शिंदे बोले-बालासाहेब जिंदा होते तो सावंत का मुंह तोड़ देते:सावंत ने शाइना को माल कहा था, अब बोले- मैंने उनका नाम नहीं लिया
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद अरविंद सावंत की अभद्र टिप्पणी मामले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि बालासाहेब जिंदा होते तो वे अरविंद सावंत का मुंह तोड़ देते। CM शिंदे ने ANI से कहा- किसी महिला के बारे में इतना बुरा बोलना निंदनीय है। इसकी जितनी भी आलोचना की जाए कम है। ये लोग दावा करते हैं कि ये बालासाहेब की विचारधारा को फॉलो करते हैं। उधर, अरविंद सावंत ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा- मैंने शिंदे गुट की उम्मीदवार शाइना एनसी का नाम ही नहीं लिया था। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि बाहर से आने वाले यहां काम नहीं कर पाते हैं। दरअसल, सावंत ने शुक्रवार को शाइना एनसी को माल कहा था। इसके खिलाफ शाइना ने मुंबई के नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। सावंत की अभद्र टिप्पणी मामला, 3 पॉइंट शाइना बोलीं- अब कानून अपना काम करेगा शाइना एनसी ने शिकायत दर्ज कराने के बाद शुक्रवार को कहा था- हम सभी जानते हैं कि 'महाविनाश अघाड़ी' महिलाओं का सम्मान नहीं करते। मां मुंबा देवी का आशीर्वाद मेरे साथ है। अगर आप किसी महिला के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करते हैं, तो यह FIR है और अब कानून अपना काम करेगा। आप किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं, तो क्या आपको लगता है कि महिला चुप रहेगी? महाराष्ट्र की महिलाएं उन्हें करारा जवाब देंगी। सावंत बोले- शाइना मुझे बदनाम कर रहीं अरविंद सावंत ने शुक्रवार को कहा था कि मैं 55 साल से राजनीति में हूं। मैंने हमेशा से महिलाओं का सम्मान किया है। शाइना एनसी मेरी दोस्त हैं। उन्होंने मेरे लिए काम किया है और मैं उनका सम्मान करता हूं। ये लोग सत्ता जिहादी लोग हैं। उद्धव ठाकरे भी ऐसा ही कहते हैं। शाइना ने मेरे खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया, लेकिन वे मुझे ही बदनाम कर रही हैं। अरविंद सावंत की टिप्पणी पर 3 बयान झारखंड के मंत्री ने भाजपा नेता सीता सोरेन को रिजेक्टेड माल कहा था अरविंद सावंत से पहले झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने ऐसा ही विवादित बयान दिया था। उन्होंने 26 अक्टूबर को नामांकन फाइल करने के बाद भाजपा नेता सीता सोरेन को रिजेक्टेड माल कहा था। सीता सोरेन CM हेमंत सोरेन की रिश्ते में भाभी हैं। इस पर सीता सोरेन ने कहा था- अंसारी ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी होगी। पहले भी उन्होंने मेरे बारे में व्यक्तिगत बातें बोली हैं, लेकिन इस बार उन्होंने सारी सीमाएं लांघ दी हैं। इरफान अंसारी माफी मांगिए, वरना उग्र विरोध के लिए तैयार रहिए। महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण पर एक नजर... लोकसभा चुनाव में भाजपा 23 से 9 सीटों पर सिमटी लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली थी। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव से NDA को 41 जबकि 2014 में 42 सीटें मिली थीं। लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा को नुकसान का अनुमान महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी अगर लोकसभा चुनाव जैसा ट्रेंड रहा तो भाजपा को नुकसान होगा। भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमटकर रह जाएगी। वहीं, विपक्षी गठबंधन के सर्वे में MVA को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिम्पैथी है। विधानसभा चुनाव- 2019 ...................................................... महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 5 साल में 3 सरकारों का रिपोर्ट कार्ड; 3 बड़े प्रोजेक्ट गंवाए, 7.83 लाख करोड़ रुपए का कर्ज 5 साल, 3 मुख्यमंत्री और 3 अलग-अलग सरकारें। महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद 5 साल सियासी उठापठक चलती रही। अब फिर से विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। चुनाव से पहले दैनिक भास्कर की टीम महाराष्ट्र पहुंची और पिछले 5 साल का लेखा-जोखा जाना। इसमें तीन बातें समझ आईं, पूरी खबर पढ़े... फडणवीस बोले- भाजपा महाराष्ट्र में अकेले नहीं जीत सकती, लोकसभा चुनाव के समय राज्य में वोट जिहाद हुआ था महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 27 अक्टूबर को कहा कि जमीनी हकीकत को लेकर व्यावहारिक होना पड़ेगा। भाजपा अकेले महाराष्ट्र चुनाव नहीं जीत सकती, लेकिन यह भी सच है कि हमारे पास सबसे ज्यादा सीटें और सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत है। चुनाव के बाद भाजपा राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनेगी। पूरी खबर पढ़े...
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