डग्गामार वाहनों से महोबा डिपो को रोजाना लाखों का घाटा:ARM ने पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की, निजी ट्रैवल की 9 बसें और 93 डग्गामार उठा रहीं सवारियां

महोबा जिले में डग्गामार वाहनों और निजी ट्रेवल्स बसों के अनाधिकृत संचालन से उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम को रोजाना 1.5 लाख रुपये तक का राजस्व नुकसान हो रहा है। महोबा डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक डी.के. चौबे ने अधिकारियों को पत्र लिखकर इन वाहनों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। महोबा डिपो के आसपास करीब 93 डग्गामार वाहन और राजकल्पना व खजुराहो ट्रेवल्स की नौ निजी बसें सवारियों को रोडवेज बसों से छीन रही हैं। इन वाहनों का संचालन महोबा बस स्टैंड के आसपास अवैध रूप से हो रहा है, जिससे सरकारी बसें खाली जा रही हैं और विभाग को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने किया खुलासा डी.के. चौबे ने बताया कि निजी ट्रेवल्स और डग्गामार वाहन सरकारी बसों के मार्गों पर कब्जा कर चुके हैं। उन्होंने महोबा जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्या के समाधान के लिए संयुक्त चेकिंग अभियान चलाने का अनुरोध किया है। राजस्व में सेंधमारी और सवारियों की छीना-झपटी चौबे ने पत्र में उल्लेख किया है कि कई बार निजी बसें रोडवेज परिसर के पास से ही सवारियां भर लेती हैं। यहां तक कि सरकारी बसों से यात्रियों को उतारकर अपनी बसों में बैठाने के मामले भी सामने आए हैं। इससे रोडवेज बसों के परिचालकों की आमदनी पर भी असर पड़ रहा है। प्रभारी मंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया महोबा के प्रभारी मंत्री राकेश राठौर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे शासन तक पहुंचाने और जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि डग्गामार वाहनों और निजी ट्रेवल्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि महोबा डिपो का राजस्व फिर से बढ़ सके। यात्रियों की सुरक्षा और राजस्व बचाने की जरूरत जानकारों का मानना है कि अगर प्रशासन इन वाहनों के खिलाफ समय पर कार्रवाई करता है, तो न केवल रोडवेज का राजस्व बढ़ेगा, बल्कि यात्रियों को भी सुरक्षित और किफायती परिवहन सेवाएं मिलेंगी। फिलहाल, विभागीय कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।

Nov 28, 2024 - 14:15
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डग्गामार वाहनों से महोबा डिपो को रोजाना लाखों का घाटा:ARM ने पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की, निजी ट्रैवल की 9 बसें और 93 डग्गामार उठा रहीं सवारियां
महोबा जिले में डग्गामार वाहनों और निजी ट्रेवल्स बसों के अनाधिकृत संचालन से उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम को रोजाना 1.5 लाख रुपये तक का राजस्व नुकसान हो रहा है। महोबा डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक डी.के. चौबे ने अधिकारियों को पत्र लिखकर इन वाहनों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। महोबा डिपो के आसपास करीब 93 डग्गामार वाहन और राजकल्पना व खजुराहो ट्रेवल्स की नौ निजी बसें सवारियों को रोडवेज बसों से छीन रही हैं। इन वाहनों का संचालन महोबा बस स्टैंड के आसपास अवैध रूप से हो रहा है, जिससे सरकारी बसें खाली जा रही हैं और विभाग को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने किया खुलासा डी.के. चौबे ने बताया कि निजी ट्रेवल्स और डग्गामार वाहन सरकारी बसों के मार्गों पर कब्जा कर चुके हैं। उन्होंने महोबा जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्या के समाधान के लिए संयुक्त चेकिंग अभियान चलाने का अनुरोध किया है। राजस्व में सेंधमारी और सवारियों की छीना-झपटी चौबे ने पत्र में उल्लेख किया है कि कई बार निजी बसें रोडवेज परिसर के पास से ही सवारियां भर लेती हैं। यहां तक कि सरकारी बसों से यात्रियों को उतारकर अपनी बसों में बैठाने के मामले भी सामने आए हैं। इससे रोडवेज बसों के परिचालकों की आमदनी पर भी असर पड़ रहा है। प्रभारी मंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया महोबा के प्रभारी मंत्री राकेश राठौर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे शासन तक पहुंचाने और जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि डग्गामार वाहनों और निजी ट्रेवल्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि महोबा डिपो का राजस्व फिर से बढ़ सके। यात्रियों की सुरक्षा और राजस्व बचाने की जरूरत जानकारों का मानना है कि अगर प्रशासन इन वाहनों के खिलाफ समय पर कार्रवाई करता है, तो न केवल रोडवेज का राजस्व बढ़ेगा, बल्कि यात्रियों को भी सुरक्षित और किफायती परिवहन सेवाएं मिलेंगी। फिलहाल, विभागीय कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।

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