अम्बेडकरनगर में प्रशिक्षण के इंतजार में 48 हजार अभ्यर्थी:18 ट्रेड में आए थे 87 हजार आवेदन, दर्जी और राजमिस्त्री की ट्रेनिंग लंबित
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत स्वरोजगार की उम्मीद लेकर आवेदन करने वाले 48 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी अब भी प्रशिक्षण का इंतजार कर रहे हैं। इनमें दर्जी और राजमिस्त्री जैसे प्रमुख ट्रेड के युवाओं को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। योजना के तहत दर्जी, बढ़ई, राजमिस्त्री, लोहार और कुम्हार समेत 18 ट्रेड के लिए इस बार कुल 87 हजार आवेदन आए थे। हालांकि, प्रथम चरण में केवल 3581 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जा सका है। जिला उद्योग कार्यालय की मानें तो दर्जी के लिए 40 हजार और राजमिस्त्री के लिए 8 हजार आवेदन लंबित हैं, लेकिन अब तक शासन से इन ट्रेडों के लिए प्रशिक्षण शुरू करने की कोई तिथि जारी नहीं की गई है। योजना के तहत प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आवेदकों को टूल किट और रोजगार के लिए ऋण दिया जाता है। लेकिन प्रक्रिया में देरी से हजारों युवा हताश हो रहे हैं। जिला उद्योग कार्यालय के डिप्टी कमीशनर एस. सिद्दीकी ने बताया कि, "दर्जी और राजमिस्त्री ट्रेड के लिए प्रशिक्षण का आदेश शासन से नहीं आया है। जैसे ही निर्देश मिलेगा, तुरंत प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।" प्रशिक्षण में हो रही देरी अन्य ट्रेडों के आवेदकों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, लेकिन दर्जी और राजमिस्त्री के लिए सबसे ज्यादा आवेदन होने के बावजूद प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। इससे इन ट्रेड के अभ्यर्थियों को रोजगार शुरू करने की योजनाओं को झटका लगा है। पीएम विश्वकर्मा योजना स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही है, लेकिन आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी प्रशिक्षण में हो रही देरी से अभ्यर्थियों का भरोसा टूट रहा है। युवा अब सवाल उठा रहे हैं कि आखिर उन्हें कब तक इंतजार करना पड़ेगा।
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