सचिवालय-दूरसंचार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी:कोर्ट के आदेश पर दो पर दर्ज हुआ मुकदमा

सचिवालय और दूरसंचार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से ठगी करने वाले दो लोगों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या के कैंट थाना क्षेत्र के मऊयदुवंशपुर निवासी रंजीत सिंह का कहना है कि पीयूष श्रीवास्तव निवासी देवरिया और नरेन्द्र पाण्डेय निवासी निराला नगर कोतवाली नगर ने दूरसंचार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी आवेदन कराया। फिर नियुक्ति के लिए सिक्योरिटी मनी के नाम पर ढाई लाख रुपये ले लिए। पीड़ित ज्वाइनिंग लेटर लेकर जब दूरसंचार कार्यालय पहुंचा तो पता चला कि विभाग ने कोई नियुक्ति ही नहीं निकाली है। मामले की शिकायत की गई तो दोनों ने सचिवालय में नौकरी लगवाने का झांसा दिया और फिर से फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। सचिवालय कार्यालय पहुंचने पर फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। चेक दिया वह निकला फर्जी रंजीत का कहना है कि फर्जीवाड़े व ठगी की शिकायत पुलिस से करने को कहा तो दोनों ने रकम वापस लौटने की बात कहते हुए 2 लाख 40 हजार का आर्यावर्त ग्रामीण बैंक गुडम्बा शाखा लखनऊ का चेक थमा दिया,जो बाद में फर्जी निकला। काफी दिन हीलाहवाली करने के बाद उसने सितंबर 2021 में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के लिए शिकायत कैंट थाना पुलिस को दी। पुलिस के सामने पीयूष श्रीवास्तव ने लिखित समझौता किया तथा नरेन्द्र पाण्डेय के खाते से 25 हजार रुपये दिया और शेष रकम के भुगतान के लिए एक चेक थमा दिया, बैंक में लगाने पर चेक बाउंस हो गया। पीड़ित ने बकाया रकम वापसी के लिए दबाव बनाया तो उसके साथ अभद्रता की गई और जान से मार डालने की धमकी दी गई। SSP अयोध्या से शिकायत के बाद रिपोर्ट न दर्ज होने पर अदालत का सहारा लेना पड़ा। प्रभारी प्रभारी अमरेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि अदालत के आदेश पर दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

Nov 2, 2024 - 21:05
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सचिवालय-दूरसंचार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी:कोर्ट के आदेश पर दो पर दर्ज हुआ मुकदमा
सचिवालय और दूरसंचार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से ठगी करने वाले दो लोगों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या के कैंट थाना क्षेत्र के मऊयदुवंशपुर निवासी रंजीत सिंह का कहना है कि पीयूष श्रीवास्तव निवासी देवरिया और नरेन्द्र पाण्डेय निवासी निराला नगर कोतवाली नगर ने दूरसंचार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी आवेदन कराया। फिर नियुक्ति के लिए सिक्योरिटी मनी के नाम पर ढाई लाख रुपये ले लिए। पीड़ित ज्वाइनिंग लेटर लेकर जब दूरसंचार कार्यालय पहुंचा तो पता चला कि विभाग ने कोई नियुक्ति ही नहीं निकाली है। मामले की शिकायत की गई तो दोनों ने सचिवालय में नौकरी लगवाने का झांसा दिया और फिर से फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। सचिवालय कार्यालय पहुंचने पर फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। चेक दिया वह निकला फर्जी रंजीत का कहना है कि फर्जीवाड़े व ठगी की शिकायत पुलिस से करने को कहा तो दोनों ने रकम वापस लौटने की बात कहते हुए 2 लाख 40 हजार का आर्यावर्त ग्रामीण बैंक गुडम्बा शाखा लखनऊ का चेक थमा दिया,जो बाद में फर्जी निकला। काफी दिन हीलाहवाली करने के बाद उसने सितंबर 2021 में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के लिए शिकायत कैंट थाना पुलिस को दी। पुलिस के सामने पीयूष श्रीवास्तव ने लिखित समझौता किया तथा नरेन्द्र पाण्डेय के खाते से 25 हजार रुपये दिया और शेष रकम के भुगतान के लिए एक चेक थमा दिया, बैंक में लगाने पर चेक बाउंस हो गया। पीड़ित ने बकाया रकम वापसी के लिए दबाव बनाया तो उसके साथ अभद्रता की गई और जान से मार डालने की धमकी दी गई। SSP अयोध्या से शिकायत के बाद रिपोर्ट न दर्ज होने पर अदालत का सहारा लेना पड़ा। प्रभारी प्रभारी अमरेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि अदालत के आदेश पर दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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