पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, मोहकमपुर में अभिभावक-शिक्षक बैठक के दौरान अभिभावकों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव

देहरादून : पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, आईआईपी मोहकमपुर, देहरादून में प्राचार्य मनोज कुमार के मार्गदर्शन में कक्षा पांचवीं के अभिभावकों और शिक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति, अनुशासन, आगामी परीक्षाओं की तैयारी और अभिभावक-शिक्षक समन्वय को मजबूत करना था। विद्यालय के मुख्य अध्यापक एम.एस. …

Sep 23, 2025 - 18:27
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पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, मोहकमपुर में अभिभावक-शिक्षक बैठक के दौरान अभिभावकों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
देहरादून : पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, आईआईपी मोहकमपुर, देहरादून में प्राचार्य मनोज कुमार के मा

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, मोहकमपुर में अभिभावक-शिक्षक बैठक

कम शब्दों में कहें तो, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, मोहकमपुर में अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षकों और अभिभावकों ने विद्यार्थियों की बेहतर शैक्षणिक प्रगति पर चर्चा की।

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देहरादून: पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, आईआईपी मोहकमपुर, देहरादून में प्राचार्य मनोज कुमार की देखरेख में कक्षा पांचवीं के अभिभावकों और शिक्षकों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास, अनुशासन, और आगामी परीक्षाओं की तैयारी पर चर्चा करना था, साथ ही अभिभावक-शिक्षक समन्वय को मजबूत करना भी था।

विद्यालय के प्रमुख अध्यापक एम.एस. रावत ने सभी अभिभावकों का स्वागत करते हुए कहा, “शिक्षा केवल कक्षा में नहीं, बल्कि घर में भी महत्वपूर्ण है। अभिभावकों और शिक्षकों का सहकारी प्रयास बच्चों के समग्र विकास के लिए अनिवार्य है।” उन्होंने आवधिक परीक्षाओं में विद्यार्थियों के प्रदर्शन, अर्धवार्षिक परीक्षा की समय-सारणी, पाठ्यक्रम की तैयारी और अनुशासन में सुधार पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों की पढ़ाई में सक्रिय भूमिका निभाएं, ताकि बच्चों में सकारात्मक दृष्टिकोण और अध्ययन के प्रति उत्साह बढ़ सके।

अभिभावकों के सुझाव

बैठक में अभिभावकों ने अपने विचारों को निर्भीकता से साझा किया। अभिभावक अवधेश नौटियाल ने गणित विषय को और रोचक बनाने की सलाह दी, ताकि छात्र आत्मविश्वास के साथ इस विषय को समझ सकें। प्रदीप रावत ने शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शैक्षिक गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है। मनोज कुमार सिन्हा ने पुनरावृत्ति कार्य पर ध्यान देने की सिफारिश की, साथ ही उन्होंने स्कूल बैग का भार कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं अंजना पुंडीर और चारु चंदोला ने शिक्षण प्रक्रिया को और आकर्षक और सहभागी बनाने के उपाय प्रस्तुत किए।

सहयोगात्मक प्रयासों का संकल्प

बैठक में कक्षा अध्यापक संदीप उनियाल, दुर्गम सिंह राणा, और तुषार अरोड़ा भी शामिल हुए। उन्होंने अभिभावकों को छात्रों की पढ़ाई, अनुशासन और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी तथा उनके सक्रिय सहयोग की आशा जताई। अंत में सभी ने सहमति व्यक्त की कि अभिभावक और शिक्षक मिलकर बच्चों के लिए एक बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार कर सकते हैं। सभी ने बच्चों के समग्र विकास के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को जारी रखने का संकल्प लिया।

अभिभावक-शिक्षक बैठक का यह कार्यक्रम न केवल अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को बढ़ावा देता है, बल्कि यह विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस तरह की बैठकों के माध्यम से स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ावा मिलता है, जिससे बच्चे अपनी क्षमताओं को पहचान सकें और आगे बढ़ सकें।

इसके अलावा, शिक्षकों का यह मानना है कि नियमित रूप से इस तरह की बैठकें आयोजित की जानी चाहिए ताकि अभिभावकों की चिंताओं और सुझावों को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक प्रक्रियाओं में सुधार किया जा सके।

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सादर,

टीम इंडिया टुडेज, प्रियंका जोशी

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