हापुड़ में दीपावली की तिथि पर मंथन:विद्वान ब्राह्मणों का निर्णय एक नवंबर को मनेगी दिवाली
हापुड़ संयुक्त व्यापार मंडल के तत्वाधान में दीपावली मनाने को लेकर एक मैराथन बैठक का आयोजन हुआ। यह बैठक राजमहल बैंकट हॉल में आयोजित की गई, जिसमें पंडितों, ज्योतिषाचार्यों, धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों, मंदिर के पुजारियों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक में निर्णय लिया गया कि इस साल दीपावली एक नवंबर को मनाई जाएगी। दीपावली की तिथि को लेकर इस साल भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। विभिन्न ज्योतिष और ब्राह्मण संगठनों के अनुसार दीपावली की तिथि पर असहमति थी। इस मुद्दे पर एकमत होने के लिए विद्वानों ने घंटों तक मंथन किया। मंच पर उपस्थित विद्वानों ने ज्योतिष और शास्त्रों के आधार पर अपनी-अपनी राय और तर्क प्रस्तुत किए। इस दौरान उन्होंने देशभर में दीपावली मनाए जाने की तिथियों और तिथि के अनुसार शुभ-अशुभ योग पर विचार किया। विद्वान ब्राह्मणों के तर्क इस बैठक में धार्मिक संगठनों के 11 विद्वान ब्राह्मण शामिल हुए। इनमें से नौ ने एक नवंबर को दीपावली मनाने का सुझाव दिया, जबकि दो ब्राह्मण 31 अक्टूबर को दीपावली मनाने के पक्ष में रहे। केंद्रीय ज्योतिष विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक डॉ. वासुदेव शर्मा, अखिलेश पंडित, भारतीय ज्योतिष-कर्मकांड महासभा के अध्यक्ष केसी पांडेय, योगी संजीव कौशिक, ज्योतिष योगेश्वर स्वामी, मां मंशा देवी मंदिर के पुजारी देवी प्रसाद सहित अन्य विद्वानों ने एक नवंबर को दीपावली मनाने के पक्ष में अपने तर्क प्रस्तुत किए। वहीं, श्री चंडी मंदिर के पंडित मिथलेश और हरमिलाप मंदिर के पंडित लवकुश शास्त्री ने 31 अक्टूबर को दिवाली मनाने के पक्ष में तर्क दिए। बैठक में ये लोग रहे मौजूद इस दौरान ललित अग्रवाल, सुधीर गुप्ता, महेश तोमर, अमित शर्मा, पंडित आदित्य भारद्वाज, तरुण गर्ग, अंकुर कंसल, मनीष मक्खन, मनीष शुक्ला, सोनू बंसल, इंद्र कौशिक, राजीव गर्ग, प्रवीण सेठी, वीरेंद्र बिट्टू, अमित शर्मा, विवेक गर्ग, जयभगवान गौतम, वीरेंद्र, सोनू गारमेंट्स और चंद्रशेखर सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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