साहब! अनुसूचित जाति से हूं...इसलिए किया सस्पेंड:बुलंदशहर के जेई एसोसिएशन का आरोप- जाति देखकर निशाना बना रहे हैं अफसर
साहब, अनुसूचित जाति से हूं। बड़े पदों पर बैठे अफसर हमें टारगेट कर रहे हैं। बिना वजह निलंबन किया जा रहा है। यह कहना है बुलंदशहर के पावर कॉर्पोरेशन के जेई संजीव कुमार का... पावर कॉर्पोरेशन में अनुसूचित जाति के चार एक्सईएन-एसई के निलंबन के बाद अब दो और जेई के निलंबन पर यह मुद्दा गर्मा गया है। दोनों जेई के निलंबन पर जेई संघ सड़क पर उतर आया है। जेई संघ का आरोप है कि बड़े अफसर जाति देखकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। यदि यह कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। पहले जानिए क्या है पूरा मामला…. राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जनपद संरक्षक इंजीनियर आरसी द्विवेदी ने बताया- अवर अभियंता संजीव कुमार के खिलाफ किए गए अनैतिक निलंबन के प्रकरण में उनके खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई और उसके पीछे अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार द्वारा की गई जांच बिल्कुल फर्जी है। जो केवल और केवल उनके अनुसूचित जाति से होने के कारण उन्हें उत्पीड़ित करने के लिए किया गया है। 25 सितंबर 2024 को वलीपुरा की 33 केवी लाइन के 7-8 स्पेन की लाइन पोल सहित नहर में गिरने के कारण ब्रेकडाउन में आ गई थी, जिसके बाद अधिशासी अभियंता सुशील कुमार पांडे के निर्देश पर जेई ने वलीपुरा विद्युत उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति सुचारू करने के लिए 33 केवी वलीपुरा, 33 केवी नीमखेड़ा और सुरक्षा की दृष्टि से 33 केवी चंदेरू लाइन का शटडाउन लिया था। निलंबन आदेश में आरोप लगाया गया है कि कार्य पूरा होने के बाद केवल 33 केवी नीमखेड़ा और 33 केवी चंदेरू लाइन का ही शटडाउन वापस किया गया, जबकि 33 केवी वलीपुरा लाइन का शटडाउन वापस नहीं किया गया। जिसके कारण अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार ने अपनी प्रारंभिक जांच करने के बाद जेई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया। अब जानिए निलंबित जेई ने क्या कहा निलंबित जेई संजीव कुमार का कहना है कि मेरी अनुसूचित जाति के कारण मुझे टारगेट किया गया। मेरे द्वारा 25/09/2024 को 16:10 बजे पर उपरोक्त तीनों लाइनों का शटडाउन लिया गया था। कार्य पूरा होने के बाद 17:05 बजे पर 33 केवी वलीपुरा सहित तीनों लाइनों का शटडाउन नियमानुसार वापस कर दिया गया था। इसकी लॉगशीट की प्रमाणित कॉपी हमारे पास है। जिसे 132 केवी भूड़ उपकेंद्र से भी प्रमाणित किया जा सकता है। जिसके बारे में अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार जांच के उपरांत भली भांति जानते थे, परंतु अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार द्वारा जान बूझकर मुझे प्रताड़ित करने के लिए मेरा निलंबन कर दिया है, जिससे मैं मानसिक रूप से आहत हूं। जांच कमेटी ने मुझे सही माना है। लेकिन ये अधिकारी जाति देखकर कार्रवाई कर रहे हैं। मैं जाटव जाति का हूं। यह अधिकारी नहीं चाहते हैं कि बुलंदशहर में सही से काम हो। इसलिए हम लोगों को परेशान किया जा रहा है।अनैतिक निलंबन के कारण सामाजिक और विभागीय लोगों में काफ़ी बदनामी हो रही है। बिना गलती के निलंबित किए जाने पर मैं मानसिक रूप से अत्यंत आहत हूं। गलत तरीके से कुर्सी पर जमे हैं, एसई- संरक्षक आरसी
