शेयर बाजार में आ सकती है बड़ी गिरावट:FIIs ने ₹1.2 लाख करोड़ के शेयर बेचे, 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल

4 नवंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। इस हफ्ते कंपनियों के तिमाही नतीजे, ग्लोबल और डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा सहित अन्य फैक्टर्स पर निवेशकों की नजर होगी। मार्केट एक्सपर्ट हरशुभ शाह के मुताबिक आने वाले दिनों में बाजार में क्रैश आ सकता है, इसलिए अभी खरीदारी से बचना चाहिए। शाह ने मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन भी निवेशकों को बाजार से दूर रने की सलाह दी थी। बीते हफ्ते बाजार 322 अंक चढ़कर बंद हुआ था। सेंसेक्स 25 अक्टूबर को 79402 के स्तर पर था जो 1 नवंबर को 79,724 पर आ गया। हालांकि निफ्टी फ्लैट बंद हुआ। ये 24,399 के स्तर से 24,304 पर आ गया। पांच फैक्टर्स जो इस हफ्ते तय कर सकते हैं बाजार की चाल 1. कंपनियों के तिमाही नतीजे: SBI, टाटा मोटर्स रिजल्ट जारी करेंगी इस हफ्ते टाइटन, डॉ. रेड्डीज, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, अपोलो हॉस्पिटल, एमएंडएम, ट्रेंट, एसबीआई, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट और डिविस लैब्स जैसी कंपनियां जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करेंगी। तिमाही नतीजे कमजोर मांग के माहौल और मार्जिन प्रेशर के कारण प्रभावित हुए हैं। इसने एफएमसीजी, मेटल, ऑटो और रियल्टी को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, जबकि आईटी अपेक्षाकृत स्थिर रहा। 2. भारतीय और विदेशी निवेशक: FIIs ने ₹14,000 करोड़ के शेयर बेचे बीते हफ्ते फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने लगभग ₹14,000 करोड़ के शेयर बेच दिए। हालांकि, उसी हफ्ते में, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 10,000 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की। वहीं अक्टूबर महीने में विदेशी निवेशकों ने रिकॉर्ड ₹1.2 लाख करोड़ के शेयरों की बिक्री की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगभग ₹1.07 लाख करोड़ की खरीदारी करके इस बिकवाली के दबाव का मुकाबला किया। 3. ग्लोबल फैक्टर्स: अमेरिकी चुनाव और फेडरल रिजर्व की मीटिंग निवेशकों का फोकस 5 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर होगा। 7 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग भी है। इसमें ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की जा सकती है। पिछली बैठक में, ब्याज दर 0.50% घटाकर 4.75%-5.0% कर दी थी। 4. टेक्निकल व्यू: 23,500 के स्तर तक गिर सकता है बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, निफ्टी 24,000-24,500 रेंज के भीतर कॉन्सोलिडेट कर रहा है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के एसवीपी, रिसर्च अजीत मिश्रा ने कहा- निफ्टी अगर 24,500 को पार करता है तो 24,800 के स्तर तक जा सकता है। वहीं अगर 24,000 से नीचे जाने पर इंडेक्स में 23,500 का लेवल दिख सकता है। वेल्थ व्यू एनालिटिक्स के फाउंडर हरशुभ शाह ने भी बाजर में करेक्शन का अनुमान जताया है। उन्होंने निवेशकों को खरीदारी से बचने की सलाह दी है। 5. आईपीओ और लिस्टिंग: 5 नए IPO, 1 लिस्टिंग होगी मेनबोर्ड सेगमेंट में, स्विगी आईपीओ सहित चार नए पब्लिक इश्यू अगले हफ्ते खुलेंगे, जबकि एसएमई सेगमेंट में एक नया इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। वहीं एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 4 नवंबर को लिस्ट होंगे। डिस्क्लेमर: इस एनालिसिस में दिए गए व्यूज इंडिविजुअल एनालिस्ट या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, दैनिक भास्कर के नहीं। हम निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से कंसल्ट करने की सलाह देते हैं।

