अम्बेडकरनगर में बुआई के सीजन में नहरों में नहीं पानी:किसान परेशान खेतों की सिचाई के लिए डीजल पंप व मोटर का प्रयोग कर रहे किसान
अम्बेडकरनगर में नहरों में पानी न होने से किसानों को गेहूं की बुवाई के लिए दिक्कत हो रही है। किसान गेहूं की बोआई के लिए खेतों की सिंचाई के लिए डीजल पंप व मोटर का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं बहुत किसानों के खेत केवल नहर के पानी पर ही आश्रित है, जिसके चलते उनका बोआई का काम पिछड़ता जा रहा है। जिले में 55 हजार से अधिक किसान अपने फसल की सिंचाई नहर से करते है। नहर के किनारे खेत वाले किसान केवल नहर के पानी से ही फसल की बोआई और सिंचाई करते है। मौजूदा समय में किसान सरसों, गेहूं ,जौ व मंसूर की बोआई कर रहे है। नहर से लगे जिन किसानों के खेत में नमी है। वह अपने खेतों में बोआई कर ले जा रहे है। अन्य किसानों के खेतों में नमी न होने के कारण फसल की बोआई नहीं हो पा रही है। समय से बोवाई न होने से किसानों के फसल अब पिछड़ रहे है। किसानों का कहना है कि अगर कुछ दिनों के लिए पानी आ जाता तो वह भी समय पर बोआई कर लेंगे। अकबरपुर तहसील के शुक्लहियां, बनगांव डिहवा, मरथुआ सरैया, जमुनीपुर, लालापुर के जादातर किसान नहर के पानी पर ही अपने खेतों की सिंचाई करते है। इस बाबत सिचाई खंड टांडा के अधिशासी अभियंता केके दिवाकर ने बताया कि रोस्टर के अनुसार नहरों मे पानी छोड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि रोस्टर के अनुसार 15 दिसंबर तक नहरोंं में पानी के आने की जानकारी है। जिन माइनर की सफाई नहीं हुई थी, उनकी सफाई का कार्य भी चल रहा है।
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