसान हुआ है, उसका सर्वे नहीं किया जा रहा है और ना ही मकानों में आई दरारों का मूल्यांकन किया गया है। यदि समय रहते प्रशासन इन मांगों को पूरा नहीं करता है, तो आने वाले समय में किसान सभा एक उग्र आंदोलन करेगी। ये रहे मौजूद इस मौके पर किसान सभा जिला अध्यक्ष प्रेम चौहान , कृष्णा राणा, हरदयाल कपूर, देवेंद्र, पदम, दर्शन, महेंद्र, संदीप, हरीश, रंजीत, कंवर सिंह आदि उपस्थित रहे।

Nov 26, 2024 - 14:50
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रामपुर में लुहरी परियोजना प्रभावितों का प्रदर्शन:सीएम के नाम दिया ज्ञापन; बोले- समझौते के बाद भी नहीं हुआ गांव का सर्वे
शिमला के रामपुर में हिमाचल किसान सभा लुहरी परियोजना प्रभावित पंचायत के किसानों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने तहसीलदार परीक्षित को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया और मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है। किसान सभा अध्यक्ष कृष्णा राणा, प्रेम चौहान व रंजीत ने कहा कि ग्राम पंचायत देलठ, नीरथ, करंगला, बडाच के किसान पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। कई बार प्रशासन को मांग पत्र भी दिया है। मांगों को लेकर 9 मई 2024 को एक लिखित समझौता भी हुआ था। इस समझौते के अनुसार प्रशासन ने माना था कि प्रोजेक्ट के निर्माण से फसल का नुकसान हुआ है, उसका सर्वे 20 जुलाई व ब्लास्टिंग से मकानों में दरारें आई हैं। उसका मूल्यांकन 1 अगस्त तक करने पर सहमति बनी थी, लेकिन प्रशासन ने बढ़ाच व कारंगला पंचायत का अभी तक कोई सर्वे नहीं किया। उग्र आंदोलन करने की दी चेतावनी उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन के साथ बैठक में सहमति बनी, लेकिन प्रशासन द्वारा फिर भी धूल से जो फसलों का नुकसान हुआ है, उसका सर्वे नहीं किया जा रहा है और ना ही मकानों में आई दरारों का मूल्यांकन किया गया है। यदि समय रहते प्रशासन इन मांगों को पूरा नहीं करता है, तो आने वाले समय में किसान सभा एक उग्र आंदोलन करेगी। ये रहे मौजूद इस मौके पर किसान सभा जिला अध्यक्ष प्रेम चौहान , कृष्णा राणा, हरदयाल कपूर, देवेंद्र, पदम, दर्शन, महेंद्र, संदीप, हरीश, रंजीत, कंवर सिंह आदि उपस्थित रहे।

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