Nov 3, 2024 - 13:20
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शेयर बाजार में आ सकती है बड़ी गिरावट:FIIs ने ₹1.2 लाख करोड़ के शेयर बेचे, 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल
4 नवंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। इस हफ्ते कंपनियों के तिमाही नतीजे, ग्लोबल और डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा सहित अन्य फैक्टर्स पर निवेशकों की नजर होगी। मार्केट एक्सपर्ट हरशुभ शाह के मुताबिक आने वाले दिनों में बाजार में क्रैश आ सकता है, इसलिए अभी खरीदारी से बचना चाहिए। शाह ने मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन भी निवेशकों को बाजार से दूर रने की सलाह दी थी। बीते हफ्ते बाजार 322 अंक चढ़कर बंद हुआ था। सेंसेक्स 25 अक्टूबर को 79402 के स्तर पर था जो 1 नवंबर को 79,724 पर आ गया। हालांकि निफ्टी फ्लैट बंद हुआ। ये 24,399 के स्तर से 24,304 पर आ गया। पांच फैक्टर्स जो इस हफ्ते तय कर सकते हैं बाजार की चाल 1. कंपनियों के तिमाही नतीजे: SBI, टाटा मोटर्स रिजल्ट जारी करेंगी इस हफ्ते टाइटन, डॉ. रेड्डीज, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, अपोलो हॉस्पिटल, एमएंडएम, ट्रेंट, एसबीआई, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट और डिविस लैब्स जैसी कंपनियां जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करेंगी। तिमाही नतीजे कमजोर मांग के माहौल और मार्जिन प्रेशर के कारण प्रभावित हुए हैं। इसने एफएमसीजी, मेटल, ऑटो और रियल्टी को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, जबकि आईटी अपेक्षाकृत स्थिर रहा। 2. भारतीय और विदेशी निवेशक: FIIs ने ₹14,000 करोड़ के शेयर बेचे बीते हफ्ते फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने लगभग ₹14,000 करोड़ के शेयर बेच दिए। हालांकि, उसी हफ्ते में, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 10,000 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की। वहीं अक्टूबर महीने में विदेशी निवेशकों ने रिकॉर्ड ₹1.2 लाख करोड़ के शेयरों की बिक्री की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगभग ₹1.07 लाख करोड़ की खरीदारी करके इस बिकवाली के दबाव का मुकाबला किया। 3. ग्लोबल फैक्टर्स: अमेरिकी चुनाव और फेडरल रिजर्व की मीटिंग निवेशकों का फोकस 5 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर होगा। 7 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग भी है। इसमें ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की जा सकती है। पिछली बैठक में, ब्याज दर 0.50% घटाकर 4.75%-5.0% कर दी थी। 4. टेक्निकल व्यू: 23,500 के स्तर तक गिर सकता है बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, निफ्टी 24,000-24,500 रेंज के भीतर कॉन्सोलिडेट कर रहा है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के एसवीपी, रिसर्च अजीत मिश्रा ने कहा- निफ्टी अगर 24,500 को पार करता है तो 24,800 के स्तर तक जा सकता है। वहीं अगर 24,000 से नीचे जाने पर इंडेक्स में 23,500 का लेवल दिख सकता है। वेल्थ व्यू एनालिटिक्स के फाउंडर हरशुभ शाह ने भी बाजर में करेक्शन का अनुमान जताया है। उन्होंने निवेशकों को खरीदारी से बचने की सलाह दी है। 5. आईपीओ और लिस्टिंग: 5 नए IPO, 1 लिस्टिंग होगी मेनबोर्ड सेगमेंट में, स्विगी आईपीओ सहित चार नए पब्लिक इश्यू अगले हफ्ते खुलेंगे, जबकि एसएमई सेगमेंट में एक नया इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। वहीं एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 4 नवंबर को लिस्ट होंगे। डिस्क्लेमर: इस एनालिसिस में दिए गए व्यूज इंडिविजुअल एनालिस्ट या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, दैनिक भास्कर के नहीं। हम निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से कंसल्ट करने की सलाह देते हैं।

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