रायबरेली में मनाई गई मुलायम सिंह यादव की जयंती:सपा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में मरीजों को बांटे फल, ब्लड डोनेशन का भी आयोजन
रायबरेली जिले में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने नेता मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत उनके प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न समाजसेवी कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम के पहले चरण में सैकड़ों की संख्या में जुटे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रायबरेली के पुरुष और महिला अस्पतालों में भर्ती मरीजों को फल वितरित किए। इसके साथ ही ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर भी लगाया गया, जहां कार्यकर्ताओं ने स्वेच्छा से रक्त दान किया। समाजवादी पार्टी के तत्वावधान में रायबरेली में नागरिक सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उल्लेखनीय सेवाएं देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। वीरेंद्र यादव ने मुलायम सिंह के योगदान पर प्रकाश डाला रायबरेली समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव ने मुलायम सिंह यादव के योगदान को जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह उत्तर भारत के बड़े समाजवादी और किसान नेता थे। उनका राजनीतिक जीवन उत्तर प्रदेश में विधायक के रूप में शुरू हुआ, और उन्होंने बहुत कम समय में राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया। मुलायम सिंह का सामाजिक कार्य और संघर्ष वीरेंद्र यादव ने मुलायम सिंह के कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के समाज के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। मुलायम सिंह की पहचान एक धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में है और उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाती है। नेता जी के योगदान का महत्व मुलायम सिंह यादव का उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम योगदान रहा है। उन्होंने समाजवाद की विचारधारा को बढ़ावा दिया और यादव समाज के लोगों के लिए एक मजबूत आवाज बने। 2012 में समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिला, और अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। नेता जी के राजनीतिक सफर की कहानी मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत मैनपुरी में एक कुश्ती प्रतियोगिता से प्रभावित होकर की थी। वह पहले जसवंत नगर से विधायक बने और फिर उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भी भाग लिया। वे 1996 में मैनपुरी लोकसभा से चुने गए और केंद्रीय रक्षा मंत्री बने। मुलायम सिंह का राजनीतिक सफर संघर्षपूर्ण था, लेकिन उन्होंने हमेशा समाजवादी विचारधारा को कायम रखा।
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