लखनऊ में तिलहन किसान गोष्ठी का आयोजन:मंडलायुक्त के सामने किसानों ने बताई समस्या; पशुपालन और कृषि को बढ़ावा देने पर जोर

लखनऊ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में तिलहन किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यक्रम में लखनऊ मंडल के सभी जिलों के कृषि अधिकारियों, किसान संगठनों, और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्याओं पर चर्चा करना और कृषि से संबंधित सुझाव प्राप्त करना था। किसानों की समस्याएं और सुझाव सीतापुर के किसान प्रदीप चौहान ने दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालन और कृषि को साथ बढ़ावा देने की बात कही, और तहसील स्तर पर दुग्ध कलेक्शन सेंटर स्थापित करने का सुझाव दिया। लखीमपुर के राम नरेश ने सोलर पंप लगाने से अपनी आय में वृद्धि और उर्वरक खर्च को कम करने के अनुभव साझा किए। रायबरेली के अमरेन्द्र बहादुर सिंह ने जैविक खेती और मिलेट्स उत्पादों के प्रमोशन के लिए मिड-डे मील में मिलेट्स को शामिल करने का सुझाव दिया। गोष्ठी के मुख्य बिंदु मंडलायुक्त ने अधिकारियों को हर जिले में किसान उत्पादक संगठनों के साथ नियमित बैठकें करने और कृषि संबंधी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। किसानों को डीएपी के साथ-साथ एनपीके और सुपर फास्फेट जैसे उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी गई। कार्यक्रम का समापन उप कृषि निदेशक अनिल कुमार यादव द्वारा किया गया, जिन्होंने किसानों और अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

Oct 23, 2024 - 18:55
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लखनऊ में तिलहन किसान गोष्ठी का आयोजन:मंडलायुक्त के सामने किसानों ने बताई समस्या; पशुपालन और कृषि को बढ़ावा देने पर जोर
लखनऊ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में तिलहन किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यक्रम में लखनऊ मंडल के सभी जिलों के कृषि अधिकारियों, किसान संगठनों, और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्याओं पर चर्चा करना और कृषि से संबंधित सुझाव प्राप्त करना था। किसानों की समस्याएं और सुझाव सीतापुर के किसान प्रदीप चौहान ने दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालन और कृषि को साथ बढ़ावा देने की बात कही, और तहसील स्तर पर दुग्ध कलेक्शन सेंटर स्थापित करने का सुझाव दिया। लखीमपुर के राम नरेश ने सोलर पंप लगाने से अपनी आय में वृद्धि और उर्वरक खर्च को कम करने के अनुभव साझा किए। रायबरेली के अमरेन्द्र बहादुर सिंह ने जैविक खेती और मिलेट्स उत्पादों के प्रमोशन के लिए मिड-डे मील में मिलेट्स को शामिल करने का सुझाव दिया। गोष्ठी के मुख्य बिंदु मंडलायुक्त ने अधिकारियों को हर जिले में किसान उत्पादक संगठनों के साथ नियमित बैठकें करने और कृषि संबंधी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। किसानों को डीएपी के साथ-साथ एनपीके और सुपर फास्फेट जैसे उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी गई। कार्यक्रम का समापन उप कृषि निदेशक अनिल कुमार यादव द्वारा किया गया, जिन्होंने किसानों और अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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