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जनपद संरक्षक आरसी द्विवेदी ने बताया- अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार, "A" क्लास के अधिकारी हैं। शासन के निर्देशानुसार "क" श्रेणी का कोई भी अधिकारी एक जनपद में लगातार 3 साल से अधिक तैनात नहीं रह सकता है, परंतु इस अधीक्षण अभियंता जनपद बुलंदशहर में जुलाई 2019 से अब तक लगभग 5-6 सालों से लगातार एक ही जनपद में तैनात हैं। एमडी मेरा क्या बिगाड़ लेगी, मेरा जब तक मन करेगा मैं यहीं रहूंगा
अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार बार-बार कहता है कि एमडी मेरा क्या बिगाड़ लेगी, मेरा जब तक मन करेगा मैं यहीं रहूंगा। बिना मेरी मर्जी के मुझे कोई भी ट्रांसफर नहीं कर सकता है। यह तानाशाहों की तरह काम कर रहे हैं। संगठन इनको बर्खास्त करने की मांग करता है। अफसरों से साठगांठ करके बार-बार बच जाता है
डीएम सीपी सिंह ने भी इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है, लेकिन एसई सुनील कुमार ने उच्च अफसरों से साठगांठ करके और अपनी मजबूत पकड़ का इस्तेमाल कर फिर से बच गया है। यह जब से आए हैं, हमेशा संगठन तथा विभाग के नियमों के खिलाफ जाकर कार्य करते हैं। इससे पहले इन्होंने अवर अभियंता अरुण कुमार को उनकी शादी के दौरान नियमानुसार छुट्टी लेकर जाने के उपरांत भी बिना उनसे जानकारी किए बिना एमडी से शिकायत कर सस्पेंड कर दिया था। इसी प्रकार पहासू पर तैनात जेई इंद्रेश कुमार को उनकी स्वयं की सगी बहन की शादी में नियमानुसार छुट्टी लेकर जाने के उपरांत भी बगैर उनसे पूछे और उनका पक्ष जाने बगैर ही निलंबित कर दिया था। ठीक उसी प्रकार उन्होंने इस बार भी अवर अभियंता संजीव कुमार को बगैर जांच पड़ताल किए और जांच पड़ताल करने के उपरांत भी जानबूझकर प्रताड़ित करने के उद्देश्य से निलंबित किया है, जबकि मुख्य अभियंता द्वारा गठित कमेटी ने किसी भी अवर अभियंता को दोषी नहीं ठहराया था। अधीक्षण अभियंता को सस्पेंड करने की मांग
संगठन एमडी पश्चिमांचल से मांग करता है कि तत्काल इस अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार को सस्पेंड करें, ताकि जनपद बुलंदशहर में शांति बनी रहे, अन्यथा कि स्थिति में जूनियर इंजीनियर संगठन विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य है। चीफ इंजीनियर राजीव अग्रवाल ने बताया- संघ के आरोप के बाद जांच कमेटी गठित की है। एसई पर लगाए गए आरोपों की भी जांच की जा रही है। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद एमडी स्तर से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार ने बताया- मैं इस पर कुछ नहीं बोलना चाहता हूं। अभी जांच चल रही है। जांच के बाद जो होगा, उसके आधार कार्रवाई की जाएगी। मेरे ऊपर लगाए गए आरोपी बेबुनियाद है। पीवीवीएनएल मेरठ की एमडी ने कहा- आरोप बेबुनियाद पीवीवीएनएल मेरठ की एमडी आईएएस ईशा दुहन की गिनती तेज तर्रार IAS अधिकारियों में होती है। ईशा दुहन की बतौर जिलाधिकारी पोस्टिंग चंदौली में पहली बार हुई। वह मेरठ में एडिशनल कमिश्नर के पद पर भी कार्यरत रही
