दिनकर दर्शन द्वितीय पुष्प काव्य संग्रह का लोकार्पण:लखनऊ बार एसोसिएशन कार्यालय में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बोले-ऐतिहासिक धरोहर बनेगा

लखनऊ बार एसोसिएशन के सभागार में "दिनकर दर्शन द्वितीय पुष्प" काव्य संग्रह का भव्य लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमेश प्रसाद तिवारी ने की, जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति एनएमपी वर्मा कार्यक्रम में शामिल हुए। लोकार्पण के अवसर पर दिनकर दर्शन साहित्य प्रवाह के संरक्षक देव किशोर शर्मा, संपादक कमल ज्योति राजकुमार, और लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री ब्रजभान सिंह 'भानू' ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कृति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रमुख वक्ता डॉ. अंजलि अस्थाना और संजय मिश्रा रजोल ने काव्य संग्रह की महत्ता को रेखांकित किया। प्रख्यात विचारक हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि "वन्दना प्रधान द्वारा संकलित यह साझा काव्य संग्रह साहित्य जगत की ऐतिहासिक धरोहर बनेगा।" डॉ० विद्या बिन्दु सिंह ने काव्य संग्रह के रचनाकारों की सराहना की, जबकि संपादक राजकुमार ने इसे भारत राष्ट्र के प्रखर स्वर की संज्ञा दी। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता शरद मिश्रा 'सिंधु' ने किया और स्वागत भाषण संस्था की अध्यक्षा शरद सिंह 'शरद' ने दिया। साहित्यकारों और अधिवक्ताओं से खचाखच भरे सभागार में यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जहाँ वाणी वंदना का आयोजन भी शरद सिंह 'शरद' द्वारा किया गया।

Oct 24, 2024 - 17:55
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दिनकर दर्शन द्वितीय पुष्प काव्य संग्रह का लोकार्पण:लखनऊ बार एसोसिएशन कार्यालय में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बोले-ऐतिहासिक धरोहर बनेगा
लखनऊ बार एसोसिएशन के सभागार में "दिनकर दर्शन द्वितीय पुष्प" काव्य संग्रह का भव्य लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमेश प्रसाद तिवारी ने की, जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति एनएमपी वर्मा कार्यक्रम में शामिल हुए। लोकार्पण के अवसर पर दिनकर दर्शन साहित्य प्रवाह के संरक्षक देव किशोर शर्मा, संपादक कमल ज्योति राजकुमार, और लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री ब्रजभान सिंह 'भानू' ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कृति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रमुख वक्ता डॉ. अंजलि अस्थाना और संजय मिश्रा रजोल ने काव्य संग्रह की महत्ता को रेखांकित किया। प्रख्यात विचारक हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि "वन्दना प्रधान द्वारा संकलित यह साझा काव्य संग्रह साहित्य जगत की ऐतिहासिक धरोहर बनेगा।" डॉ० विद्या बिन्दु सिंह ने काव्य संग्रह के रचनाकारों की सराहना की, जबकि संपादक राजकुमार ने इसे भारत राष्ट्र के प्रखर स्वर की संज्ञा दी। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता शरद मिश्रा 'सिंधु' ने किया और स्वागत भाषण संस्था की अध्यक्षा शरद सिंह 'शरद' ने दिया। साहित्यकारों और अधिवक्ताओं से खचाखच भरे सभागार में यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जहाँ वाणी वंदना का आयोजन भी शरद सिंह 'शरद' द्वारा किया गया।

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