श्रावस्ती से SSB जवानों की छठ:तालाब के किनारे डूबते सूर्य को अर्घ्य देने पहुंची महिलाएं
श्रावस्ती के एसएसबी मुख्यालय भिनगा परिसर में छठ महापर्व का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया गया। मुख्यालय परिसर के पवित्र तालाब के तट को विशेष रूप से सजाया गया, जहां एसएसबी जवान और उनके परिवारजनों ने श्रद्धा और उमंग के साथ सूर्य भगवान की आराधना की। इस अवसर पर सूर्योपासना के पारंपरिक अनुष्ठान का पालन करते हुए डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया गया। सूर्य और छठी मैया की पूजा का महत्व छठ पूजा में उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की प्रथा है। माना जाता है कि छठी मैया की पूजा से साधक को स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है। छठ पर्व पर की गई सूर्योपासना आरोग्यता और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है, और इसी भावना के साथ जवानों और उनके परिवारजनों ने तालाब के तट पर पूजा-अर्चना की। छठ गीतों और दीपों से बना भक्तिमय माहौल पर्व के दौरान छठ गीतों की मधुर गूंज और दीपों की रौशनी से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। सूर्योपासना का यह पर्व परिसर में सभी के बीच उत्साह और एकजुटता का प्रतीक बना। जवानों और उनके परिवारों ने परंपराओं का निर्वहन करते हुए अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर पर्व की महिमा को बढ़ाया। कमांडेंट का संदेश - "छठ पर्व हमारी संस्कृति का अनमोल हिस्सा" एसएसबी वाहिनी के कमांडेंट ने इस अवसर पर सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "छठ महापर्व हमारी संस्कृति और परंपराओं को संजोने का अनूठा अवसर है। इस प्रकार के आयोजन से जवानों और उनके परिवारजनों को एकजुट होकर सांस्कृतिक पर्व मनाने का अवसर मिलता है।" उन्होंने इस आयोजन में सहयोग और भागीदारी के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
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