चकबंदी कर्मचारियों ने डीएम ऑफिस में किया प्रदर्शन:डीडीसी पेशकार के घूस लेने के मामले का किया विरोध, न्यायिक जांच की मांग की

बीते दिनों एंटी करप्शन टीम ने चकबंदी विभाग के डीडीसी पेशकार को 25 हजार रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था। इस घटना के विरोध में कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचकर प्रदर्शन किया और न्यायिक जांच की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। यह पूरा मामला बांदा जनपद के प्रादेशिक क्षेत्रीय मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संघ से जुड़ा है, जहां जिले भर के चकबंदी कर्मचारी और लेखपाल नाराजगी जताते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे। कर्मचारियों ने ज्ञापन में बताया कि जब एंटी करप्शन की टीम ने पेशकार को पकड़ा, तब उसके हाथ में कोई पैसा नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि साजिश के तहत कुछ पैसे पत्रावली में चुपके से रख दिए गए थे। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि 72 घंटे के भीतर इस मामले में कर्मचारी के हित में कार्रवाई नहीं की गई, तो वे कलमबंद हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। इस प्रदर्शन में संघ के महामंत्री महेंद्र सिंह यादव, मंसूर हसन, अरविंद कुमार, सुरेश कुमार सहित कई अन्य लोग मौजूद थे। कर्मचारियों का कहना है कि इस मामले की न्यायिक जांच की जानी चाहिए ताकि वास्तविकता उजागर हो सके और उनकी सेवाओं की रक्षा हो सके।

Oct 26, 2024 - 13:05
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चकबंदी कर्मचारियों ने डीएम ऑफिस में किया प्रदर्शन:डीडीसी पेशकार के घूस लेने के मामले का किया विरोध, न्यायिक जांच की मांग की
बीते दिनों एंटी करप्शन टीम ने चकबंदी विभाग के डीडीसी पेशकार को 25 हजार रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था। इस घटना के विरोध में कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचकर प्रदर्शन किया और न्यायिक जांच की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। यह पूरा मामला बांदा जनपद के प्रादेशिक क्षेत्रीय मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संघ से जुड़ा है, जहां जिले भर के चकबंदी कर्मचारी और लेखपाल नाराजगी जताते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे। कर्मचारियों ने ज्ञापन में बताया कि जब एंटी करप्शन की टीम ने पेशकार को पकड़ा, तब उसके हाथ में कोई पैसा नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि साजिश के तहत कुछ पैसे पत्रावली में चुपके से रख दिए गए थे। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि 72 घंटे के भीतर इस मामले में कर्मचारी के हित में कार्रवाई नहीं की गई, तो वे कलमबंद हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। इस प्रदर्शन में संघ के महामंत्री महेंद्र सिंह यादव, मंसूर हसन, अरविंद कुमार, सुरेश कुमार सहित कई अन्य लोग मौजूद थे। कर्मचारियों का कहना है कि इस मामले की न्यायिक जांच की जानी चाहिए ताकि वास्तविकता उजागर हो सके और उनकी सेवाओं की रक्षा हो सके।

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