श्रावस्ती में रोक के बावजूद किसान जला रहे पराली:बढ़ सकता है प्रदूषण का स्तर, प्रशासन लगातार किसानों से कर रहा पराली ना जलाने की अपील

श्रावस्ती में धान की फसल की मड़ाई के बाद अब कई क्षेत्रों में किसान प्रशासन के रोक के बावजूद भी पराली जला रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। हालांकि प्रशासन पराली ना जलाने समेत पराली गौशाला में दान करने को लेकर किसानों से अपील भी कर रहा। बावजूद इसके किसान प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन करते देखे जा रहे। दरअसल जानकारी के मुताबिक धान की फसल की मड़ाई के बाद खेतों में बचे हुए फसल अवशेष को परली कहा जाता है। वहीं अगली फसल की बुवाई की तैयारी को लेकर किसान अक्सर फसलों के अवशेष यानी पराली को खेतों में ही जला देते हैं। जिसके चलते पराली से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ता है। वहीं कृषि विभाग के द्वारा भी किसानों को पराली ना जलाने के लिए लगातार निर्देशित किया जाता है। प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन साथ ही जिला प्रशासन भी किसानों को पराली ना जलाकर परली गोवंशो के लिए गौशाला में दान करने के लिए अपील कर रहा। बावजूद इसके कई ऐसे किसान हैं जो प्रशासन आदेशों का लगातार उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं। बताते चलें की जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा की प्रशासन के आदेशों के बावजूद भी पराली जलाने पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है। वहीं लगातार एक से दो बार पराली जलाने पर जुर्माने की रकम को दोगुना भी किया जा सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि श्रावस्ती में नियमों का उल्लंघन करने वाले किसानों पर विभाग क्या कार्रवाई करता है।

Nov 2, 2024 - 15:55
 64  501.8k
श्रावस्ती में रोक के बावजूद किसान जला रहे पराली:बढ़ सकता है प्रदूषण का स्तर, प्रशासन लगातार किसानों से कर रहा पराली ना जलाने की अपील
श्रावस्ती में धान की फसल की मड़ाई के बाद अब कई क्षेत्रों में किसान प्रशासन के रोक के बावजूद भी पराली जला रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। हालांकि प्रशासन पराली ना जलाने समेत पराली गौशाला में दान करने को लेकर किसानों से अपील भी कर रहा। बावजूद इसके किसान प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन करते देखे जा रहे। दरअसल जानकारी के मुताबिक धान की फसल की मड़ाई के बाद खेतों में बचे हुए फसल अवशेष को परली कहा जाता है। वहीं अगली फसल की बुवाई की तैयारी को लेकर किसान अक्सर फसलों के अवशेष यानी पराली को खेतों में ही जला देते हैं। जिसके चलते पराली से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ता है। वहीं कृषि विभाग के द्वारा भी किसानों को पराली ना जलाने के लिए लगातार निर्देशित किया जाता है। प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन साथ ही जिला प्रशासन भी किसानों को पराली ना जलाकर परली गोवंशो के लिए गौशाला में दान करने के लिए अपील कर रहा। बावजूद इसके कई ऐसे किसान हैं जो प्रशासन आदेशों का लगातार उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं। बताते चलें की जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा की प्रशासन के आदेशों के बावजूद भी पराली जलाने पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है। वहीं लगातार एक से दो बार पराली जलाने पर जुर्माने की रकम को दोगुना भी किया जा सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि श्रावस्ती में नियमों का उल्लंघन करने वाले किसानों पर विभाग क्या कार्रवाई करता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow