लखनऊ से साइबर ठगी करने वाले दो नेपाली गिरफ्तार:चाइना के एजेंट को किराए पर दिए थे खाता, लेते थे कमीशन
लखनऊ में चाइना के एक साइबर ठग को किराए पर बैंक खाता देने वाले दो नेपालियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। यह लोग भर्ती दस्तवाजे से नाम बदलकर भारत में आधार कार्ड से लेकर अन्य बैंक खाते खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज बनवाकर रह रहे थे। दोनों युवक पहले चाइनीज ठग के साथ साऊदी में काम कर चुके हैं। आजकल वह नेपाल में रहकर साइबर ठगी के गिरोह को चला रहा है। यूपी एसटीएफ इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। नाम बदलकर पारा में रह रहे थे दोनों यूपी एसटीएफ के मुताबिक नेपाल के सुनसरी धरावन के छाता चौक निवासी सरोज खनाल और काठमांडू टोखा 10 के गोंगाबु-5 निवासी शिवराम रिमाल को गिरफ्तार किया। सुनसरी पारा आवास विकास के सनसिटी में राहुल नाम से और शिवराम पंकज के नाम से रह रहे थे। इनके पास से दो नेपाली पासपोर्ट, नेपाली पहचान पत्र, चेकबुक, दो भारत के फर्जी आधार कार्ड की फोटो कॉपी, दो मोबाइल और 1360 रुपए नकद मिले हैं। डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के लिए करते थे काम यूपी एसटीएफ के मुताबिक डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले गिरोह के लिए यह दोनों नेपाली काम करते थे। यह लोग लखनऊ में फर्जी पहचान से रहकर गिरोह के पैसे ट्रान्सफर कराने के लिए बैंक एकाउंट की व्यवस्था करते थे. पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि यह लोग साइबर फ्राड करने वाले चाइना निवासी बेन के लिए काम करते हैं, जो आजलक नेपाल में रहता है। बेन ने साइबर क्राइम में साथ देने पर बड़ा मुनाफा का लालच दिया था। जिसके कहने पर भारत में फर्जी दस्तावेज से अपना आधार कार्ड बनवाया। जिससे भारतीय सिम कार्ड के साथ अलग-अलग बैंको में खाता खुलवाए। जिन्हें बेन को दे दिए। जिसने साइबर ठगी के काम में लाया जाता है। बेन हम लोगों को USDT के रूप में कमिशन भेजता था। साथ ही भारत में रहने के सारे खर्चे भी देता था। आरोपियों से मिले बैंक अकाउंट और अन्य दस्तावेज के आधार पर अन्य लोगों के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।
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