हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई SOG टीम पर हमला:टीम ने सरकारी हथियार छीनने का भी लगाया आरोप, पूछताछ के लिए गिरफ्तार करने गई थी
शामली झिंझाना क्षेत्र के गांव थानु गांव में एसओजी की एक टीम हिस्ट्रीशीटर चतरसैन बावरिया को पकड़ने गई थी। पुलिस टीम ने आरोपी को पकड़ लिया था, लेकिन उसी समय परिवार के युवकों, महिलाओं और ग्रामीणों ने लाठी-डंडों के साथ पुलिस टीम को घेर लिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा कर भगा दिया। शामली स्थित झिंझाना थानाक्षेत्र के गांव डेरा थानु में एसओजी टीम के साथ ग्रामीण और महिलाओं ने विरोध करते हुए हाथापाई की और पकड़े गए हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा लिया। ग्रामीणों ने पुलिस टीम से सरकारी हथियार भी छीनने की कोशिश की। पुलिस का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर किसी धोखाधड़ी के मामले में वांछित था, उसे पूछताछ के लिए पकड़ा था। महिलाओं ने एसओजी टीम को घेरकर कुछ समय तक बंधक बनाए रखा। इस दौरान गांव में काफी देर तक हंगामा होता रहा। हंगामे व ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए एसओजी टीम वहां से जान बचाकर निकली। कई राज्यों में लूट और घटनाओं में वांछित इस मामले में एसपी के आदेश पर एसओजी टीम की तरफ से झिंझाना थाने पर हिस्ट्रीशीटर चतरसैन, शिवम, कल्लू और 10-12 अज्ञात अज्ञात महिलाओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है। बता दें चतर सेन पुत्र धीर ध्वज कई राज्यों में लूट और घटनाओं में वांछित चल रहा है। दो घंटे तक दबाए रखी घटना, वीडियो वायरल होने पर पता चला बताया गया है कि एसओजी टीम पर हमले की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी। एसओजी टीम गांव से सीधे शामली आ गई थी। देर शाम घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अधिकारियों को घटना का पता चला। अधिकारियों ने एसओजी टीम से घटना की बारे में जानकारी की। एसपी राम सेवक गौतम ने बताया की पुलिस से आरोपित छुड़ाने का मामला संज्ञान में आया है। पुलिस की ओर से तीन नामजद समेत 10-12 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ झिंझाना थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
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