प्रयागराज में वकीलों की हड़ताल जारी, नारेबाजी:अधिवक्ता हत्याकांड के खिलाफ सड़क पर आमसभा, मांगे पूरी कराने पर अड़े वकील

प्रयागराज में वकील अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्‌डू की हत्या के खिलाफ वकीलों की हड़ताल जारी है। अपनी मांगों पर अड़े वकील लगातार न्यायिक कार्य से विरत चल रहे हैं। वकीलों ने कचहरी परिसर के ही टेंट लगाकर आमसभा शुरू कर दी है। जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों समेत अन्य वकील अपनी बातें रख रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता हुई लेकिन हड़ताल खत्म नहीं हुई। धीरे धीरे वकीलों का आक्रोश बढ़ रहा है। गुरुवार को भी वकीलों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला हत्याकांड में अब तक की गई प्रशासनिक कार्यकार्र से असंतुष्ट वकीलों के तेवर तीखे हो गए हैं। वकीलों का कहना है कि जब तक सभी मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा। वकीलों ने चेतावनी दी है कि यदि गिरफ्तारी तत्काल नहीं की गई तो आंदोलन की दिशा और दशा बदलने को मजबूर होना पड़ेगा। वकीलों ने निर्णय लिया है कि अब सड़क पर आमसभा शुरू होगी। वकीलों ने मांग किया है कि परिजनों को आर्थिक सहायता के रूप में एक करोड़ रूपये, शस्त्र लाइसेंस, सरकारी नौकरी दी जाए। हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। हमलावरों के शस्त्र लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाएं। उन्हे ठेकेदारी में ब्लैक लिस्टेड किया जाए। जेल भेजे गए आरोपी 1. निखिल कान्त सिंह पुत्र मान सिंह निवासी नरियांव थाना जंहागीरगंज जनपद अम्बेडकर नगर, उम्र करीब 26 वर्ष। 2. प्रिन्स सिंह उर्फ रणविजय सिंह पुत्र जितेन्द्र प्रताप सिहं निवासी रामपुर उदयभान थाना कोतवाली जनपद बलिया, उम्र 48 वर्ष 3.मनोज सिंह पुत्र स्वर्गीय बबन सिंह निवासी ग्राम तिलापुर जमधारवा थाना रेवती जिला बलिया जानिये हमले का क्या है पूरा मामला 17 नवंबर की रात प्रयागराज के सलोरी इलाके में अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्‌डू पर जानलेवा हमला हुआ था। सिंचाई विभाग के ठेकेदार से विवाद के बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। ठेकेदार के साथ तीन गाड़ियों से आए लोगों ने फायरिंग करने के बाद अखिलेश शुक्ला को राइफल की बट्, राड से इतना पीटा कि वह खून से लथपथ हो गए। इसके बाद हमलावर उन्हें छोड़कर चले गए। मारपीट में कई और लोग भी जख्मी हुए हैं। गंभीर हालत में वकील को अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें मेदांता लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इसके बाद 21 नवंबर को अखिलेश शुक्ला की मौत हो गई थी। वकील की मौत के बाद सलोरी बाजार बंद हो गया। शव पहुंचने पर हंगामे की तैयारी थी लेकिन पुलिस अधिकारियों ने समझा कर मामला शांत करा दिया था। 22 नवंबर की सुबह वकील के शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया था। जिला अधिवक्ता संघ ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान करते हुए हड़ताल कर दी थी।

Nov 28, 2024 - 14:35
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प्रयागराज में वकीलों की हड़ताल जारी, नारेबाजी:अधिवक्ता हत्याकांड के खिलाफ सड़क पर आमसभा, मांगे पूरी कराने पर अड़े वकील
प्रयागराज में वकील अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्‌डू की हत्या के खिलाफ वकीलों की हड़ताल जारी है। अपनी मांगों पर अड़े वकील लगातार न्यायिक कार्य से विरत चल रहे हैं। वकीलों ने कचहरी परिसर के ही टेंट लगाकर आमसभा शुरू कर दी है। जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों समेत अन्य वकील अपनी बातें रख रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता हुई लेकिन हड़ताल खत्म नहीं हुई। धीरे धीरे वकीलों का आक्रोश बढ़ रहा है। गुरुवार को भी वकीलों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला हत्याकांड में अब तक की गई प्रशासनिक कार्यकार्र से असंतुष्ट वकीलों के तेवर तीखे हो गए हैं। वकीलों का कहना है कि जब तक सभी मांगे पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा। वकीलों ने चेतावनी दी है कि यदि गिरफ्तारी तत्काल नहीं की गई तो आंदोलन की दिशा और दशा बदलने को मजबूर होना पड़ेगा। वकीलों ने निर्णय लिया है कि अब सड़क पर आमसभा शुरू होगी। वकीलों ने मांग किया है कि परिजनों को आर्थिक सहायता के रूप में एक करोड़ रूपये, शस्त्र लाइसेंस, सरकारी नौकरी दी जाए। हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। हमलावरों के शस्त्र लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाएं। उन्हे ठेकेदारी में ब्लैक लिस्टेड किया जाए। जेल भेजे गए आरोपी 1. निखिल कान्त सिंह पुत्र मान सिंह निवासी नरियांव थाना जंहागीरगंज जनपद अम्बेडकर नगर, उम्र करीब 26 वर्ष। 2. प्रिन्स सिंह उर्फ रणविजय सिंह पुत्र जितेन्द्र प्रताप सिहं निवासी रामपुर उदयभान थाना कोतवाली जनपद बलिया, उम्र 48 वर्ष 3.मनोज सिंह पुत्र स्वर्गीय बबन सिंह निवासी ग्राम तिलापुर जमधारवा थाना रेवती जिला बलिया जानिये हमले का क्या है पूरा मामला 17 नवंबर की रात प्रयागराज के सलोरी इलाके में अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्‌डू पर जानलेवा हमला हुआ था। सिंचाई विभाग के ठेकेदार से विवाद के बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। ठेकेदार के साथ तीन गाड़ियों से आए लोगों ने फायरिंग करने के बाद अखिलेश शुक्ला को राइफल की बट्, राड से इतना पीटा कि वह खून से लथपथ हो गए। इसके बाद हमलावर उन्हें छोड़कर चले गए। मारपीट में कई और लोग भी जख्मी हुए हैं। गंभीर हालत में वकील को अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें मेदांता लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इसके बाद 21 नवंबर को अखिलेश शुक्ला की मौत हो गई थी। वकील की मौत के बाद सलोरी बाजार बंद हो गया। शव पहुंचने पर हंगामे की तैयारी थी लेकिन पुलिस अधिकारियों ने समझा कर मामला शांत करा दिया था। 22 नवंबर की सुबह वकील के शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया था। जिला अधिवक्ता संघ ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान करते हुए हड़ताल कर दी थी।

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