लालकुआं सुसाइड मामले की निष्पक्ष जांच की मांग: तारा चन्द्र घिल्डियाल

Corbetthalchal लालकुआं सुसाइड प्रकरण के सम्बन्ध में उत्तराखंड लेखपाल संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने आयुक्त कुमाऊं मण्डल दीपक रावत से वार्ता की। उत्तराखंड लेखपाल संघ के प्रदेश महामंत्री तारा चन्द्र घिल्डियाल…

Sep 24, 2025 - 00:27
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लालकुआं सुसाइड मामले की निष्पक्ष जांच की मांग: तारा चन्द्र घिल्डियाल
Corbetthalchal लालकुआं सुसाइड प्रकरण के सम्बन्ध में उत्तराखंड लेखपाल संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने आयुक्त कु

लालकुआं सुसाइड मामले की निष्पक्ष जांच की मांग: तारा चन्द्र घिल्डियाल

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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड लेखपाल संघ के प्रतिनिधिमंडल ने लालकुआं सुसाइड प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए आयुक्त कुमाऊं मंडल से बात की है। प्रदेश महामंत्री तारा चन्द्र घिल्डियाल ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता का सुझाव दिया है, जिससे न्याय की प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।

लालकुआं सुसाइड प्रकरण का पृष्ठभूमि

लालकुआं के पटवारी पूजा रानी के संदर्भ में उठे विवाद के कारण यह मामला सुर्खियों में आया है। राजस्व वाद की प्रक्रिया पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया है, जिसमें यदि किसी भी व्यक्ति को न्याय नहीं मिल पाता है, तो अपील का भी प्रावधान है। ऐसा प्रतीत होता है कि पूजा रानी को साजिश के तहत फंसाने का प्रयास किया गया है। संघ के प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जांच की मांग की है।

आयुक्त से वार्ता की तिथि

यह वार्ता आयुक्त कुमाऊं मंडल दीपक रावत के साथ हुई, जो अदालती प्रक्रियाओं को गंभीरता से लेते हुए मामले की संवेदनशीलता को समझते हैं। तारा चन्द्र घिल्डियाल ने कहा, "हम चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच हो, ताकि सच सामने आ सके और संबंधित व्यक्तियों को न्याय मिल सके।"

न्यायिक प्रक्रिया का महत्व

राजस्व कानून के अंतर्गत, इस प्रकार की घटनाएं न केवल संबंधित व्यक्तियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी गंभीर होती हैं। एक ऐसी प्रक्रिया की आवश्यकता है, जिसमें सभी पक्षों को सुना जाए और निष्पक्ष ढंग से निर्णय लिया जाए। घिल्डियाल ने कहा कि यदि किसी को भी न्याय नहीं मिला, तो उनके पास अपील का अधिकार है, और यह प्रक्रिया हर नागरिक का मूल अधिकार है।

संघ का दृष्टिकोण

उत्तराखंड लेखपाल संघ ने इस मुद्दे पर गहराई से विचार करते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उनका कहना है कि यह घटना सरकार और प्रशासन की छवि पर विपरीत प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, हर कदम सावधानी से उठाने की आवश्यकता है। यदि स्थानीय प्रशासन घटना की गंभीरता को नहीं समझता है, तो इसके परिणाम बहुत नुकसानदायक हो सकते हैं।

समाज की प्रतिक्रिया

इस मामले को लेकर समाज में विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखी जा रहीं हैं। कई लोगों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं केवल एक व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय हैं। समाज के जागरूक नागरिकों को चाहिए कि वे इस मामले पर बातचीत करें और प्रशासन पर दबाव बनाएं कि जांच प्रक्रिया निष्पक्ष हो।

इस मामले में आगे की कार्रवाई संबंधी अपडेट के लिए कृपया हमारे वेबसाइट पर जाएं: India Twoday.

सभी पक्षों को एकजुट होकर इस मामले को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए ताकि किसी भी बेगुनाह को नुकसान न पहुंचे।

सादर,

टीम इंडिया टुडे, मीना वर्मा

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