धर्मशाला 40 लाख मामले में पुलिस के हाथ खाली:5 दिन बाद भी पता नहीं चला रुपए किसके, केंद्रीय एजेंसियां भी जांच कर रही
दिल्ली से धर्मशाला ट्रिप तारा वॉल्वो बस से 40 लाख रुपए नकद और ड्रग्स सहित गिरफ्तार आरोपी गमरू निवासी राकेश कुमार मामले में 5 दिन के बाद भी पुलिस को यह पता नहीं लग पाया है कि कैश का असली मालिक कौन है। बड़ी मात्रा में नकद कैश बरामद होने से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी मामले की जांच में जुट गई हैं। तिब्बत निर्वासित सरकार मुख्यालय और 9 वीं कोर सेना मुख्यालय होने के चलते दिल्ली से धर्मशाला पहुंची इतनी बड़ी रकम को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा होने के चलते गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी राकेश बार-बार दिल्ली कंपनी का सामान लेने जाता था। इस मामले की जांच विभिन्न एजेंसियां कर रही हैं। 5 दिन बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि राकेश कुमार के पास से जो 40 लाख रुपए नकद कैश पकड़ा गया उसका असली मालिक कौन है। धर्मशाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ नारायण सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी राकेश कुमार के कॉल डिटेल्स चेक कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे इस रकम के बारे में पता लग पाएगा। पुलिस ने आरोपी राकेश कुमार के पिटठू से 40 लाख रुपए और धर्मकोट स्थित कंपनी के होटल का साज सजावट का बिना बिल का बिजली सामान भी आया था। 7 नवंबर को रुपए के साथ पकड़ा था उसे भी कब्जे में लिया गया है। इस सारे सामान को लेने कंपनी के होटल का प्रतिनिधि तेंजिन थाई जो राकेश के साथ ही कंपनी में काम करता था लेने आया था। लेकिन वह पिट्ठू बैग और सामान ले जाता पुलिस ने उससे पहले ही राकेश को पकड़ लिया। डल लेक रोड निवासी तेंजिन थाई को पुलिस ने गवाह बना लिया। राकेश कुमार कंपनी के इस होटल के लिए बर्ड वाचिंग गाइड के रूप में काम करता है और बीच-बीच में कंपनी का सामान लाने दिल्ली जाता था। पुलिस लंबे समय से राकेश पर नजर रखे हुए थी। आरोपी राकेश कुमार 5 नवंबर को दिल्ली गया था और 7 नवंबर को जब दिल्ली से लौटा तो पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। काफी समय से राकेश की गतिविधियों पर नजर थी बस ड्राइवर सुंदरी जोकि गमरु में राकेश का ही पड़ोसी है ने बताया कि नारकोटिक्स विभाग की विशेष टीम काफी समय से राकेश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी और जानकारियां एकत्रित कर रही थी। आरोपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस जिस पाउडर को हेरोइन बता रही है वह हीरोइन नहीं है बल्कि मेरी दवा की गोलियां हैं। जिसे मैंने गले में तकलीफ होने के चलते पीस कर पाउडर बनाकर रखा हुआ था। यह सारा कैश और सामान कम्पनी का है। मैं कंपनी के लिए ही काम करता हूं। ऐसे बरामद किये ड्रग्स और 40 लाख रुपए... धर्मशाला कैंट वाई पास रोड वॉल्वो बस स्टैंड के संमीप वोल्वो बस ट्रिप तारा की साइड की डिक्की को खोल कर बस का ड्राइवर सुंदरी और तेंजिन थाई सामान उतार रहे थे। उसी समय पास में खड़ा पिठू बैग लटकाये 44 बर्षीय राकेश कुमार ने पुलिस गाड़ी को आते देखकर भागने का प्रयास किया। पिठू बैग में किसी संदिग्ध वस्तु का शक होने पर पुलिस ने लॉक को जोर से खींचा तो लॉक खुल गया। जिप को खोलकर चेक किया तो पिठू की जेब में 500/500 करेंसी के बंडल से भरा पाया। पिठू बैग में बरामद नोट को बाहर निकाल कर चेक किया तो 500 x 500 की 16 बंडल पाए गए। जिनको गिनने पर 40 लाख रुपए बने। बैग पिठू की बाहरी जेब में एक तौलिया रंग नीला सफेद, एक लोअर वरंग ग्रे, एक हैट कैप फौजी, एक टी- शर्ट एक कपड़े की पॉकेट किट जिसके अन्दर एक अदद पैन कार्ड राकेश ठाकुर और करेंसी नोट 500 x 1, 200 x 1, 100 x 1 कुल 800 रुपए और बाहरी जिप को खोल कर चेक किया तो जीप के अंदर जेब में खाकी रंग का लिफाफा खुला पाया गया। लिफाफा खाकी के अन्दर सिल्वर फायल पेपर में दो पॉलीथिन लिफाफा के टुकडा व पारदर्शी में लिपटे हुए अलग-2 काले व सफेद भूरे रंग का पदार्थ पाया गया। आरोपी से नौ ग्राम हेरोइन और एक ग्राम अफीम बरामद हुई। तेंजिन थाई डल लेक रोड निवासी तेंजिन थाई और ट्रिप तारा वॉल्वो बस ड्राइवर अश्वनी कुमार सुन्दरी निवासी गमंरू वार्ड नंबर 5 तहसील धर्मशाला को बतौर गवाह बनाया गया।
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