आर्मी से रिटायर नायब सूबेदार ने फांसी लगा जान दी:एक साल पहले बेटे का शव पाण्डु नदी में मिला था, तब से डिप्रेशन में थे रिटायर नायब सूबेदार
कानपुर में आर्मी से रिटायर एक नायब सूबेदार ने फांसी लगाकर जान दे दी। रिटायर नायब सूबेदार के बेटे की एक साल पहले मौत हो गई थी। जिसके बाद से वह डिप्रेशन में थे। उन्होंने रविवार तड़के सुबह अपने कमरे में चादर से फांसी का फंदा बना खुदकुशी कर ली। परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के मुताबिक बेटे के जाने के बाद से रिटायर नायब सूबेदार अत्याधिक डिप्रेशन में चल रहे थे। परिवार वालों ने उन्हें दिखाया भी था। मगर उनकी हालत ठीक नहीं थी। जरौल फेज 2 गुजैनी निवासी जय स्वरूप (55) आर्मी से नायब सूबेदार के पद से रिटायर हुए थे। उनके साढ़ू घनश्याम तिवारी ने बताया कि परिवार में पत्नी सुधा पाण्डेय के अलावा एक बेटी प्रज्ञा है। जो वर्तमान में पढ़ाई कर रही है। साढ़ू के मुताबिक शनिवार रात को खाना खाने के बाद जय स्वरूप अपने कमरे में सोने चले गए थे। वह सुबह जल्द उठते थे। पत्नी सुधा सुबह जब उन्हें चाय देने के लिए गई तो उन्होंने शव को पंखे से लटका देखा। वह चीख पड़ी। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया। बेटे का शव एक साल पहले पाण्डु नदी में मिला था साढू ने बताया कि जय स्वरूप को अपे बेटे रमन पाण्डेय से बहुत उम्मी थी। वह उसे अधिकारी बनाना चाहते थे। बेटे ने पिछले साल ही 12वीं की परीक्षा पास की थी और एसएससी की तैयारी कर रहा था। साढ़ू के मुताबिक उसका शव अगस्त 2023 में पाण्डु नदी में मिला था। बस यहीं से जय स्वरूप पूरी तरह टूट गए थे। बेटे के जाने के बाद वह कई दिनों तक बीमार रहे और फिर डिप्रेशन में चले गए थे। वह अक्सर कहते थे कि बेटा अगर होता तो उसे आर्मी का बड़ा अफसर बनाता।
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