उत्तराखंड: नकल माफिया की गिरफ्तारी से परीक्षा की तैयारी में आई बढ़त

देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा से ठीक पहले, उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने नकल गिरोह के सरगना हाकम सिंह और उसके एक साथी को पटेल नगर से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस गोपनीय सूचना के बाद की गई जिसमें पता चला था कि हाकम सिंह …

Sep 21, 2025 - 00:27
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उत्तराखंड: नकल माफिया की गिरफ्तारी से परीक्षा की तैयारी में आई बढ़त
देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा से ठीक पहले, उत्तराखंड पु

उत्तराखंड: नकल माफिया की गिरफ्तारी से परीक्षा की तैयारी में आई बढ़त

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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ ने नकल गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिससे आगामी स्नातक स्तरीय परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठाने वाले समूहों के मंसूबों पर पानी फेर दिया गया है।

देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा में नकल करने की एक नई साज़िश को बेनकाब करते हुए, उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने नकल गिरोह के सरगना हाकम सिंह और उसके सहयोगी पंकज गौड़ को पटेल नगर से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस गोपनीय सूचना के आधार पर की गई थी, जिसमें बताया गया था कि हाकम सिंह ने परीक्षा में नकल कराने के लिए छह अभ्यर्थियों से 15-15 लाख रुपये की मांग की थी।

पुलिस की सक्रियता ने खोले राज़

पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता, आईजी नीलेश आनंद भरणे के अनुसार, सूचना मिलने के बाद एसटीएफ और देहरादून पुलिस ने एक सघन अभियान शुरू किया। अभियान के तहत गिरोह के सदस्यों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। जैसे ही यह स्पष्ट हुआ कि पंकज गौड़ हाकम सिंह के संपर्क में था और अन्य अभ्यर्थियों से 12 से 15 लाख रुपये लेकर परीक्षा पास कराने का प्रलोभन दे रहा था, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।

शातिर योजना का पर्दाफाश

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर और देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी अभ्यर्थियों को धोखे में डालने के लिए बड़े शातिर तरीके अपना रहे थे। वे यदि किसी अभ्यर्थी को अपनी मेहनत के बल पर सफलता दिलाते, तो वे पैसे हड़प लेते। यदि कोई अभ्यर्थी परीक्षा में असफल हो जाता, तो अगले मौके के लिए पैसे समायोजित करने का बहाना देकर उसे लूप में रखते थे।

नकल गिरोह के सरगना की पृष्ठभूमि

हाकम सिंह पहले भी धोखाधड़ी के मामलों में जेल जा चुका है। उसकी हालिया गतिविधियों ने एक बार फिर उस पर संदेह पैदा कर दिया था। उसे और उसके साथी पंकज गौड़ को उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस गिरफ्तारी के बाद परीक्षा की गोपनीयता को बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि 21 सितंबर को होने वाली परीक्षा का आयोजन पूरी तरह से निष्पक्ष हो सके।

उत्तराखंड में नकल माफिया की गिरफ्तारी से साफ हो गया है कि प्रशासन इस बार नकल की चुनौतियों के प्रति गंभीर है। पुलिस की इस सक्रियता ने अभ्यर्थियों के मनोबल को बढ़ाया है और अब वे आश्वस्त हैं कि वे अपनी मेहनत के आधार पर परीक्षा में सफल हो सकेंगे।

जैसे-जैसे परीक्षा का दिन करीब आ रहा है, इस प्रकार के अपराधों पर रोकथाम के उपाय और भी महत्वपूर्ण हो गए हैं। सरकार को चाहिए कि वह इस तरह की गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए और सख्त कदम उठाए ताकि अभ्यर्थियों के साथ कोई धोखा न हो सके।

इसके अलावा, उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में और तेज कार्रवाई की जाएगी और जो लोग नकल गिरोह को संचालित कर रहे हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। बेहतर है कि सभी अभ्यर्थी अपनी मेहनत पर भरोसा करें और नकल की तरफ ना बढ़ें।

फिर एक बार, उत्तराखंड की प्रशासनिक मशीनरी ने यह साबित कर दिया है कि वे नकल गिरोहों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि हर परीक्षा पूरी तरह से निष्पक्ष हो।

इस मामले के आगे की जानकारी के लिए, अधिक अपडेट्स हेतु यहां क्लिक करें.

सादर, टीम इंडिया टुडे - लेखिका: सुमिता शर्मा

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