जालौन में 39वीं बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ:डीएम बोले-खेल शारीरिक और मानसिक विकास का माध्यम

जालौन में गुरुवार को जिले के 39वें बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ इंदिरा स्टेडियम में हुआ। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार और मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार श्रीवास ने संयुक्त रूप से प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। डीएम और पुलिस अधीक्षक ने रेस को हरी झंडी दिखाकर प्रतियोगिता की शुरुआत की और खेल मैदान में जाकर बच्चों का उत्साह बढ़ाया। खेलों में छुपी जिंदगी की सीख जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, "खेल सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक विकास का माध्यम है। खेल भावना से आप अपने विकासखंड का नाम रोशन कर सकते हैं।" पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने खेलों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "खेल अनुशासन, टीमवर्क और सकारात्मक दृष्टिकोण सिखाते हैं। बच्चों को खेलों में भाग लेकर जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए।" मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार श्रीवास ने बच्चों को उत्कृष्ट खिलाड़ी बनने और अपने करियर को नई दिशा देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों से खेलों में समर्पण और अनुशासन बनाए रखने की अपील की। योग और पीटी प्रदर्शन बना आकर्षण प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने योग और पीटी का शानदार प्रदर्शन किया, जिसे देखकर दर्शकों ने जमकर सराहना की। बच्चों के समर्पण और अनुशासन ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। पारंपरिक और आधुनिक खेलों का संगम प्रतियोगिता में दौड़, कबड्डी, खो-खो और अन्य पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। बच्चों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पदाधिकारियों की उपस्थिति ने बढ़ाया उत्साह इस आयोजन में जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तार अहमद, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी दीप निगम, जिला क्रीड़ा अधिकारी शैलेंद्र कुमार, बीईओ शैलेंद्र उत्तम, बीईओ बिरजू भारती, और बीईओ ज्ञान प्रकाश अवस्थी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

Nov 21, 2024 - 18:05
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जालौन में 39वीं बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ:डीएम बोले-खेल शारीरिक और मानसिक विकास का माध्यम
जालौन में गुरुवार को जिले के 39वें बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ इंदिरा स्टेडियम में हुआ। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार और मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार श्रीवास ने संयुक्त रूप से प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। डीएम और पुलिस अधीक्षक ने रेस को हरी झंडी दिखाकर प्रतियोगिता की शुरुआत की और खेल मैदान में जाकर बच्चों का उत्साह बढ़ाया। खेलों में छुपी जिंदगी की सीख जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, "खेल सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक विकास का माध्यम है। खेल भावना से आप अपने विकासखंड का नाम रोशन कर सकते हैं।" पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने खेलों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "खेल अनुशासन, टीमवर्क और सकारात्मक दृष्टिकोण सिखाते हैं। बच्चों को खेलों में भाग लेकर जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए।" मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार श्रीवास ने बच्चों को उत्कृष्ट खिलाड़ी बनने और अपने करियर को नई दिशा देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों से खेलों में समर्पण और अनुशासन बनाए रखने की अपील की। योग और पीटी प्रदर्शन बना आकर्षण प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने योग और पीटी का शानदार प्रदर्शन किया, जिसे देखकर दर्शकों ने जमकर सराहना की। बच्चों के समर्पण और अनुशासन ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। पारंपरिक और आधुनिक खेलों का संगम प्रतियोगिता में दौड़, कबड्डी, खो-खो और अन्य पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। बच्चों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पदाधिकारियों की उपस्थिति ने बढ़ाया उत्साह इस आयोजन में जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तार अहमद, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी दीप निगम, जिला क्रीड़ा अधिकारी शैलेंद्र कुमार, बीईओ शैलेंद्र उत्तम, बीईओ बिरजू भारती, और बीईओ ज्ञान प्रकाश अवस्थी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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