सात डॉक्टरों के ऊपर होगी कार्रवाई:लंबे समय से चल रहे एब्सेंट, स्वास्थ्य विभाग बलरामपुर ने शासन को भेजा पत्र

बलरामपुर में सरकारी अस्पतालों के भ्रष्ट और गैरहाजिर चिकित्सकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं आने वाले सात चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी गई है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में पाया गया कि इन चिकित्सकों को कई बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन वे फिर भी अनुपस्थित रहे। अब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।उदाहरण के तौर पर, डॉ. श्वेता सिंह ने 5 दिसंबर 2018 को बलरामपुर में ज्वॉइन किया। सभी मामलों को लेकर शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है गैड़ास बुजुर्ग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात हुईं। इसके बाद वे बिना सूचना के पीजी (प्रसूति रोग) करने चली गईं और अवकाश के लिए आवेदन किया, लेकिन नोटिस मिलने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया। इसी तरह, डॉ. नूरी खान 18 जुलाई 2022 को जिले में शामिल हुई और 1 अक्टूबर 2023 को बिना सूचना के अनुपस्थित रहीं। डॉ. अन्नू चंद्रा भी 16 नवंबर 2022 से लगातार गैरहाजिर चल रहे थे। डॉ. संगीता पांडेय और डॉ. श्रुति वंदिता भी बिना सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि इन सभी मामलों को लेकर शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। अब इनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

Oct 21, 2024 - 16:40
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सात डॉक्टरों के ऊपर होगी कार्रवाई:लंबे समय से चल रहे एब्सेंट, स्वास्थ्य विभाग बलरामपुर ने शासन को भेजा पत्र
बलरामपुर में सरकारी अस्पतालों के भ्रष्ट और गैरहाजिर चिकित्सकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं आने वाले सात चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी गई है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में पाया गया कि इन चिकित्सकों को कई बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन वे फिर भी अनुपस्थित रहे। अब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।उदाहरण के तौर पर, डॉ. श्वेता सिंह ने 5 दिसंबर 2018 को बलरामपुर में ज्वॉइन किया। सभी मामलों को लेकर शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है गैड़ास बुजुर्ग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात हुईं। इसके बाद वे बिना सूचना के पीजी (प्रसूति रोग) करने चली गईं और अवकाश के लिए आवेदन किया, लेकिन नोटिस मिलने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया। इसी तरह, डॉ. नूरी खान 18 जुलाई 2022 को जिले में शामिल हुई और 1 अक्टूबर 2023 को बिना सूचना के अनुपस्थित रहीं। डॉ. अन्नू चंद्रा भी 16 नवंबर 2022 से लगातार गैरहाजिर चल रहे थे। डॉ. संगीता पांडेय और डॉ. श्रुति वंदिता भी बिना सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि इन सभी मामलों को लेकर शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। अब इनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

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