साहब, अनुसूचित जाति से हूं। बड़े पदों पर बैठे अफसर हमें टारगेट कर रहे हैं। बिना वजह निलंबन किया जा रहा है। यह कहना है बुलंदशहर के पावर कॉर्पोरेशन के जेई संजीव कुमार का... पावर कॉर्पोरेशन में अनुसूचित जाति के चार एक्सईएन-एसई के निलंबन के बाद अब दो और जेई के निलंबन पर यह मुद्दा गर्मा गया है। दोनों जेई के निलंबन पर जेई संघ सड़क पर उतर आया है। जेई संघ का आरोप है कि बड़े अफसर जाति देखकर उन्हें निशाना बना रहे हैं। यदि यह कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। पहले जानिए क्या है पूरा मामला…. राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जनपद संरक्षक इंजीनियर आरसी द्विवेदी ने बताया- अवर अभियंता संजीव कुमार के खिलाफ किए गए अनैतिक निलंबन के प्रकरण में उनके खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई और उसके पीछे अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार द्वारा की गई जांच बिल्कुल फर्जी है। जो केवल और केवल उनके अनुसूचित जाति से होने के कारण उन्हें उत्पीड़ित करने के लिए किया गया है। 25 सितंबर 2024 को वलीपुरा की 33 केवी लाइन के 7-8 स्पेन की लाइन पोल सहित नहर में गिरने के कारण ब्रेकडाउन में आ गई थी, जिसके बाद अधिशासी अभियंता सुशील कुमार पांडे के निर्देश पर जेई ने वलीपुरा विद्युत उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति सुचारू करने के लिए 33 केवी वलीपुरा, 33 केवी नीमखेड़ा और सुरक्षा की दृष्टि से 33 केवी चंदेरू लाइन का शटडाउन लिया था। निलंबन आदेश में आरोप लगाया गया है कि कार्य पूरा होने के बाद केवल 33 केवी नीमखेड़ा और 33 केवी चंदेरू लाइन का ही शटडाउन वापस किया गया, जबकि 33 केवी वलीपुरा लाइन का शटडाउन वापस नहीं किया गया। जिसके कारण अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार ने अपनी प्रारंभिक जांच करने के बाद जेई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया। अब जानिए निलंबित जेई ने क्या कहा निलंबित जेई संजीव कुमार का कहना है कि मेरी अनुसूचित जाति के कारण मुझे टारगेट किया गया। मेरे द्वारा 25/09/2024 को 16:10 बजे पर उपरोक्त तीनों लाइनों का शटडाउन लिया गया था। कार्य पूरा होने के बाद 17:05 बजे पर 33 केवी वलीपुरा सहित तीनों लाइनों का शटडाउन नियमानुसार वापस कर दिया गया था। इसकी लॉगशीट की प्रमाणित कॉपी हमारे पास है। जिसे 132 केवी भूड़ उपकेंद्र से भी प्रमाणित किया जा सकता है। जिसके बारे में अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार जांच के उपरांत भली भांति जानते थे, परंतु अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार द्वारा जान बूझकर मुझे प्रताड़ित करने के लिए मेरा निलंबन कर दिया है, जिससे मैं मानसिक रूप से आहत हूं। जांच कमेटी ने मुझे सही माना है। लेकिन ये अधिकारी जाति देखकर कार्रवाई कर रहे हैं। मैं जाटव जाति का हूं। यह अधिकारी नहीं चाहते हैं कि बुलंदशहर में सही से काम हो। इसलिए हम लोगों को परेशान किया जा रहा है।अनैतिक निलंबन के कारण सामाजिक और विभागीय लोगों में काफ़ी बदनामी हो रही है। बिना गलती के निलंबित किए जाने पर मैं मानसिक रूप से अत्यंत आहत हूं। गलत तरीके से कुर्सी पर जमे हैं, एसई- संरक्षक आरसी
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जनपद संरक्षक आरसी द्विवेदी ने बताया- अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार, "A" क्लास के अधिकारी हैं। शासन के निर्देशानुसार "क" श्रेणी का कोई भी अधिकारी एक जनपद में लगातार 3 साल से अधिक तैनात नहीं रह सकता है, परंतु इस अधीक्षण अभियंता जनपद बुलंदशहर में जुलाई 2019 से अब तक लगभग 5-6 सालों से लगातार एक ही जनपद में तैनात हैं। एमडी मेरा क्या बिगाड़ लेगी, मेरा जब तक मन करेगा मैं यहीं रहूंगा
अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार बार-बार कहता है कि एमडी मेरा क्या बिगाड़ लेगी, मेरा जब तक मन करेगा मैं यहीं रहूंगा। बिना मेरी मर्जी के मुझे कोई भी ट्रांसफर नहीं कर सकता है। यह तानाशाहों की तरह काम कर रहे हैं। संगठन इनको बर्खास्त करने की मांग करता है। अफसरों से साठगांठ करके बार-बार बच जाता है
डीएम सीपी सिंह ने भी इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है, लेकिन एसई सुनील कुमार ने उच्च अफसरों से साठगांठ करके और अपनी मजबूत पकड़ का इस्तेमाल कर फिर से बच गया है। यह जब से आए हैं, हमेशा संगठन तथा विभाग के नियमों के खिलाफ जाकर कार्य करते हैं। इससे पहले इन्होंने अवर अभियंता अरुण कुमार को उनकी शादी के दौरान नियमानुसार छुट्टी लेकर जाने के उपरांत भी बिना उनसे जानकारी किए बिना एमडी से शिकायत कर सस्पेंड कर दिया था। इसी प्रकार पहासू पर तैनात जेई इंद्रेश कुमार को उनकी स्वयं की सगी बहन की शादी में नियमानुसार छुट्टी लेकर जाने के उपरांत भी बगैर उनसे पूछे और उनका पक्ष जाने बगैर ही निलंबित कर दिया था। ठीक उसी प्रकार उन्होंने इस बार भी अवर अभियंता संजीव कुमार को बगैर जांच पड़ताल किए और जांच पड़ताल करने के उपरांत भी जानबूझकर प्रताड़ित करने के उद्देश्य से निलंबित किया है, जबकि मुख्य अभियंता द्वारा गठित कमेटी ने किसी भी अवर अभियंता को दोषी नहीं ठहराया था। अधीक्षण अभियंता को सस्पेंड करने की मांग
संगठन एमडी पश्चिमांचल से मांग करता है कि तत्काल इस अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार को सस्पेंड करें, ताकि जनपद बुलंदशहर में शांति बनी रहे, अन्यथा कि स्थिति में जूनियर इंजीनियर संगठन विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य है। चीफ इंजीनियर राजीव अग्रवाल ने बताया- संघ के आरोप के बाद जांच कमेटी गठित की है। एसई पर लगाए गए आरोपों की भी जांच की जा रही है। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद एमडी स्तर से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार ने बताया- मैं इस पर कुछ नहीं बोलना चाहता हूं। अभी जांच चल रही है। जांच के बाद जो होगा, उसके आधार कार्रवाई की जाएगी। मेरे ऊपर लगाए गए आरोपी बेबुनियाद है। पीवीवीएनएल मेरठ की एमडी ने कहा- आरोप बेबुनियाद पीवीवीएनएल मेरठ की एमडी आईएएस ईशा दुहन की गिनती तेज तर्रार IAS अधिकारियों में होती है। ईशा दुहन की बतौर जिलाधिकारी पोस्टिंग चंदौली में पहली बार हुई। वह मेरठ में एडिशनल कमिश्नर के पद पर भी कार्यरत रही हैं। वर्तमान में वह मेरठ में पश्चिमांचल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) में एमडी के पद पर कार्यरत हैं। पीवीवीएनएल मेरठ की एमडी आईएएस ईशा दुहन का कहना है कि आरोपी बेबुनियाद हैं। कार्रवाई कम राजस्व वसूली को लेकर की गई है। ------------------------------------------- ये भी पढ़ें... स्कॉर्पियो से कुचल कर नर्सिंग छात्रा की हत्या:कन्नौज में पिता बोले- शादी से इनकार करने पर मार डाला, कोतवाल समेत 3 सस्पेंड कन्नौज में एएनएम छात्रा की स्कार्पियो से कुचल कर हत्या कर दी गई। छात्रा के पिता का आरोप है कि एक युवक बेटी पर शादी के लिए दबाव बना रहा था, इनकार करने पर स्कॉर्पियो से कुचलकर मार डाला। घटना का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें कार छात्रा को टक्कर मारते दिख रही है। पढे़ं पूरी खबर...